SlideShare une entreprise Scribd logo
1  sur  19
सुप्रभात!
कारक क्या होते है?
'कारक' वह व्याकरणिक कोटि है
जो यह बताती है कक वाक्य की
किया क
े साथ उस वाक्य में प्रयुक्त
संज्ञाओं का क्या संबंध है।
वाक्य मे संज्ञाओं और किया क
े बीच क
े संबंध की प्रकृ तत को ध्यान मे
रखकर संसकृ तत क
े प्राचीन वैयाकरिों ने कारकों क
े छह भेद ककए थे, आगे
चलकर इस सूची मे दो नाम और जोड़ टदए गए , इसीललए कारक क
े आठ
भेद होते हैं, जो कक हैं—
1. कताा कारक (वह संज्ञा जो किया को पूरा करने का काम करती हो)
2. कमा कारक (वह संज्ञा जजस पर किया का फल या प्रभाव पड़ता हो)
3. करि कारक (वह संज्ञा जो किया को पूरा करने में साधन का काया करती हो)
4. संप्रदान कारक (जजस संख्या क
े ललए किया घटित होती हो)
5. अपादान कारक (जजस संज्ञा से ककसी अन्य संज्ञा क
े अलग होने का भाव प्रकि होता हो)
6. अधधकरि कारक (जो संज्ञा किया क
े घटित होने का आधार बनती हो)
7. संबंध कारक (दो संज्ञाओं क
े बीच का संबंध)
8. संबोधन का कारक (वह संज्ञा जजसे वक्ता द्वारा संबोधधत ककया जाए)
कारक: भेद-प्रभेद
कताा कारक
कताा कारक (Nominative Case)- (कारकीय धचह्न 'शून्य’ (0),'ने’,’से’, ‘क
े द्वारा’)
वाक्य में संज्ञा या सवानाम क
े जजस रुप से यह पता चले कक वह किया
को पूरा करने का काया कर रहा है तो वह संज्ञा कताा कारक पर होती
है।
ध्यान रणखए ‘कताा कारक’ को व्यक्त करने वाला क
े वल ‘ने’ ही नहीं है
बजकक शून्य ‘0’, ‘से’, ‘क
े द्वारा’ आटद भी कताा कारक क
े धचन्ह है।
उदहारण कारकीय चिह्न
१. बच्चा घर गया है। शून्य (0)
२. बच्चे ने कफकम देख ली है। ‘ने’
३. मााँ से चला नही जाता। ‘से’
४. राष्ट्रपतत क
े द्वारा उद्घािन ककया गया। क
े द्वारा
कर्ा कारक
कर्ा कारक (Accusative case) - कारकीय धचह्न- ‘शून्य’ (0), ‘को’,’से’
 वाक्य की जजस संज्ञा पर किया का फल या प्रभाव
पड़ता है, वह संज्ञा कमा कारक में होती हैं।
उदहारण कारकीय चिह्न
१. लड़ककयां तबला बजा रही है। शून्य (0)
२. लोगो ने उस इमारत को धगरा टदया। ‘को’
३. मैंने मोहन से पहले ही कह टदया था। ‘से’
करि कारक
करण कारक (Instrumental Case)- करकीय धचह्न- ‘से’
करि का अथा है ‘साधन’ (Instrument)। अथाात वाक्य की किया
को पूरा करने में जो संज्ञा ‘साधन’ का काया करती है, वह करि
कारक मैं होती है।
उदहारण कारकीय चिह्न
१. बच्चे ने बोतल से दूध पपया। ‘से’
२. मैंने पेंलसल से धचत्र बनाया। ‘से’
संप्रदान कराक
 वाक्य की किया जजस संज्ञा क
े ललए घटित होती है,
वह संज्ञा संप्रादान कारक मैं कही जाती है।
संप्रदान कारक (Dative Case)- कारककया धचह्न- ‘क
े ललए’, ‘को’
उदहारण कारकीय चिह्न
१. मााँ ने बच्चों क
े ललए लमठाई बनाई। 'क
े ललए'
२. उसने लभखाररयों को क
ं बल बांिे। 'को’
अपादान कारक
अपादान कारक (Ablative Case)- कारककया धचह्न- ‘से’(अलग होना)
वाक्य की किया क
े द्वारा जब ककसी एक संज्ञा से दूसरी संज्ञा
क
े अलग होने का भाव प्रकि होता है, तो वह संज्ञा अपादान
कारक में कही जाती है।
उदहारण कारकीय चिह्न
१. पेड़ से पत्ते धगर रहे हैंI ‘से’
२. वह रेन से तनचे उतर आई। ‘से’
अधधकरि कारक
अचिकरण कारक (Locative Case)- कारककय धचह्न- ‘में’, ‘पे’, ‘पर’, ‘ऊपर’,
‘क
े ऊपर’, ‘क
े नीचे’, ‘क
े पहले’, ‘क
े बाद’ आटदI
