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MACROECONOMICS – AN
INTRODUCTION
समष्टि अर्थशास्त्र - एक परिचय
समष्टि अर्थशास्त्र समग्र रूप से अर्थव्यवस्र्ा क
े व्यवहाि का अध्ययन है। यह (िािर ीय आय) िािर क
े उत्पादन,
िोजगाि, कीमतोों औि ष्टवदेशी व्यापाि क
े समग्र स्ति की जाोंच किता है।
1933 में Ragner Frisch द्वािा अर्थशास्त्र में ‘macro’ शब्द का इस्तेमाल ष्टकया गया र्ा। आष्टर्थक समस्याओों क
े ष्टलए
इसका पद्धष्टतगत दृष्टिकोण 16 वीों औि 17 वीों शताब्दी में व्यापािीवाष्टदयोों क
े सार् उत्पन्न हुआ, जो पूिी तिह से या
समग्र रूप से आष्टर्थक प्रणाली से सोंबोंष्टित र्े। ष्टिि व्यापारियोों क
े बाद, लगभग 18 वीों शताब्दी में, भौष्टतकष्टवदोों ने इसे
अपने ‘Table Economique’ में 'िन का सोंचलन' ष्टदखाने क
े ष्टलए अपनाया, जो ष्टक ष्टकसानोों, जमीोंदािोों औि बााँझ
वगथ द्वािा प्रष्टतष्टनष्टित्व ष्टकए गए तीन वगों क
े बीच शुद्ध उत्पाद है। 19वीों शताब्दी में Malthus, Sismodi औि Marx
ने व्यापक आष्टर्थक समस्या से ष्टनपटा। Keynes से पहले व्यापक आष्टर्थक ष्टवश्लेषण क
े ष्टवकास में Walras, Wicksell
औि Frisch आिुष्टनक योगदानकताथ र्े।
www.drabhi.org
Cassel, Marshall, Pigou, Robertsons, Hayek औि Hawtery जैसे क
ु छ अर्थशास्त्रस्त्रयोों ने प्रर्म ष्टवश्व युद्ध क
े
बाद क
े दशक में पैसे औि सामान्य कीमतोों का एक ष्टसद्धाोंत ष्टवकष्टसत ष्टकया। लेष्टकन इसका श्रेय Keynes को जाता
है ष्टजन्ोोंने अोंततः महामोंदी क
े मद्देनजि आय, उत्पादन औि िोजगाि का एक सामान्य ष्टसद्धाोंत ष्टवकष्टसत ष्टकया। यह
अभी भी एक नया, युवा औि अपूणथ ष्टवज्ञान है; इसष्टलए इसे सटीक रूप से परिभाष्टषत किना बहुत मुस्त्रिल है।
उपिोक्त परिभाषा से उभिने वाले क
ें द्रीय ष्टवषय को ष्टनम्नानुसाि बताया जा सकता है। समष्टि अर्थशास्त्र अष्टनवायथ रूप
से समग्र रूप से अर्थव्यवस्र्ा क
े व्यवहाि औि प्रदशथन का अध्ययन है। इससे भी महत्वपूणथ बात यह है ष्टक यह
'कािकोों औि ताकतोों' क
े बीच सोंबोंिोों औि बातचीत का अध्ययन किता है जो िािर ीय उत्पादन औि िोजगाि क
े
ष्टवकास क
े स्ति, सामान्य मूल्य स्ति औि अर्थव्यवस्र्ा क
े भुगतान सोंतुलन की स्त्रस्र्ष्टत को ष्टनिाथरित किता है।
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समष्टि अर्थशास्त्र क
े ष्टवषय को बेहति ढों ग से समझने क
े ष्टलए, समष्टि
अर्थशास्त्र क
े सवालोों क
े जवाब दे खें
 ष्टकसी देश में आष्टर्थक गष्टतष्टवष्टियोों का स्ति, क
ु ल उत्पादन, सामान्य मूल्य स्ति औि समग्र िोजगाि क्या ष्टनिाथरित किता है?
 सोंतुलन स्ति िािर ीय आय का ष्टनिाथिण क
ै से ष्टकया जाता है?
