इस सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता इसलिए कहा जाता है क्योंकि सर्वप्रथम 1921 में पाकिस्तान के शाहीवाल जिले के हड्प्पा नामक स्थल से इस सभ्यता की जानकारी प्राप्त हुई।
6. क
ृ र्ि
अर्थव्यवस्र्ा का मूल आधार
भूमम उपजाऊ
अनाज संग्रहण क
े मलए अन्नागार ं का प्रय ग
कपास की खेती की जाती र्ी |
अनाज पीसने क
े मलए चक्कीया तर्ा क
ू टने क
े मलए
ओखली का प्रय ग
प्रमुख खाद्यान – गेहं , जौ
मजसक
े साक्ष्य हमे रंगपुर तर्ा ल र्ल गुजरात से ममलते है
|
7. पशुपालन
क
ृ मि क
े सार् सार् पशुपालन भी प्रमुख व्यवसाय
पालतू पशु –क
ु त्ता ,बैल, हार्ी, गधा ,ऊ
ं ट आमि |
क
ु त्ता मशकार मे काम आता र्ा |
महरण ,त ता ,मबल्ली आमि भी पाले जाते
8. र्शल्प तथा उददयोग धंधे
खुिाई मे कताई –बुवाई क
े उपकरण भी ममले
चहुँिड मे एक कारखाना ममला
ममट्टी क
े बतथन बनने मे चाुँक का प्रय ग
स्वणथकार ं का व्यवसाय उन्नत र्ा |
चांिी क
े जेवर क
े सार् सार् बतथन भी बनाए जाते
र्े |
तांबा कांस्य का प्रय ग मूमतथ बनाने मे ह ता र्ा |
9. व्यापार तथा वार्िज्य
आंतररक तर्ा बाह्य ि न ं प्रकार क
े व्यापार ह ते र्े |
हडड़पा तर्ा म हनज िड़ ं व्यापार क
े प्रमसद्द क
ें द्र र्े |
ि न ं व्यापार क
ें द्र ं क
े मध्य की िू री 483 मकमी र्ी |
अमधकतर व्यापार जलमागों से ही ह ता र्ा परंतु र्लमागों से भी
पररमचत र्े |
मसक्क ं का प्रचलन ना ह ने से वस्तु मवमनमय का प्रचलन र्ा |