 किया क
े जजस स्थान या समय पर घटित होती है उस स्थान या
समय क
े ललए जो संज्ञा आधार बनती है, वह अतघकरि कारक में
कही जाती है।
उदहारण कारकीय चिह्न
१. बच्चे छत पर खेल रहे है। ‘पर’
२. हम गलमायों में लशमला जाऍ ं
गे। ‘में’
३. वह मेज़ क
े ऊपर बैठा है। ‘क
े ऊपर’
 ‘समय’ क
े साथ ‘में’, ‘पर’ परसगा तो लगते ही है, कभी-
कभी ‘को’ का भी प्रयोग किया जाता है ; जैसे -
उदहारण कारकीय चिह्न
१. मेरी छ
ु ट्टियां जून में होंगी। ‘में’
२. वह दोहपर को पहुाँचेगी। ‘को’
३. मेरी रेन दस बजकर बीस लमनि पर पहुाँचेगी। ‘पर’
संबध कारक
संबि कारक (Genetive Case)- (कारककया धचह्न: ‘का’, ‘क
े ’ ,‘की’ /‘रा’, ‘रे’, ‘री’)
 जहां ककसी संज्ञा/ सवानाम का ककसी दूसरे संज्ञा/ सवानाम
क
े साथ संबंध टदखाया जाता है वहां व संज्ञा/ सवानाम
संबंध कारक में होते हैं।
उदहारण कारकीय चिह्न
१. यह बच्चों की ककताबें हैं। ‘का’, ‘क
े ’, ‘की’
२. उसने लकड़ी का मकान बनवाया। ‘का’, ‘क
े ’,‘की’
३. तुम्हारे घर में कौन-कौन है? ‘रा’, ‘रे’, ‘री’
४. मेरी बेिी लंदन में रहती है। ‘रा’, ‘रे’, ‘री’
संबोधन कारक
संबोिन कारक (Vocative Case) – (कारकीय धचह्न : हे, रे, अरे, ओ, आटद)
 जब वक्ता द्वारा ककसी संज्ञा का ध्यान आकपषात
ककया जाए या उसे संबोधधत ककया जाए ,तो वह
संज्ञा संबोधन कारक में होती है|
उदहारण कारकीय चिह्न
१.हे राम! यह लड़का कब सुधरेगा | हे!
२. अरे भाई! इधर मत बैठो | अरे!
३. लड़ककयों! चाक
ू से मत खेलो| लड़ककयों! ; ओ!
हर्ने सीखा
 वाक्य में प्रयुक्त संज्ञाओं का उस वाक्य की किया क
े साथ जो संबंध है, उसे कारक कहते हैं।
 यह संबंध इस आधार पर तय होता है कक वाक्य में कौन-सी संज्ञा क्या प्रकाया कर रही है तथा
किया को पूरा करने में क्या सहयोग प्रदान कर रही है।
 संज्ञा तथा किया क
े बीच क
े संबंध को हर भाषा अलग-अलग ढंग से व्यक्त करती है। टहंदी में यह
संबंध 'परसगा' या कारकीय धचह्नों से व्यक्त ककया जाता है।
 टहंदी में क
ु ल आठ कारक माने गए हैं- कताा, कमा, करि, संप्रदान, अपादान, अधधकरि,संबंध तथा
संबोधन।
 प्रत्येक कारक को व्यक्त करने वाले अलग-अलग कारकीय धचह्न हैं।
 क
ु छ कारकीय धचह्न एक से अधधक कारकों में भी प्रयुक्त हो सकते हैं।
 अतः क
े वल धचह्न देखकर कारक का तनधाारि नहीं करना चाटहए।
आइए अभ्यास करें!
1. कारक क
े ककतने प्रकार होते हैं?
- कारक क
े आठ भेद होते हैं:
1. कताा कारक
2. कमा कारक
3. करि कारक
4. संप्रदान कारक
5. अपादान कारक
6. अधधकरि कारक
7. संबंध कारक
8. संबोधन कारक
2. बताइए रेखांककत संज्ञा पद ककस कारक में है?
(i) डॉक्िर द्वारा इलाज ककया गया।
- द्वारा: कताा कारक
(ii) लोगों ने उस इमारत को धगरा टदया।
- को: कमा कारक
(iii) उसने क
ु त्ते को डंडे से मारा।
- से: करि कारक
(iv) होिल में आपक
े ललए कमरा बुक है।
- ललए: संप्रदान कारक
(v) मैं नदी से पानी ले आया।
- से: अपादान कारक
3. इन शब्दों को चुनकर खाली स्थानों को भरो। से, में, क
े , पर,
क
े , ललए, से
(क) संसार ___ ग्लोबल वालमिंग बढ़ता जा रहा है।
(ख) चीन नेपाल ____ बड़ा है।
(ग) भगवान राम ____ भक्त तुलसीदास _____ भगवान की
सदा कृ पा रही है।
(घ) नेपाल____ बांग्लादेश ने हधथयार मंगवाया I
धन्यवाद!
प्रस्तुत द्वारा:
आरुपष, जपनीत और अलशात