 िािर ीय उत्पादन औि िोजगाि में उताि-चढाव का क्या कािण है?
 ष्टकसी देश में कीमतोों का सामान्य स्ति क्या ष्टनिाथरित किता है?
 ष्टवदेशी व्यापाि औि व्यापाि सोंतुलन का स्ति क्या ष्टनिाथरित किता है?
 ष्टकसी देश क
े भुगतान सोंतुलन में असोंतुलन का क्या कािण है?
 देश की मौष्टद्रक औि िाजकोषीय नीष्टतयाों अर्थव्यवस्र्ा को क
ै से प्रभाष्टवत किती हैं?
 कौन सी अर्थशास्त्र नीष्टत अर्थव्यवस्र्ा को ष्टवकास क
े पर् पि ले जा सकती है?
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MACROECONOMICS IS BOTH A
THEORETICAL AND A POLICY SCIENCE
समष्टि अर्थशास्त्र में सैद्धाोंष्टतक औि नीष्टतगत अष्टभष्टवन्यास दोनोों हैं। समष्टि अर्थशास्त्र एक सैद्धाोंष्टतक ष्टवज्ञान क
े रूप में समष्टि
अर्थशास्त्र चि क
े व्यवहाि को समझाने क
े ष्टलए समष्टि अर्थशास्त्र मॉडल का उपयोग किता है औि ताष्टक
थ क तिीक
े औि
व्यवस्त्रस्र्त तिीक
े से उनक
े बीच सोंबोंिोों की प्रक
ृ ष्टत को ष्टनष्टदथि किता है। पूवथ ष्टनिाथरित लक्ष्ोों को प्राप्त किने क
े ष्टलए उपयुक्त
व्यापक आष्टर्थक नीष्टत क
े ष्टनमाथण क
े ष्टलए व्यापक आष्टर्थक गष्टतशीलता की स्पि समझ एक आवश्यक शतथ है।
जहाों तक इसक
े नीष्टतगत अष्टभष्टवन्यास का सोंबोंि है, समष्टि अर्थशास्त्र आष्टर्थक समस्या क
े कािण औि प्रभाव की जाोंच क
े
ष्टलए एक ठोस सैद्धाोंष्टतक ढाोंचा प्रदान किता है - बेिोजगािी, मुद्रास्फीष्टत, मोंदी औि अवसाद, मुद्रास्फीष्टतजष्टनत मोंदी, आष्टद;
औि समस्या क
े समािान क
े ष्टलए उपयुक्त नीष्टतगत उपाय खोजने क
े ष्टलए ष्टदशा-ष्टनदेश प्रदान किना। डोनथबुश क
े अनुसाि,
"समष्टि अर्थशास्त्र एक अनुप्रयुक्त ष्टवज्ञान है।" समष्टि अर्थशास्त्र सबसे पहले औि सबसे महत्वपूणथ नीष्टत ष्टवज्ञान है। नीष्टत
ष्टवज्ञान क
े रूप में समष्टि अर्थशास्त्र अर्थव्यवस्र्ा में अवाोंष्टछत कािकोों को समाप्त किने औि स्त्रस्र्ि ष्टवकास क
े मागथ पि
मागथदशथन किने क
े ष्टलए उष्टचत नीष्टत उपाय तैयाि किने क
े ष्टलए एक ष्टवश्लेषणात्मक ढाोंचा औि ष्टदशाष्टनदेश प्रदान किता है।
इसष्टलए, समष्टि अर्थशास्त्र ष्टसद्धाोंत, हालाोंष्टक अपूणथ हैं, नीष्टत ष्टनमाथण में आवेदन का एक अच्छा सौदा है।
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DEPENDENCE OF MICROECONOMIC THEORY ON
MACROECONOMICS
आइए हम उदाहिण क
े सार् व्यष्टि आष्टर्थक की ष्टनभथिता को समझें जहाों समृस्त्रद्ध की अवष्टि क
े दौिान क
ु ल माोंग बढती है,
व्यस्त्रक्तगत उत्पादोों की माोंग भी बढती है। अब मान लें ष्टक माोंग में यह वृस्त्रद्ध ब्याज दि में कमी क
