बहू की रिहाई by प्रवीण श्रीवास्तव किताब के बारे में... ‘बहू की रिहाई’ एक ऐसी बेटी की कहानी है जो कि विवाह के पश्चात एक अनजान घर में बहू बनकर जाती है और वहाँ पर उसे प्रारम्भ से ही अनेक अकल्पनीय विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। वो बहू भरसक प्रयास करती है कि वो अपने पति एवं ससुराल वालों की घनघोर अमानवीय प्रताड़नाओं को झेलते हुए अपना वैवाहिक जीवन बिखरने से बचा ले। एक लम्बे समय तक उसका ये संघर्ष एवं द्वन्द चलता रहता है और अन्त में वो अपने जीवन के लिए एक स्वतन्त्र निर्णय लेने को बाध्य हो जाती है.....… यदि आप इस पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक से इस पुस्तक को पढ़ें या नीचे दिए गए दूसरे लिंक से हमारी वेबसाइट पर जाएँ! https://hindi.shabd.in/bahu-ki-rihai-pravin-shrivastav/book/10109691 https://shabd.in/