2. AsanaAsana
Mohenjadharo / Harrappa , Mexican excavations- brought
forth idols resembling Asan like postures
CYCLOPAEDIA YOGA – VOL 1
Edited by Dr. Jayadev Yogendra & Published by Yoga Inst-Santacruz
includes references/ details from 43 texts including ancient texts
(granthas)
Atharva Veda Samhita - General ref: to Asana
Yoga Physical Education For Women describes Meditative &
Cultural Asanas
Of the above mentioned 43 granthas..some are as below..
Patanjal yog sutras,Yog yagyavalkya, Yog Chinthamani ,
Mahabharat ,Yog Rahasya, Yog Sopan, Vyas Bhashya,
Vayupuran ,Vishnupuran Goraksha samhitha, Hathapradipika
, Gherand Samhitha, Gorakshashthakam ..etc..etc
)
प्राचीनता प्राचीनता
3. AsanaAsana
3
Yogic Research
Paper Presentation
Scientific Evaluation
Increased visibility
Increased awareness
Yogic Intervention
National and International
EVOLUTION EVOLUTION
4. AsanaAsana
ORIGIN & MEANING व्युत्पतत & अर्थ
व्युत्पमि - िूल धािू “आस” (मक्रयापद) = बैठना / to sit (Verb)
अर्थ - “आसन” शब्द - दो अर्थ के मिसाब से इस्ििाल मकया जािा िै
अ) मजस पर िि बैठिे िै
ब) बैठने के मलए, मलया गई मिमशष्ट शारीररक मस्र्मि / आकृ मिबंध
पािंजल सूत्र अनुसार
मस्र्रिा और सुखियिा, दोनोिी, एकिी सिय देनेिाला शरीर का मिमशष्ठ
आकृ मिबंध
“ मस्र्रसुखिासनि ” २.४६
5. Asana
योगासन का “ िूल उद्देश्य ” – “आसनजय”
दीघथकाल ( १ प्रिर --अंदाज़से- ३ घंटे िक) एक िी आसन िें मस्र्र और सुखपूिथक बैठने की क्षििा
आजका उद्देश्य
शारीररक और िानमसक कष्टों से िुमि मदलाना
शरीर के जोड़ों को , िांसपेमशयों को,िेरुदंड को लचीला बनाना
सभी आिंररक अंगों का और संस्र्ाओंकी कायथक्षििा बढाना
• शरीर िे िलकापन लाना, स्र्ूलिा मनयंत्रण....
• िानमसक मस्र्रिा और सित्िं
यामन इन सभी को अगर सिािेश करे ..िो..शारीररक और िानमसक क्षििा बढाना -”पूणथ रूपसे
मनरोगी रिना ”
और उद्देश्यपयाथय नाम
7. AsanaAsana
ASANA ABHYAAS YOGANG TAKTA
अनुक्रिाक चर्ुरंग योग
िठप्रदीमपका
स्िात्िाराि
षडंग योग
गोरक्ष्शशिक
गोरक्षनार्
सप्ांग योग
घेरंड संमििा
घेरंद िुनी
अष्टांग योग
पािंजल योग दशथन
पिंजली
१ आसन आसन षट्किथ यि
२ कुं भक
(प्राणायाि )
प्राणायाि आसन मनयि
३ िुद्रा प्रत्यािार िुद्रा आसन
४ नादानुसंधान धारणा प्रत्यािार प्राणायाि
५ _ ध्यान प्राणायाि प्रत्यािार
६ _ सिामध ध्यान धारणा
७ _ सिामध ध्यान
८ _ सिामध
8. AsanaAsana
Ancient References
Grantha’s Writer Sthan No. Of Asanas Asanas Type
Ashtangyog / Rajyog Patanjali Muni 3 -- ----------------------
Hathapradipika
Swatmaram
Muni
1 15 6 Dhyanatmak
Gherandsamita Gherand Muni 2 32 7 Dhyanatmak
Siddhasiddhant
paddhati
Gorakshnath 3 3 All Dhyanatmak
Gorashakshatak Gorakshnath 1 2 All Dhyanatmak
Shivsamhita
Adinath Shri
Mahadev
4 All Dhyanatmak
Hathrathnawali Shrinivas Bhatt 3 84
ASAN STHAN
9. Asana
9
“मस्र्रसुखिासनि” पािंजल योगसूत्र - २.४६
मजस शारीररक मस्र्मि िे मस्र्र रि सकें और सुख का अनुभि करें, उस मिमशष्ट शारीररक
आकृ मिबंध / मस्र्मि आसन किलािी िै - stable & comfortable body posture
आसनमिमि स्िस्िरुपे सिासन्निा-मसद्धमसद्धांिपद्धमि
आसन याने उस शारीररक मस्र्मि जो ििे ििारे “िूल स्िरुप” के पास ले जािी िै -that
,which takes us close to our basic, intrinsic self
आस्यिे अनेक प्रकारेण - मिज्ञान मभक्षु
मिमशष्ट पद्धमि से बैठना यामन आसन - sitting in a particular way
व्याख्या DEFINITION
10. AsanaAsana
GENERAL
- सिय/कब करना िै प्राि:काल ,संध्याकाल य मिर कोई भी सिय जो उमचि िो
मसिथ कु छ बािें ध्यान रखना िै.