े कािण है, ष्टवष्टभन्न प्रकाि की
पूोंजीगत वस्तुओों की माोंग बढ जाएगी। इससे पूोंजीगत सामान उद्योग क
े ष्टलए आवश्यक ष्टवशेष प्रकाि क
े श्रम की माोंग में वृस्त्रद्ध
होगी। यष्टद ऐसे श्रम की आपूष्टतथ कम लोचदाि है, तो इसकी मजदू िी दि में वृस्त्रद्ध होगी। पूोंजीगत वस्तुओों की बढती माोंग क
े
परिणामस्वरूप मुनाि
े में वृस्त्रद्ध से मजदू िी दि में वृस्त्रद्ध सोंभव हुई है।
इस प्रकाि, एक व्यापक आष्टर्थक परिवतथन ष्टवशेष उद्योगोों की मजदू िी दिोों में, ष्टवशेष िमों औि उद्योगोों क
े मुनाि
े में औि श्रष्टमकोों
क
े ष्टवष्टभन्न समूहोों क
े िोजगाि की स्त्रस्र्ष्टत में परिवतथन लाता है। इसी तिह, अगि हम अर्थव्यवस्र्ा में आय, आउटपुट, िोजगाि,
लागत आष्टद क
े पूिे आकाि क
े रूप में लेते हैं, तो व्यस्त्रक्तगत आय, उत्पादन, िोजगाि औि व्यस्त्रक्तगत िमों औि उद्योगोों की लागत
की सोंिचना को प्रभाष्टवत किता है। इसे स्पि किने क
े ष्टलए हम उदाहिण लेते हैं जब क
ु ल उत्पादन मोंदी की अवष्टि में ष्टगिता है,
पूोंजीगत वस्तुओों का उत्पादन उपभोक्ता वस्तुओों की तुलना में अष्टिक ष्टगिता है। उपभोक्ता वस्तु उद्योगोों की तुलना में पूोंजीगत
वस्तु उद्योगोों में लाभ, मजदू िी औि िोजगाि में तेजी से ष्टगिावट आती है।
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DEPENDENCE OF MACROECONOMICS ON
MICROECONOMIC THEORY
समष्टि अर्थशास्त्र ष्टसद्धाोंत सूक्ष्म आष्टर्थक ष्टवश्लेषण पि बहुत अष्टिक ष्टनभथि है। सूक्ष्म आष्टर्थक ष्टसद्धाोंत क
े चि समष्टि आष्टर्थक
चि बनाने क
े ष्टलए एक सार् जुड़ते हैं। िािर ीय आय व्यस्त्रक्तयोों, परिवािोों, िमों औि उद्योगोों की आय का योग है। क
ु ल बचत
क
ु ल ष्टनवेश औि व्यस्त्रक्तगत उद्योगोों, िमों, घिोों औि व्यस्त्रक्तयोों क
े क
ु ल उपभोग ष्टनणथय। सामान्य मूल्य स्ति सभी कीमतोों का
औसत व्यस्त्रक्तगत वस्तुओों औि सेवाओों की सभी कीमतोों का औसत है।
अर्थव्यवस्र्ा का उत्पादन भी सभी व्यस्त्रक्तगत उत्पादन इकाइयोों क
े उत्पादन का योग है। इसष्टलए, हम कह सकते हैं ष्टक
समष्टि अर्थशास्त्र में अध्ययन ष्टकए गए क
ु ल औि औसत क
ु छ भी नहीों बस्त्रि सभी व्यस्त्रक्तगत मात्राओों (व्यस्त्रक्तगत मात्राओों का
क
ु ल औि औसत) का योग हैं जो सूक्ष्मअर्थशास्त्र में उपयोग ष्टकए जाते हैं।
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व्यष्टि अर्थशास्त्र बनाम समष्टि अर्थशास्त्र
1. व्यष्टि अर्थशास्त्र व्यस्त्रक्तगत ष्टनणथय लेने वाली इकाइयोों क
े अर्थशास्त्र व्यवहाि का अध्ययन किता है औि व्यस्त्रक्तगत उत्पाद
की कीमत ने बाजाि को क