Contenu connexe

Tendances

Tendances (20)

सर्वनाम P.P.T.pptx
सर्वनाम P.P.T.pptxसर्वनाम P.P.T.pptx
सर्वनाम P.P.T.pptx
 
Hindi avyay ppt
Hindi avyay pptHindi avyay ppt
Hindi avyay ppt
 
samas
samassamas
samas
 
वचन
वचनवचन
वचन
 
Viram chinh 13
Viram chinh 13Viram chinh 13
Viram chinh 13
 
Vaaky rachna ppt
Vaaky rachna pptVaaky rachna ppt
Vaaky rachna ppt
 
upsarg
upsargupsarg
upsarg
 
सर्वनाम
सर्वनामसर्वनाम
सर्वनाम
 
Sandhi ppt
Sandhi pptSandhi ppt
Sandhi ppt
 
Hindi Grammar Karak (Case)
Hindi Grammar Karak (Case) Hindi Grammar Karak (Case)
Hindi Grammar Karak (Case)
 
हिंदी वर्णमाला
हिंदी वर्णमाला हिंदी वर्णमाला
हिंदी वर्णमाला
 
समास
समाससमास
समास
 
alankar
alankaralankar
alankar
 
Shabd vichar
Shabd vicharShabd vichar
Shabd vichar
 
क्रिया विशेषण
क्रिया विशेषणक्रिया विशेषण
क्रिया विशेषण
 
Sanskrit presention
Sanskrit presention Sanskrit presention
Sanskrit presention
 
Adjectives HINDI
Adjectives HINDIAdjectives HINDI
Adjectives HINDI
 
pratyay
pratyaypratyay
pratyay
 
सर्वनाम
सर्वनामसर्वनाम
सर्वनाम
 
सर्वनाम एवं उनके भेद (भाग -1)
सर्वनाम एवं उनके भेद (भाग -1)सर्वनाम एवं उनके भेद (भाग -1)
सर्वनाम एवं उनके भेद (भाग -1)
 

Similaire à Karak ppt

कारक और उसके भेद.pptx
कारक और उसके भेद.pptxकारक और उसके भेद.pptx
कारक और उसके भेद.pptxSumitraKumari12
 
Varun presantation
Varun presantationVarun presantation
Varun presantationvarunkdudu
 
पद परिचय
पद परिचयपद परिचय
पद परिचयMahip Singh
 
hindi-141005233719-conversion-gate02.pdf
hindi-141005233719-conversion-gate02.pdfhindi-141005233719-conversion-gate02.pdf
hindi-141005233719-conversion-gate02.pdfShikharMisra4
 
