http://spiritualworld.co.in सिकन्दर लोधी को उपदेश: दिल्ली का बादशाह सिकंदर लोधी बहुत अत्याचारी था| उसने भक्त कबीर, सधना व नामदेव आदि भक्तों को कष्ट दिए व अनेक ही फकीरों को करामात दिखाने के लिए कैद किया हुआ था| गुरु जी ने जब बादशाह का मरा हाथी जिंदा कर दिया तो वह अपने मसलती काजी को साथ लेकर दर्शन करने आया| उसने प्रार्थना की कि आप मुझे उपदेश दें, खुदा का रुप हो गुरु जी ने कहा, "आप इन निर्दोष साधुओं को मुक्त कर दें| धर्म व न्याय के मार्ग पर चले| किसी भी निर्दोष को दुख न दें|" सिकन्दर ने गुरु जी का वचन मानकर संतों को रिहा कर दिया व आगे से ऐसा न करने का प्रण दिया| इस स्थान पर यमुना नदी के किनारे गुरुद्वारा मजनूं का टिला करके प्रसिद्ध है| more on http://spiritualworld.co.in