ै से ष्टनिाथरित ष्टकया। समष्टि अर्थशास्त्र समग्र रूप से अर्थव्यवस्र्ा का अध्ययन किता है। यह िािर ीय
आय, क
ु ल खपत, व्यय, बचत औि ष्टनवेश, क
ु ल िोजगाि औि सामान्य मूल्य स्ति जैसे आष्टर्थक समुच्चय की प्रक
ृ ष्टत, सोंबोंिोों
औि व्यवहाि से सोंबोंष्टित है। सोंक्षेप में, समष्टि अर्थशास्त्र समग्र रूप से अर्थव्यवस्र्ा क
े कामकाज औि प्रदशथन का अध्ययन
किता है।
2. व्यष्टि अर्थशास्त्र में सभी समष्टि चि ष्टदए जाने का अनुमान लगाया गया है। यानी यह क
ु ल उत्पादन (िािर ीय आय), खपत,
बचत औि ष्टनवेश, िोजगाि औि सामान्य मूल्य स्ति आष्टद क
े स्ति को स्त्रस्र्ि िहने क
े ष्टलए मानता है। इसक
े ष्टवपिीत, समष्टि
अर्थशास्त्र उन्ें चि क
े रूप में मानता है। सोंक्षेप में, व्यष्टि अर्थशास्त्र जो स्त्रस्र्िाोंक क
े रूप में व्यवहाि किता है, व्यष्टि
अर्थशास्त्र उन्ें स्त्रस्र्िाोंक क
े रूप में मानता है, औि व्यष्टि अर्थशास्त्र उन्ें चि क
े रूप में मानता है।
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3. व्यष्टि - समष्टि ष्टविोिाभास - बोस्त्रडोंग द्वािा
A) क
ै श होस्त्रडोंग- यष्टद सभी व्यस्त्रक्त नकदी क
े रूप में पैसा िखने का ि
ै सला किते हैं, तो क
ु ल व्यस्त्रक्तगत क
ै श होस्त्रडोंग बढ
जाती है। लेष्टकन पूिी अर्थव्यवस्र्ा क
े ष्टलए पैसे का स्टॉक समान िहता है।
B) बचत औि ष्टनवेश- यष्टद कोई व्यस्त्रक्त बचत किता है औि अष्टिक ष्टनवेश किता है, तो उसकी आय में वृस्त्रद्ध होती है।
लेष्टकन यह पूिी तिह से अर्थव्यवस्र्ा क
े ष्टलए सच नहीों है।
C) लाभ औि मजदू िी- व्यष्टि स्ति पि, मजदू िी आय औि लाभ क
े बीच िािर ीय आय का ष्टवतिण श्रम औि ष्टनयोक्ताओों की
सापेक्ष सौदेबाजी की शस्त्रक्त पि ष्टनभथि किता है। लेष्टकन वृहद दृष्टिकोण से, यह अन्य कािकोों क
े सोंयोजन पि ष्टनभथि किता है,
ष्टजनमें से सबसे महत्वपूणथ तिलता विीयता क
े बािे में पूिे समाज का ष्टनणथय है।
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ORIGIN AND GROWTH OF MACROECONOMICS
समष्टि अर्थशास्त्र अपेक्षाक
ृ त हाल क
े मूल का है। अर्थशास्त्र की एक अलग शाखा क
े रूप में समष्टि अर्थशास्त्र की नीोंव एक
ष्टिष्टटश अर्थशास्त्री, जॉन मेनाडथ कीन्स (1883 - 1946) ने अपनी क्ाोंष्टतकािी पुस्तक द जनिल थ्योिी ऑि एम्प्लॉयमेंट
इोंटिेस्ट एों ड मनी (1936) में िखी र्ी। हालाोंष्टक इसका मतलब यह नहीों होना चाष्टहए ष्टक पूवथ-कीनेष्टसयन युग क
े अर्थशास्त्री ने
अर्थव्यवस्र्ा की व्यापक आष्टर्थक समस्याओों पि ष्टवचाि नहीों ष्टकया र्ा, लेष्टकन यह सीष्टमत सोंस्किण में र्ा। यहाों समष्टि
अर्थशास्त्र क