पद परिचय
पद परिचयपद परिचय
पद परिचयAdityaroy110
 

Similaire à Karak ppt (8)

कारक और उसके भेद.pptx
कारक और उसके भेद.pptxकारक और उसके भेद.pptx
कारक और उसके भेद.pptx
 
Varun presantation
Varun presantationVarun presantation
Varun presantation
 
पद परिचय
पद परिचयपद परिचय
पद परिचय
 
ayush Dewangan.pptx
ayush Dewangan.pptxayush Dewangan.pptx
ayush Dewangan.pptx
 
Hindi pad parichay
Hindi pad parichayHindi pad parichay
Hindi pad parichay
 
Hindi pad parichay
Hindi pad parichayHindi pad parichay
Hindi pad parichay
 
hindi-141005233719-conversion-gate02.pdf
hindi-141005233719-conversion-gate02.pdfhindi-141005233719-conversion-gate02.pdf
hindi-141005233719-conversion-gate02.pdf
 
पद परिचय
पद परिचयपद परिचय
पद परिचय
 

Dernier

knowledge and curriculum Syllabus for B.Ed
knowledge and curriculum Syllabus for B.Edknowledge and curriculum Syllabus for B.Ed
knowledge and curriculum Syllabus for B.Edsadabaharkahaniyan
 
Email Marketing Kya Hai aur benefits of email marketing
Email Marketing Kya Hai aur benefits of email marketingEmail Marketing Kya Hai aur benefits of email marketing
Email Marketing Kya Hai aur benefits of email marketingDigital Azadi
 
Kabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaning
Kabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaningKabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaning
Kabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaningDr. Mulla Adam Ali
 
2011 Census of India - complete information.pptx
2011 Census of India - complete information.pptx2011 Census of India - complete information.pptx
2011 Census of India - complete information.pptxRAHULSIRreasoningvlo
 
बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?Dr. Mulla Adam Ali
 
ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...
ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...
ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...lodhisaajjda
 

Dernier (6)

knowledge and curriculum Syllabus for B.Ed
knowledge and curriculum Syllabus for B.Edknowledge and curriculum Syllabus for B.Ed
knowledge and curriculum Syllabus for B.Ed
 
Email Marketing Kya Hai aur benefits of email marketing
Email Marketing Kya Hai aur benefits of email marketingEmail Marketing Kya Hai aur benefits of email marketing
Email Marketing Kya Hai aur benefits of email marketing
 
Kabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaning
Kabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaningKabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaning
Kabir Ke 10 Dohe in Hindi with meaning
 
2011 Census of India - complete information.pptx
2011 Census of India - complete information.pptx2011 Census of India - complete information.pptx
2011 Census of India - complete information.pptx
 
बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
बाल साहित्य: इसकी प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
 
ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...
ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...
ali garh movement part2.pptx THIS movement by sir syed ahmad khan who started...
 

