अपनी बुक के प्रिंट के लिए परम्परागत प्रकाशकों को पूरी जानकारी देता लेखक और चार महीने बाद बुक के रिजेक्ट होने की टीस, कल्पना करिए उस लेखक पर कयक बीतती होगी? बस परम्परागत प्रकाशकों की इन्हीं मनमानी की प्रतिक्रिया है सेल्फ पब्लिकेशन । जिसने बुक प्रिंटिंग की फील्ड में क्रांति ला दी आइये जानते हैं इसके कुछ फायदे:- आप अपनी रचना अपने अनुरूप लिख सकते है:-