2. Some lines
एक उभय फीत चरी है तुझे चाहते हुए,
तू आज बी फेखफय है कर की तयह..
जफ नफ़यत कयते कयते थक जाओ..।
तो एक भौका प्माय को बी दे देना।।
खाभोशिमाॉ – फहुत कु छ कहती हैं,
कान नही ददर रगा कय सुनना ऩड़ता है..
भैंने उसे फोरा मे आसभान ककतना फड़ा है ना,
ऩगरी ने गरे रगामा औय कहा इससे फड़ा तो नहीॊ..
देखते हैं अफ क्मा भुकाभ आता है साहेफ,
सूखे ऩत्ते को इश्क़ हुआ है फहती हवा से..!!
भैने जो ऩुछा उनसे कक.. मूॉ फात फात ऩे रूराते क्मुॉ हो..
वो फङे प्माय से फोरी, भुझे फहता हुआ ऩानी फेहद ऩॊसद है.
िामयी शरखना फॊद कय दूॊगा अफ भैं मायो..
भेयी िामयी की वजह से दोस्तों की आॉखों भें आॊसू अफ देखे नहीॊ जाते..!!
जाते जाते उसने ऩरटकय शसपफ इतना कहा भुझसे,
भेयी फेवपामी से ही भय जाओगे मा भाय के जाऊ!!
ठहय सके जो.. रफों ऩे हभाये,
हॉसी के शसवा, है भजार ककसकी.
तुभ ऩर बय के शरए दूय क्मा जाते हो,
तो हभ ‘बफखयने’ से रगते हैं..
3. Some lines
भेये साथ फैठ कय वक़्त बी योमा
एक ददन फोरा फन्दा तू ठीक है भैं ही ख़याफ चर यहा हूॉ .
उम्र फीत गमी ऩय एक जया सी फात सभझ नही आई..!!
हो जामे जजन से भोहब्फत वो रोग कदय क्मों नही कयते..!!
उम्र फीत गमी ऩय एक जया सी फात सभझ नही आई..!!
हो जामे जजन से भोहब्फत वो रोग कदय क्मों नही कयते..!
भुझे तो आज ऩता चरा कक भैं ककस क़दय तनहा हूॉ
ऩीछे जफ बी भुड़ कय देखूॊ तो भेया सामा बी भुॉह पे य रेता है…!
जफ जजन्दा थे तो फेफुननमाद आयोऩ रगाती यही,
जफ कब्र भें सोमे तो ‘िख्स फडा राजफाफ था’
आज भैंने ददर को थोड़ा साफ़ ककमा,
कु छ को बूरा ददमा, कु छ को भाफ़ ककमा!!
भुझे हयाकय कोई भेयी जान बी रे जाए भुझे भॊजुय है..!! .
रेककन धोखा देने वारों को भै दुफाया भौका नही देता..!
इश्क की चोट का कु छ ददर ऩे असय हो तो सही,
ददफ कभ हो कक ज्मादा हो, भगय हो तो सही…।
भोहब्फत की आजतक फस दो ही फातें अधूयी यही,
इक भै तुझे फता नही ऩामा, औय दूसयी तूभ सभझ नही ऩामे..
फड़े अजीफ से हो गए रयश्ते आजकर..
सफ पु यसत भें हैं ऩय वक़्त ककसी के ऩास नही.
4. Some lines
भजफूय नही कयेंगे तुझे वादे ननबानें के शरए,
फस एक फाय आ जा, अऩनी मादें वाऩस रे जाने के शरए..!!
तुझसे भैँ इजहाय ऐ भोहब्फत इसशरए बी नही कयता,
सुना है फयसने के फाद फादरो की अहशभमत नही यहती|
कागज अऩनी कक़स्भत से उड़ता है औय ऩतॊग अऩनी काबफशरमत से,
कक़स्भत साथ दे मा न दे ऩय काबफशरमत जरुय साथ देगी..!!
“जान” थी वो भेयी,
औय जान तो एक ददनचरी ही जाती है ना..!!
हय भर्जफ का इरार्ज शभरता था उस फार्जाय भें,
भोहब्फत का नाभ शरमा दवाख़ाने फन्द हो गमे|
तभन्नाओ की भहकफ़र तो हय कोई सजाता है,
ऩूयी उसकी होती है जो तकदीय रेकय आता है..!!
वो जफ ऩास भेये होगी तो िामद कमाभत होगी,
अबी तो उसकी तस्वीय ने ही तवाही भचा यखी है|
रोग कहते है हय ददफ की एक हद होती है,
कबी शभरना हभसे हभ वो सीभा अक्सय ऩाय कयके जाते है|
ऩतझड आती है तो ऩते टूट जाते है,
नमा साथ शभर जाए तो ऩुयाने छू ट ही जाते है|
कपय ऩरट यही हे सददिॅमो सी सुहानी यातें,
कपय तेयी माद भे जरने के जभाने आ गए|
5. Some lines
Pyaar tune kya kiya,
Chain mera liya
Pyaar tune kya kiya,
Chain mera liya
Bepanah ishq se, waasta ho gaya
Tera hi chehra, ab toh dikhe hai
Naam tera hi, lab pe mere
Pyaar tune kya kiya
Khwaab dil ko, naya de diya
Pyaar tune kya kiya
Khwaab dil ko, naya de diya
Hum toh chupke, tum ko dekha karte hai
Baatein teri, bas socha karte hai
Hum toh chupke, tum ko dekha karte hai
Baatein teri, bas socha karte hai
Dil kehta hai, sun ja tu humnawa
Dil ke aangan mein, aaja na ek dafa
Tera hi chehra ab toh dikha hai
Naam tera hi, lab pe mere
Pyaar tune kya kiya,
Khwaab dil ko, naya de diya
Pyaar tune kya kiya,
Khwaab dil ko, naya de diya