1. मनोरंजन के साधन
मनुष्य काययशील प्राणी है । वह दिन भर अपने काम में लगा
रहता है । शाम को अपने काम से छु ट्टी पाने पर उसे
थकावट महसूस होती है । थकावट िूर करने के ललए उसे
शारीररक और मानलसक ववश्राम की आवश्यकता होती है ।
6. मनोरंजन के साधन
इनके ्अर्तररतत्ववज्ञान्ने्आधुर्नक्युग्में्मनोरंजन्के ्
अन्य्साधनों्में्आश्चययजनक्वृद्थध्की्है्।्आज्मनोरंजन्
का्मुख्य्साधन्है- रेड़ियो्।्रेड़ियो्पर्तरह-तरह्के
काययक्रम्तथा्मीिी्और्सुरीली्तान्सुनकर्श्रोता्आनंि-
ववभोर्हो्उिते्हैं्।