े ष्टवकास की सोंष्टक्षप्त समीक्षा समष्टि अर्थशास्त्र मुद्दोों पि Classical School से शुरू होती है।
www.drabhi.org
THANK YOU
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Macroeconomics – An Introduction - I

  • 2. समष्टि अर्थशास्त्र - एक परिचय समष्टि अर्थशास्त्र समग्र रूप से अर्थव्यवस्र्ा क े व्यवहाि का अध्ययन है। यह (िािर ीय आय) िािर क े उत्पादन, िोजगाि, कीमतोों औि ष्टवदेशी व्यापाि क े समग्र स्ति की जाोंच किता है। 1933 में Ragner Frisch द्वािा अर्थशास्त्र में ‘macro’ शब्द का इस्तेमाल ष्टकया गया र्ा। आष्टर्थक समस्याओों क े ष्टलए इसका पद्धष्टतगत दृष्टिकोण 16 वीों औि 17 वीों शताब्दी में व्यापािीवाष्टदयोों क े सार् उत्पन्न हुआ, जो पूिी तिह से या समग्र रूप से आष्टर्थक प्रणाली से सोंबोंष्टित र्े। ष्टिि व्यापारियोों क े बाद, लगभग 18 वीों शताब्दी में, भौष्टतकष्टवदोों ने इसे अपने ‘Table Economique’ में 'िन का सोंचलन' ष्टदखाने क े ष्टलए अपनाया, जो ष्टक ष्टकसानोों, जमीोंदािोों औि बााँझ वगथ द्वािा प्रष्टतष्टनष्टित्व ष्टकए गए तीन वगों क े बीच शुद्ध उत्पाद है। 19वीों शताब्दी में Malthus, Sismodi औि Marx ने व्यापक आष्टर्थक समस्या से ष्टनपटा। Keynes से पहले व्यापक आष्टर्थक ष्टवश्लेषण क े ष्टवकास में Walras, Wicksell औि Frisch आिुष्टनक योगदानकताथ र्े। www.drabhi.org
  • 3. Cassel, Marshall, Pigou, Robertsons, Hayek औि Hawtery जैसे क ु छ अर्थशास्त्रस्त्रयोों ने प्रर्म ष्टवश्व युद्ध क े बाद क े दशक में पैसे औि सामान्य कीमतोों का एक ष्टसद्धाोंत ष्टवकष्टसत ष्टकया। लेष्टकन इसका श्रेय Keynes को जाता है ष्टजन्ोोंने अोंततः महामोंदी क े मद्देनजि आय, उत्पादन औि िोजगाि का एक सामान्य ष्टसद्धाोंत ष्टवकष्टसत ष्टकया। यह अभी भी एक नया, युवा औि अपूणथ ष्टवज्ञान है; इसष्टलए इसे सटीक रूप से परिभाष्टषत किना बहुत मुस्त्रिल है। उपिोक्त परिभाषा से उभिने वाले क ें द्रीय ष्टवषय को ष्टनम्नानुसाि बताया जा सकता है। समष्टि अर्थशास्त्र अष्टनवायथ रूप से समग्र रूप से अर्थव्यवस्र्ा क े व्यवहाि औि प्रदशथन का अध्ययन है। इससे भी महत्वपूणथ बात यह है ष्टक यह 'कािकोों औि ताकतोों' क े बीच सोंबोंिोों औि बातचीत का अध्ययन किता है जो िािर ीय उत्पादन औि िोजगाि क े ष्टवकास क े स्ति, सामान्य मूल्य स्ति औि अर्थव्यवस्र्ा क े भुगतान सोंतुलन की स्त्रस्र्ष्टत को ष्टनिाथरित किता है। www.drabhi.org