Karak ppt

  • 2.
  • 3. कारक क्या होते है? 'कारक' वह व्याकरणिक कोटि है जो यह बताती है कक वाक्य की किया क े साथ उस वाक्य में प्रयुक्त संज्ञाओं का क्या संबंध है।
  • 4. वाक्य मे संज्ञाओं और किया क े बीच क े संबंध की प्रकृ तत को ध्यान मे रखकर संसकृ तत क े प्राचीन वैयाकरिों ने कारकों क े छह भेद ककए थे, आगे चलकर इस सूची मे दो नाम और जोड़ टदए गए , इसीललए कारक क े आठ भेद होते हैं, जो कक हैं— 1. कताा कारक (वह संज्ञा जो किया को पूरा करने का काम करती हो) 2. कमा कारक (वह संज्ञा जजस पर किया का फल या प्रभाव पड़ता हो) 3. करि कारक (वह संज्ञा जो किया को पूरा करने में साधन का काया करती हो) 4. संप्रदान कारक (जजस संख्या क े ललए किया घटित होती हो) 5. अपादान कारक (जजस संज्ञा से ककसी अन्य संज्ञा क े अलग होने का भाव प्रकि होता हो) 6. अधधकरि कारक (जो संज्ञा किया क े घटित होने का आधार बनती हो) 7. संबंध कारक (दो संज्ञाओं क े बीच का संबंध) 8. संबोधन का कारक (वह संज्ञा जजसे वक्ता द्वारा संबोधधत ककया जाए) कारक: भेद-प्रभेद
  • 5. कताा कारक कताा कारक (Nominative Case)- (कारकीय धचह्न 'शून्य’ (0),'ने’,’से’, ‘क े द्वारा’) वाक्य में संज्ञा या सवानाम क े जजस रुप से यह पता चले कक वह किया को पूरा करने का काया कर रहा है तो वह संज्ञा कताा कारक पर होती है। ध्यान रणखए ‘कताा कारक’ को व्यक्त करने वाला क े वल ‘ने’ ही नहीं है बजकक शून्य ‘0’, ‘से’, ‘क े द्वारा’ आटद भी कताा कारक क े धचन्ह है। उदहारण कारकीय चिह्न १. बच्चा घर गया है। शून्य (0) २. बच्चे ने कफकम देख ली है। ‘ने’ ३. मााँ से चला नही जाता। ‘से’ ४. राष्ट्रपतत क े द्वारा उद्घािन ककया गया। क े द्वारा
  • 6. कर्ा कारक कर्ा कारक (Accusative case) - कारकीय धचह्न- ‘शून्य’ (0), ‘को’,’से’  वाक्य की जजस संज्ञा पर किया का फल या प्रभाव पड़ता है, वह संज्ञा कमा कारक में होती हैं। उदहारण कारकीय चिह्न १. लड़ककयां तबला बजा रही है। शून्य (0) २. लोगो ने उस इमारत को धगरा टदया। ‘को’ ३. मैंने मोहन से पहले ही कह टदया था। ‘से’
  • 7. करि कारक करण कारक (Instrumental Case)- करकीय धचह्न- ‘से’ करि का अथा है ‘साधन’ (Instrument)। अथाात वाक्य की किया को पूरा करने में जो संज्ञा ‘साधन’ का काया करती है, वह करि कारक मैं होती है। उदहारण कारकीय चिह्न १. बच्चे ने बोतल से दूध पपया। ‘से’ २. मैंने पेंलसल से धचत्र बनाया। ‘से’
  • 8. संप्रदान कराक  वाक्य की किया जजस संज्ञा क े ललए घटित होती है, वह संज्ञा संप्रादान कारक मैं कही जाती है। संप्रदान कारक (Dative Case)- कारककया धचह्न- ‘क े ललए’, ‘को’ उदहारण कारकीय चिह्न १. मााँ ने बच्चों क े ललए लमठाई बनाई। 'क े ललए' २. उसने लभखाररयों को क ं बल बांिे। 'को’
  • 9. अपादान कारक अपादान कारक (Ablative Case)- कारककया धचह्न- ‘से’(अलग होना) वाक्य की किया क े द्वारा जब ककसी एक संज्ञा से दूसरी संज्ञा क े अलग होने का भाव प्रकि होता है, तो वह संज्ञा अपादान कारक में कही जाती है। उदहारण कारकीय चिह्न १. पेड़ से पत्ते धगर रहे हैंI ‘से’ २. वह रेन से तनचे उतर आई। ‘से’
