आधा तुम मुझमें हो by ओंकार नाथ त्रिपाठी किताब के बारे में... इस नवीन काव्यसंग्रह में 50 कविताओं का संग्रह है। 'आधा तुम मुझमें हो' में रचनाएं वह हैं जिसे मन के अंदर महसूस किया गया है। इन रचनाओं का शिल्प कुछ अलग हटकर सामान्य चलते फिरते रुप में मौजुद है। इन रचनाओं में मानस नायिका पर केन्द्रित मेरी इस रचना में किसी विशेष को लक्ष्य नहीं किया गया है। अगर कोई पात्र मिलता है तब यह मात्र संयोग होगा। आधा तुम मुझमें हो, में नायिका से प्रेम, लगाव, चाहत, परवाह तथा बेहतरी की चिंता लक्षित है। इच्छाएं उसकी बेहतरीन तथा सुखी जीवन को लेकर चिंतित हैं। आशा है कि यह रचना संग्रह आपको रुचिकर लगे। यदि आप इस पुस्तक के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक से इस पुस्तक को पढ़ें या नीचे दिए गए दूसरे लिंक से हमारी वेबसाइट पर जाएँ! https://hindi.shabd.in/aadhaa-tum-mujhmen-ho-onkar-nath-tripathi/book/10109451 https://shabd.in/