  • 4. समष्टि अर्थशास्त्र क े ष्टवषय को बेहति ढों ग से समझने क े ष्टलए, समष्टि अर्थशास्त्र क े सवालोों क े जवाब दे खें  ष्टकसी देश में आष्टर्थक गष्टतष्टवष्टियोों का स्ति, क ु ल उत्पादन, सामान्य मूल्य स्ति औि समग्र िोजगाि क्या ष्टनिाथरित किता है?  सोंतुलन स्ति िािर ीय आय का ष्टनिाथिण क ै से ष्टकया जाता है?  िािर ीय उत्पादन औि िोजगाि में उताि-चढाव का क्या कािण है?  ष्टकसी देश में कीमतोों का सामान्य स्ति क्या ष्टनिाथरित किता है?  ष्टवदेशी व्यापाि औि व्यापाि सोंतुलन का स्ति क्या ष्टनिाथरित किता है?  ष्टकसी देश क े भुगतान सोंतुलन में असोंतुलन का क्या कािण है?  देश की मौष्टद्रक औि िाजकोषीय नीष्टतयाों अर्थव्यवस्र्ा को क ै से प्रभाष्टवत किती हैं?  कौन सी अर्थशास्त्र नीष्टत अर्थव्यवस्र्ा को ष्टवकास क े पर् पि ले जा सकती है? www.drabhi.org
  • 5. MACROECONOMICS IS BOTH A THEORETICAL AND A POLICY SCIENCE समष्टि अर्थशास्त्र में सैद्धाोंष्टतक औि नीष्टतगत अष्टभष्टवन्यास दोनोों हैं। समष्टि अर्थशास्त्र एक सैद्धाोंष्टतक ष्टवज्ञान क े रूप में समष्टि अर्थशास्त्र चि क े व्यवहाि को समझाने क े ष्टलए समष्टि अर्थशास्त्र मॉडल का उपयोग किता है औि ताष्टक थ क तिीक े औि व्यवस्त्रस्र्त तिीक े से उनक े बीच सोंबोंिोों की प्रक ृ ष्टत को ष्टनष्टदथि किता है। पूवथ ष्टनिाथरित लक्ष्ोों को प्राप्त किने क े ष्टलए उपयुक्त व्यापक आष्टर्थक नीष्टत क े ष्टनमाथण क े ष्टलए व्यापक आष्टर्थक गष्टतशीलता की स्पि समझ एक आवश्यक शतथ है। जहाों तक इसक े नीष्टतगत अष्टभष्टवन्यास का सोंबोंि है, समष्टि अर्थशास्त्र आष्टर्थक समस्या क े कािण औि प्रभाव की जाोंच क े ष्टलए एक ठोस सैद्धाोंष्टतक ढाोंचा प्रदान किता है - बेिोजगािी, मुद्रास्फीष्टत, मोंदी औि अवसाद, मुद्रास्फीष्टतजष्टनत मोंदी, आष्टद; औि समस्या क े समािान क े ष्टलए उपयुक्त नीष्टतगत उपाय खोजने क े ष्टलए ष्टदशा-ष्टनदेश प्रदान किना। डोनथबुश क े अनुसाि, "समष्टि अर्थशास्त्र एक अनुप्रयुक्त ष्टवज्ञान है।" समष्टि अर्थशास्त्र सबसे पहले औि सबसे महत्वपूणथ नीष्टत ष्टवज्ञान है। नीष्टत ष्टवज्ञान क े रूप में समष्टि अर्थशास्त्र अर्थव्यवस्र्ा में अवाोंष्टछत कािकोों को समाप्त किने औि स्त्रस्र्ि ष्टवकास क े मागथ पि मागथदशथन किने क े ष्टलए उष्टचत नीष्टत उपाय तैयाि किने क े ष्टलए एक ष्टवश्लेषणात्मक ढाोंचा औि ष्टदशाष्टनदेश प्रदान किता है। इसष्टलए, समष्टि अर्थशास्त्र ष्टसद्धाोंत, हालाोंष्टक अपूणथ हैं, नीष्टत ष्टनमाथण में आवेदन का एक अच्छा सौदा है। www.drabhi.org