भोजन बाद – ४ घंटे बाद
अल्पािार बाद - २ घंटा बाद
चाय, कॉफ़ी, सॉफ्ट मरंक - आधा/ पौना घंटे बाद
………………………………………………………………………………………
- मकसे करना िै… योगी – भोगी- रोगी....सभी कर सकिे िै
युवा वृद्धोsतिवृद्धो वा व्याति िो दुर्बलोsतिवा ।
अभ्यासाि् – तसतद्धमाप्नोति सवबयोगेश्वितरिि् : ॥ िठ.प्र
Young, old, very old, one having disease, the weak all can practice yog.
योगाभ्यास YOG SADHNA
12. Asana
संख्या
आसनातन समस्तातन यावन्तो जीवजन्तव: ।
चतुरशीततलक्षाति तशवेन कतर्तं पुरा ।। २.१ ।। (घेरंड संतिता)
Meaning..
संसार में तजतने जीव जन्तु िै, उतनी िी संख्या आसनों की िै, भगवान्
तशव ने चौरासी लाख आसनों का विथन तकया िै
Lord Shiv has described that there are 84 lakhs asanas
which is is same as the number of species in this world.
NUMBER
13. AsanaAsana
I. ध्यानात्मक आसन
II. शरीर उपयोगी आसन
III. वर्श्ाांततकारक आसन
(Meditative postures)
( Cultural postures)
(Relaxation postures)
आसन के प्रकार / Broad classification as per Aim
उद्देश्य के नजररये से वगीकरि
14. AsanaAsana
I. ध्यानात्मक आसन
• Padmasana
• Swastikasana
• Siddhasana
• Vajrasana …
Uddistha: -धीगव काल (body& mind) Sthirta
- Sthiti Sthapakta , Energy
conservation,मानससक चांचलता दूर करना
15. AsanaAsana
II. शरीरउपयोगी आसन- प्रकार
1. आगे झुकनेिाले आसन Forward Bending
2. पीछे झुकनेिाले आसन Backward Bending
3. बाजुिें झुकनेिाले आसन Sideward Bending
4. िरोड़ देनेिाले आसन Twisting
5. खेंच देनेिाले आसन Vertical Stretching
6. मिपरीि मस्र्िी िाले आसन Topsy Turvey /Inverted
7. िोलात्िक आसन Balancing
Uddista: Increase flexibility& health of the spine
मेरुदंड का लचीलािन & स्वास््य, और सभी संस्थाओंक कायबक्षमिा र्ढाना
संपूणथ स्िास््य—Total Health
25. AsanaAsana
टप्पे / Steps
1. पूर्व स्थितत Primary Preparatory Stage
2. र्ाटचाल Slow Marching towards goal
3. अांततम स्थितत Final position
4. उलटचाल Reverse action
5. पूर्व स्थितत Primary/Preparatory Stage
26. AsanaAsana
• अभ्यरस कर प्रररांभ त्ररटक ,ओमकरर , प्ररर्थनर से.....
• योगिक प्रकोरों को आररम से, बबनर कोई िनरि के और पूरी सजक्िर से करनर चरहिए
सरधक को शरररररक और मरनससक आनांद की अनुभिीलेनर चरहिए
इससलए आसन करिे िक़्ि इन ४ मुलभुि ससध्धरन्िों कर परलन करें
नैसगिथक श्िसन
प्रयत्न शैगर्ल्य
भेदरत्मक सशगर्लीकरण
प्रधररणर
•आसन कै से करें - धीमी , एकसरर , बबनर कोई झटकर ,कम्पनरहिि,
तनयांबत्रि,लयबध , आकर्थक और सिज िोनर चरहिए
•अांतिम स्थर्िी मे अनरखें बांध रिनर िै और मित्ि िै कक स्थर्र रिनर …..Contd
योगअभ्यास
तत्त्र् तांत्र शाथत्र
YOG PRACTICE
GUIDELINES
27. AsanaAsana
योगअभ्यास
तत्त्र् तांत्र शाथत्र
.....CONTD
YOG PRACTICE
GUIDELINES
• सभी प्रक्रिया यिा शस्तत
• बीच बीच में वर्श्ाांतत लेना है
• साधना करते र्तत हमेशा जाणीर् और सजगता रखे - awareness/
alertness
• साधना के अांत में शर्ासन जरूर करें
• साधना करते र्तत सलांग,उम्र, या अन्य शारीररक सीमाओां जैसे – मेरुदांड या
जोड़ों में कडापन,मोटापा ,कमजोरी,हृदय वर्कार,कोई भी शथत्रक्रिया हुई
है...इत्यादद को ध्यान में रखना जरूरी है
• योगाभ्यास करते समय क्रकसी भी प्रकार की थपधावत्मक भार्ना नही रखना है
• योग को जीर्नशैली बनाना – थर्थि बनना – शारीररक और मानससक थतरों
पर