Top horror places in India, Most Haunted Places in India
1. भारत की 7 सबसे डरावनी जगह,
जजनमें छु पे हैं हजारों रहस्य
2. पपसावा के जंगल
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में पिसावा के िंगल आि के समय में सबसे डरावने िंगलों में से
एक हैं। यहां के िंगल इतने घने और डरावने हैं कक यहां कोई निर ही नहीं आता। यहां रहने
वाले लोगों का कहना है कक िंगल में प्रवेश करते ही कु छ ऐसी डरावनी आवांिे आती हैं जिन्हे
सुनकर कोई अंदर िाने की हहम्मत ही नहीं करता और िो िाता है वह या तो िागल हो
िाता है या किर कभी वापिस ही नहीं आता
3. मेरठ का भूत बंगला
उत्तर प्रदेश के ही एक जिले मेरठ में बेहद डरावना ककस्सा है भूत बंगले का। यह
बंगला मेरठ के मॉल रोड जस्थत कैं ट बोडड के सीईओ के आवास के ननकट है।
सीईओ के आवास और व्हीलसड क्लब के बीच (आशशयाना गेस्ट हाउस के पविरीत)
एक रास्ता अंदर की ओर िाता है। माल रोड से 650 मीटर अंदर िाने िर आिको
इस भूत बंगले की झलक हदख िाएगी। कहा िाता है इस बंगले की छत िर
अक्सर एक महहला हदखाई देती है। इस महहला को सब डायन कहते हैं। इस िगह
को भारत के टॉि 10 हॉन्टेड प्लेस में भी िगह शमली है
4. भानगढ़ का ककला अलवर
भानगढ़ का ककला भारत का टॉि हॉन्टेड प्लेस है। कहा िाता है इस ककले में एक बहुत ही
खूबसूरत रािकु मारी रत्नावती रहा करती थी। रत्नावती को एक तांत्रिक बहुत िसंद करता
था। रत्नावती को हाशसल करने के शलए तांत्रिक ने कई बार काले िादू का इस्तेमाल भी
ककया। रत्नावती ने तांत्रिक के हर िादू का िवाब भखूबी हदया और इस तांत्रिक का अंत
कर हदया। मरते हुए तांत्रिक ने इस िगह को श्राि हदया। जिसके बाद यह िगह खंडर में
तब्दील हो गई। अब कहा िाता है कक उस तांत्रिक की आत्मा आि भी यहां रत्नावती का
इंतिार करती है।
5. जमाली-कमाली मजस्जद और कब्र
यह मजस्िद हदल्ली के महरौली में जस्थत है। यहां सोलवहीं शताब्दी के सूिी संत
िमाली और कमाली की कब्र मौिूद है। इस िगह के बारे में लोगों का पवश्वास है कक
यहां जिन्न रहते हैं। कई लोगों को इस िगह िर डरावने अनुभव हुए हैं। सूिी संत
िमाली लोधी हुकू मत के राि कपव थे। इसके बाद बाबर और उनके बेटे हुमायूं के राि
तक िमाली को कािी तवज्िो दी गई। माना िाता है कक िमाली के मकबरे का
ननमाडण हुमायूं के राि के दौरान िूरा ककया गया। मकबरे में दो संगमरमर की कब्र हैं,
एक िमाली की और दूसरी कमाली की। िमाली कमाली मजस्िद का ननमाडण 1528-29
में ककया गया था। यह मजस्िद लाल ित्थर और संगमरमर से बनी है।
6. अग्रसेन की बावडी
अग्रसेन की बावडी रािधानी हदल्ली में कनाट प्लेस से थोडी ही दुरी िर जस्थत है। महारािा
अग्रसेन ने 14वीं शताब्दी में इस बावडी का ननमाडण करवाया था। इसकी लंबाई 60 मीटर और
चौडाई 15 मीटर है। इस प्राचीन स्मारक को भारतीय िुरातत्व सवेक्षण (एएसआई) का संरक्षण
प्राप्त है। ककसी िमाने में यह हमेशा िानी से भरी रहती थी, लेककन अब यह सूख चुकी है।