  • 6. DEPENDENCE OF MICROECONOMIC THEORY ON MACROECONOMICS आइए हम उदाहिण क े सार् व्यष्टि आष्टर्थक की ष्टनभथिता को समझें जहाों समृस्त्रद्ध की अवष्टि क े दौिान क ु ल माोंग बढती है, व्यस्त्रक्तगत उत्पादोों की माोंग भी बढती है। अब मान लें ष्टक माोंग में यह वृस्त्रद्ध ब्याज दि में कमी क े कािण है, ष्टवष्टभन्न प्रकाि की पूोंजीगत वस्तुओों की माोंग बढ जाएगी। इससे पूोंजीगत सामान उद्योग क े ष्टलए आवश्यक ष्टवशेष प्रकाि क े श्रम की माोंग में वृस्त्रद्ध होगी। यष्टद ऐसे श्रम की आपूष्टतथ कम लोचदाि है, तो इसकी मजदू िी दि में वृस्त्रद्ध होगी। पूोंजीगत वस्तुओों की बढती माोंग क े परिणामस्वरूप मुनाि े में वृस्त्रद्ध से मजदू िी दि में वृस्त्रद्ध सोंभव हुई है। इस प्रकाि, एक व्यापक आष्टर्थक परिवतथन ष्टवशेष उद्योगोों की मजदू िी दिोों में, ष्टवशेष िमों औि उद्योगोों क े मुनाि े में औि श्रष्टमकोों क े ष्टवष्टभन्न समूहोों क े िोजगाि की स्त्रस्र्ष्टत में परिवतथन लाता है। इसी तिह, अगि हम अर्थव्यवस्र्ा में आय, आउटपुट, िोजगाि, लागत आष्टद क े पूिे आकाि क े रूप में लेते हैं, तो व्यस्त्रक्तगत आय, उत्पादन, िोजगाि औि व्यस्त्रक्तगत िमों औि उद्योगोों की लागत की सोंिचना को प्रभाष्टवत किता है। इसे स्पि किने क े ष्टलए हम उदाहिण लेते हैं जब क ु ल उत्पादन मोंदी की अवष्टि में ष्टगिता है, पूोंजीगत वस्तुओों का उत्पादन उपभोक्ता वस्तुओों की तुलना में अष्टिक ष्टगिता है। उपभोक्ता वस्तु उद्योगोों की तुलना में पूोंजीगत वस्तु उद्योगोों में लाभ, मजदू िी औि िोजगाि में तेजी से ष्टगिावट आती है। www.drabhi.org
  • 7. DEPENDENCE OF MACROECONOMICS ON MICROECONOMIC THEORY समष्टि अर्थशास्त्र ष्टसद्धाोंत सूक्ष्म आष्टर्थक ष्टवश्लेषण पि बहुत अष्टिक ष्टनभथि है। सूक्ष्म आष्टर्थक ष्टसद्धाोंत क े चि समष्टि आष्टर्थक चि बनाने क े ष्टलए एक सार् जुड़ते हैं। िािर ीय आय व्यस्त्रक्तयोों, परिवािोों, िमों औि उद्योगोों की आय का योग है। क ु ल बचत क ु ल ष्टनवेश औि व्यस्त्रक्तगत उद्योगोों, िमों, घिोों औि व्यस्त्रक्तयोों क े क ु ल उपभोग ष्टनणथय। सामान्य मूल्य स्ति सभी कीमतोों का औसत व्यस्त्रक्तगत वस्तुओों औि सेवाओों की सभी कीमतोों का औसत है। अर्थव्यवस्र्ा का उत्पादन भी सभी व्यस्त्रक्तगत उत्पादन इकाइयोों क े उत्पादन का योग है। इसष्टलए, हम कह सकते हैं ष्टक समष्टि अर्थशास्त्र में अध्ययन ष्टकए गए क ु ल औि औसत क ु छ भी नहीों बस्त्रि सभी व्यस्त्रक्तगत मात्राओों (व्यस्त्रक्तगत मात्राओों का क ु ल औि औसत) का योग हैं जो सूक्ष्मअर्थशास्त्र में उपयोग ष्टकए जाते हैं। www.drabhi.org