  • 10. अधधकरि कारक अचिकरण कारक (Locative Case)- कारककय धचह्न- ‘में’, ‘पे’, ‘पर’, ‘ऊपर’, ‘क े ऊपर’, ‘क े नीचे’, ‘क े पहले’, ‘क े बाद’ आटदI  किया क े जजस स्थान या समय पर घटित होती है उस स्थान या समय क े ललए जो संज्ञा आधार बनती है, वह अतघकरि कारक में कही जाती है। उदहारण कारकीय चिह्न १. बच्चे छत पर खेल रहे है। ‘पर’ २. हम गलमायों में लशमला जाऍ ं गे। ‘में’ ३. वह मेज़ क े ऊपर बैठा है। ‘क े ऊपर’
  • 11.  ‘समय’ क े साथ ‘में’, ‘पर’ परसगा तो लगते ही है, कभी- कभी ‘को’ का भी प्रयोग किया जाता है ; जैसे - उदहारण कारकीय चिह्न १. मेरी छ ु ट्टियां जून में होंगी। ‘में’ २. वह दोहपर को पहुाँचेगी। ‘को’ ३. मेरी रेन दस बजकर बीस लमनि पर पहुाँचेगी। ‘पर’
  • 12. संबध कारक संबि कारक (Genetive Case)- (कारककया धचह्न: ‘का’, ‘क े ’ ,‘की’ /‘रा’, ‘रे’, ‘री’)  जहां ककसी संज्ञा/ सवानाम का ककसी दूसरे संज्ञा/ सवानाम क े साथ संबंध टदखाया जाता है वहां व संज्ञा/ सवानाम संबंध कारक में होते हैं। उदहारण कारकीय चिह्न १. यह बच्चों की ककताबें हैं। ‘का’, ‘क े ’, ‘की’ २. उसने लकड़ी का मकान बनवाया। ‘का’, ‘क े ’,‘की’ ३. तुम्हारे घर में कौन-कौन है? ‘रा’, ‘रे’, ‘री’ ४. मेरी बेिी लंदन में रहती है। ‘रा’, ‘रे’, ‘री’
  • 13. संबोधन कारक संबोिन कारक (Vocative Case) – (कारकीय धचह्न : हे, रे, अरे, ओ, आटद)  जब वक्ता द्वारा ककसी संज्ञा का ध्यान आकपषात ककया जाए या उसे संबोधधत ककया जाए ,तो वह संज्ञा संबोधन कारक में होती है| उदहारण कारकीय चिह्न १.हे राम! यह लड़का कब सुधरेगा | हे! २. अरे भाई! इधर मत बैठो | अरे! ३. लड़ककयों! चाक ू से मत खेलो| लड़ककयों! ; ओ!
  • 14. हर्ने सीखा  वाक्य में प्रयुक्त संज्ञाओं का उस वाक्य की किया क े साथ जो संबंध है, उसे कारक कहते हैं।  यह संबंध इस आधार पर तय होता है कक वाक्य में कौन-सी संज्ञा क्या प्रकाया कर रही है तथा किया को पूरा करने में क्या सहयोग प्रदान कर रही है।  संज्ञा तथा किया क े बीच क े संबंध को हर भाषा अलग-अलग ढंग से व्यक्त करती है। टहंदी में यह संबंध 'परसगा' या कारकीय धचह्नों से व्यक्त ककया जाता है।  टहंदी में क ु ल आठ कारक माने गए हैं- कताा, कमा, करि, संप्रदान, अपादान, अधधकरि,संबंध तथा संबोधन।  प्रत्येक कारक को व्यक्त करने वाले अलग-अलग कारकीय धचह्न हैं।  क ु छ कारकीय धचह्न एक से अधधक कारकों में भी प्रयुक्त हो सकते हैं।  अतः क े वल धचह्न देखकर कारक का तनधाारि नहीं करना चाटहए।
  • 15.
  • 16. आइए अभ्यास करें! 1. कारक क े ककतने प्रकार होते हैं? - कारक क े आठ भेद होते हैं: 1. कताा कारक 2. कमा कारक 3. करि कारक 4. संप्रदान कारक 5. अपादान कारक 6. अधधकरि कारक 7. संबंध कारक 8. संबोधन कारक
  • 17. 2. बताइए रेखांककत संज्ञा पद ककस कारक में है? (i) डॉक्िर द्वारा इलाज ककया गया। - द्वारा: कताा कारक (ii) लोगों ने उस इमारत को धगरा टदया। - को: कमा कारक (iii) उसने क ु त्ते को डंडे से मारा। - से: करि कारक (iv) होिल में आपक े ललए कमरा बुक है। - ललए: संप्रदान कारक (v) मैं नदी से पानी ले आया। - से: अपादान कारक
  • 18. 3. इन शब्दों को चुनकर खाली स्थानों को भरो। से, में, क े , पर, क े , ललए, से (क) संसार ___ ग्लोबल वालमिंग बढ़ता जा रहा है। (ख) चीन नेपाल ____ बड़ा है। (ग) भगवान राम ____ भक्त तुलसीदास _____ भगवान की सदा कृ पा रही है। (घ) नेपाल____ बांग्लादेश ने हधथयार मंगवाया I