इसके बारे में प्रचशलत है कक इसका काला िानी लोगों को सम्मोहहत कर आत्महत्या के शलए
उकसाता था। इसके तल तक िहुंचने के शलए 106 सीहिय़ां उतरनी िडती हैं। एएसआई के
अधीन होने के बाविूद लोगो को इसके बारे में ज्यादा िता नही है यहद आि कनाट प्लेस
िाकर भी ककसी से इसके बारे में िूछेंगे तो वो अनशभज्ञता िाहहर देंगे।
7. पजचिम बंगाल के दाजजललंग जजले में
डाउ हहल
िजश्चम बंगाल के दािडशलंग जिले में जस्थत एक हहल स्टेशन है। इसकी दािडशलंग से दुरी
32 ककलो मीटर है। इसकी ऊं चाई 4864 िीट है। कु शशडयांग का स्थानीय नाम खरसांग है।
इसका मतलब होता है सिे द आककड ड की भूशम। कु शशडयांग मुख्यत अिने बोर्डिंग स्कू लों और
ियडटन के शलए िाना िाता है। िर कु शशडयांग से लगती डाउ हहल से एक शमस्री िुडी हुई है
िो की इसे भारत के टॉि मोस्ट हॉन्टेड प्लेस की शलस्ट में शाशमल कराती है। डाउ हहल के
िंगलों में बडी संख्या में आत्म हत्याएं हुई है। इस िंगल में इधर-उधर इंसानो की हड्र्डयां
हदखाई दे िाना आम बात है। इसशलए यहां के वातावरण में अिीब सी शसरहन और दर
महसूस ककया िाता है। स्थानीय लोगो का कहना है कक हदसंबर से माचड तक की छु ट्हटयों
के दौरान उन्हें पवक्टोररया बॉयि स्कू ल में िैरों कक आहट सुनाई देती है।
8. शनीवारवाडा ककला
िब िजश्चम भारतीय प्रांत िर िेशवाओं का अधधकार था उस समय िेशवाओं के उत्तराधधकारी
नारायण नामक बालक की उसके चाची के आदेशानुसार हत्या करवा दी गई थी। अिनी िान
बचाने के शलए नारायण िूरे महल में घूमता रहा लेककन किर भी उसके हत्यारों ने उसे िूंढ़ कर
मार डाला। वह अिने चाचा को आवाि लगाता रहा िर कोई उसकी मदद के शलए नहीं आया।
स्थानीय लोगों ने आि भी कई बार उसकी कराहने की आवािें सुनी हैं। चांदनी रात में वह
िगह और अधधक भयानक हो िाती है।
9. यहद आि ककसी और िगह के बारे मे िानते हैं
िो सच मे डरावनी हैं तो नीचे कॉमेंट मे बता
सकते हैं |
धन्यवाद Hindi7
Editor's Notes
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में पिसावा के जंगल आज के समय में सबसे डरावने जंगलों में से एक हैं। यहां के जंगल इतने घने और डरावने हैं कि यहां कोई नजर ही नहीं आता। यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि जंगल में प्रवेश करते ही कुछ ऐसी डरावनी आवांजे आती हैं जिन्हे सुनकर कोई अंदर जाने की हिम्मत ही नहीं करता और जो जाता है वह या तो पागल हो जाता है या फिर कभी वापिस ही नहीं आता
जब पश्चिम भारतीय प्रांत पर पेशवाओं का अधिकार था उस समय पेशवाओं के उत्तराधिकारी नारायण नामक बालक की उसके चाची के आदेशानुसार हत्या करवा दी गई थी। अपनी जान बचाने के लिए नारायण पूरे महल में घूमता रहा लेकिन फिर भी उसके हत्यारों ने उसे ढूंढ़ कर मार डाला। वह अपने चाचा को आवाज लगाता रहा पर कोई उसकी मदद के लिए नहीं आया। स्थानीय लोगों ने आज भी कई बार उसकी कराहने की आवाजें सुनी हैं। चांदनी रात में वह जगह और अधिक भयानक हो जाती है।