The Kargil War, also known as the Kargil conflict, was an armed conflict fought between India and Pakistan from May to July 1999 in the Kargil district of Jammu and Kashmir and elsewhere along the Line of Contro
2. कार गल युद्ध क्या है?
कार गल युद्ध, िजसे कार गल संघषर्ष क
े रूप में भी जाना जाता है, भारत और पा कस्तान
क
े बीच मई से जुलाई 1999 तक कश्मीर क
े कार गल िजले और नयंत्रण रेखा (एलओसी)
क
े साथ कहीं और एक सशस्त्र संघषर्ष था। भारत में, संघषर्ष को ऑपरेशन वजय क
े रूप में
भी जाना जाता है, जो कार गल क्षेत्र को खाली करने क
े लए भारतीय सैन्य अ भयान का
नाम था। युद्ध क
े दौरान भारतीय थल सेना क
े सै नकों क
े साथ संयुक्त रूप से कायर्ष करने
क
े उद्देश्य से भारतीय वायु सेना की भू मका एलओसी क
े कनारे खाली पड़ी भारतीय
चौ कयों से पा कस्तानी सेना की नय मत और अ नय मत टुक ड़यों को हटाने की थी।
इस वशेष ऑपरेशन को कोडनेम ऑपरेशन सफ
े द सागर दया गया था
3. 1. कार गल युद्ध कब लड़ा गया था?
=>3 मई 1999
2. कार गल युद्ध क्यों लड़ा गया?
=>युद्ध का कारण पा कस्तानी सै नकों की घुसपैठ थी - कश्मीरी आतंकवा दयों क
े रूप में प्रच्छन्न - एलओसी
क
े भारतीय पक्ष में पदों पर, जो कश्मीर में दोनों राज्यों क
े बीच वास्त वक सीमा क
े रूप में कायर्ष करता है।
3.कार गल युद्ध कहाँ लड़ा गया था?
=>नाम ही बताता है। युद्ध कार गल में लड़ा गया था
जम्मू और कश्मीर में िजला
4.कार गल युद्ध कसक
े बीच लड़ा गया था?
=>भारत और पा कस्तान
4. कार गल युद्ध कसने जीता?
भारत ने युद्ध में जीत हा सल की। नई दल्ली: राष्ट्र आज 1999 क
े कार गल युद्ध में
पा कस्तान पर भारत की नणार्षयक जीत की 21 वीं वषर्षगांठ का जश्न मना रहा है। यह
युद्ध उस वषर्ष 3 मई से 26 जुलाई तक हुआ था क्यों क भारतीय सेना ने पा कस्तानी
घुसपै ठयों को बाहर नकाल दया था। नय मत सै नकों और मुजा हदीनों ने नयंत्रण
रेखा (एलओसी) क
े भारतीय पक्ष से।
5. कार गल युद्ध में मृत्यु
भारतीय पक्ष की आ धका रक मृत्यु 527 थी और पा कस्तानी पक्ष 357 और 453 क
े
बीच था। * पा कस्तान ने शुरू में इनकार कर दया था क संघषर्ष में उसकी कोई
भू मका है और कहा क भारत "कश्मीरी स्वतंत्रता सेना नयों" का सामना कर रहा था।
हालां क, बाद में इस संघषर्ष क
े लए अपने सै नकों को पदक से सम्मा नत कया।
6. कार गल वजय दवस क
े बारे में:-
कार गल वजय दवस 26 जुलाई को भारत में मनाया जाने वाला एक अवकाश है। इस तारीख को
1999 में भारत ने सफलतापूवर्षक उच्च चौ कयों की कमान संभाली। कार गल युद्ध 60 दनों से
अ धक समय तक लड़ा गया था और 26 जुलाई 1999 को समाप्त हुआ, जब पा कस्तानी सेना ने
बफ
र्ष पघलने का लाभ उठाया और - दोनों राष्ट्रों की द् वपक्षीय समझ को धोखा देते हुए कहा क
स दर्षयों क
े मौसम में पद अप्राप्य रहेगा। भारत क
े उच्च चौ कयों में से। पा कस्तानी सेना ने युद्ध में
शा मल होने से इनकार कया, यह दावा करते हुए क यह स्वतंत्र कश्मीरी वद्रोही बलों क
े कारण
हुआ था, हालाँ क पा कस्तान क
े प्रधान मंत्री और सेनाध्यक्षों द्वारा हताहतों की संख्या क
े पीछे क
े
दस्तावेजों को छोड़ दया गया था, िजसमें जनरल अशरफ रशीद क
े नेतृत्व में पा कस्तानी
अधर्षसै नक बलों की भागीदारी थी। । [१] [२] कार गल युद्ध क
े कारण दोनों तरफ से जानमाल का
नुकसान हुआ और भारत ने इस पद पर नयंत्रण हा सल कर लया और पा कस्तानी सेना को क्षेत्र
से बाहर नकाल दया।
7. हम अपनी भारतीय सेना को सलाम करते हैं
हम जानते हैं क हम देश क
े साधारण नाग रक हैं, जहाँ भारतीय सेना क
े हमारे नायक हमें सुर क्षत और सुर क्षत रखते हैं। जब हम
अपने प रवार क
े साथ छ
ु ट्टी का आनंद लेते हैं, तो हमारे सै नक सुबह जल्दी उठते हैं और पूरे दन “स्वयं से पहले सेवा” क
े आदशर्ष
वाक्य क
े साथ काम करते हैं। पछले कई वषर्षों में, हम सभी ने अपने सपाही क
े बारे में जो क
ु छ भी सही है, उसे करने क
े लए दृढ़
संकल्प देखा है, अ त रक्त मील जाने क
े लए और भारत और भारतीयों को अपने सामने रखने क
े लए उनका उत्साह। सबसे पहले
और सबसे महत्वपूणर्ष बात, हम अपने और हमारे देश क
े लए जो क
ु छ भी कर रहे हैं और कर रहे हैं, उसक
े लए एक बहुत बड़ा
चल्लाहट और हमारा हा दर्षक "धन्यवाद" देना पसंद करेंगे। हम सभी ने अपने सै नकों की बहादुरी और महानता देखी है और हर
चीज क
े लए हम उन्हें अपने दल से सलाम करना चाहते हैं। हम जानते हैं क हमारे हीरो हमारे लए क्या करते हैं, इसकी तुलना में
यह क
ु छ भी नहीं है ले कन यह सबसे कम संभव चीज है जो हम उनक
े लए कर सकते हैं; हमारे देश की सीमा पर हमारी रक्षा करने
वाले सै नकों क
े लए। कं वदं तयों क
े लोग
हम भूल सकते हैं
हम सभी आप सभी क
े आभारी हैं और िजस तरह से बहादुरी से आप सभी अपने कतर्षव्यों का पालन करते हैं। प्रय सै नकों को याद
रखें, आप सभी वशेष हैं; देश क
े लए आपका प्यार, संघषर्ष, बहादुरी और वीरता दूसरों क
े साथ कभी मेल नहीं खा सकते हैं। हम
चाहते हैं क इस देश का प्रत्येक नाग रक मातृभू म क
े लए आपक
े जैसी ही इच्छा दखाए, जो भारत क
े गौरवशाली भ वष्य की
शुरुआत होगी।
8. “REAL HEROES DON'T WEAR CAP; THEY PUT INDIAN FLAG ON
THEIR UNIFORMS. LET'S THANK TO THESE REAL HEROES, LET'S
THANK TO OUR INDIAN ARMY"