  • 8. व्यष्टि अर्थशास्त्र बनाम समष्टि अर्थशास्त्र 1. व्यष्टि अर्थशास्त्र व्यस्त्रक्तगत ष्टनणथय लेने वाली इकाइयोों क े अर्थशास्त्र व्यवहाि का अध्ययन किता है औि व्यस्त्रक्तगत उत्पाद की कीमत ने बाजाि को क ै से ष्टनिाथरित ष्टकया। समष्टि अर्थशास्त्र समग्र रूप से अर्थव्यवस्र्ा का अध्ययन किता है। यह िािर ीय आय, क ु ल खपत, व्यय, बचत औि ष्टनवेश, क ु ल िोजगाि औि सामान्य मूल्य स्ति जैसे आष्टर्थक समुच्चय की प्रक ृ ष्टत, सोंबोंिोों औि व्यवहाि से सोंबोंष्टित है। सोंक्षेप में, समष्टि अर्थशास्त्र समग्र रूप से अर्थव्यवस्र्ा क े कामकाज औि प्रदशथन का अध्ययन किता है। 2. व्यष्टि अर्थशास्त्र में सभी समष्टि चि ष्टदए जाने का अनुमान लगाया गया है। यानी यह क ु ल उत्पादन (िािर ीय आय), खपत, बचत औि ष्टनवेश, िोजगाि औि सामान्य मूल्य स्ति आष्टद क े स्ति को स्त्रस्र्ि िहने क े ष्टलए मानता है। इसक े ष्टवपिीत, समष्टि अर्थशास्त्र उन्ें चि क े रूप में मानता है। सोंक्षेप में, व्यष्टि अर्थशास्त्र जो स्त्रस्र्िाोंक क े रूप में व्यवहाि किता है, व्यष्टि अर्थशास्त्र उन्ें स्त्रस्र्िाोंक क े रूप में मानता है, औि व्यष्टि अर्थशास्त्र उन्ें चि क े रूप में मानता है। www.drabhi.org
  • 9. 3. व्यष्टि - समष्टि ष्टविोिाभास - बोस्त्रडोंग द्वािा A) क ै श होस्त्रडोंग- यष्टद सभी व्यस्त्रक्त नकदी क े रूप में पैसा िखने का ि ै सला किते हैं, तो क ु ल व्यस्त्रक्तगत क ै श होस्त्रडोंग बढ जाती है। लेष्टकन पूिी अर्थव्यवस्र्ा क े ष्टलए पैसे का स्टॉक समान िहता है। B) बचत औि ष्टनवेश- यष्टद कोई व्यस्त्रक्त बचत किता है औि अष्टिक ष्टनवेश किता है, तो उसकी आय में वृस्त्रद्ध होती है। लेष्टकन यह पूिी तिह से अर्थव्यवस्र्ा क े ष्टलए सच नहीों है। C) लाभ औि मजदू िी- व्यष्टि स्ति पि, मजदू िी आय औि लाभ क े बीच िािर ीय आय का ष्टवतिण श्रम औि ष्टनयोक्ताओों की सापेक्ष सौदेबाजी की शस्त्रक्त पि ष्टनभथि किता है। लेष्टकन वृहद दृष्टिकोण से, यह अन्य कािकोों क े सोंयोजन पि ष्टनभथि किता है, ष्टजनमें से सबसे महत्वपूणथ तिलता विीयता क े बािे में पूिे समाज का ष्टनणथय है। www.drabhi.org
  • 10. ORIGIN AND GROWTH OF MACROECONOMICS समष्टि अर्थशास्त्र अपेक्षाक ृ त हाल क े मूल का है। अर्थशास्त्र की एक अलग शाखा क े रूप में समष्टि अर्थशास्त्र की नीोंव एक ष्टिष्टटश अर्थशास्त्री, जॉन मेनाडथ कीन्स (1883 - 1946) ने अपनी क्ाोंष्टतकािी पुस्तक द जनिल थ्योिी ऑि एम्प्लॉयमेंट इोंटिेस्ट एों ड मनी (1936) में िखी र्ी। हालाोंष्टक इसका मतलब यह नहीों होना चाष्टहए ष्टक पूवथ-कीनेष्टसयन युग क े अर्थशास्त्री ने अर्थव्यवस्र्ा की व्यापक आष्टर्थक समस्याओों पि ष्टवचाि नहीों ष्टकया र्ा, लेष्टकन यह सीष्टमत सोंस्किण में र्ा। यहाों समष्टि अर्थशास्त्र क े ष्टवकास की सोंष्टक्षप्त समीक्षा समष्टि अर्थशास्त्र मुद्दोों पि Classical School से शुरू होती है। www.drabhi.org