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WORLD POPULATION DAY
Himachal Pradesh
Anu Mehta
11/July/2018
SYMBOLS OF [HIMACHAL PRADESH]
THE STATE BIRD IS THE STATE FLOWER IS THE STATE ANIMAL IS
STATE TREE
देवदार (CEDAR) का वृक्ष काफी ऊँ चा
और सीधा होता है इसकी ऊँ चाई
साठ से सत्तर फीट की होती है.
इसकी आयु सौ से दो सौ वर्ष की
मणी जाती है. यह जजतना पुराना
होता जाता है. इसकी लकड़ी उतनी
ही मजबूत होती जाती है.,तकरीबन
चालीस से पचास वर्ष के बाद इस
पर फल लगते हैं.
इसकी लकड़ी हल्की और मजबूत
होती है. सामान्य उपयोग में आने
बाली हर वस्तु जो हल्की होती है.
इसी की लकड़ी से बनाई जाती है.
प्राचीन काल में राजाओं के ससंहासन
और शयनशय्या बनाने में इसका
मुख्य प्रयोग ककया जाता है.
STATE 1ST NICK NAME: APPLE STATE
2ND NICK NAME:
ALL SEASONS’ STATE
• It is called ‘Apple State’ of
India because country’s first
apples were cultivated here,
also the first state to
process potatoes.
कहमाचल प्रदेश को देव भूसम भी कहा जाता है
और यह उत्तर में जम्मू कश्मीर से, पजिम में
पंजाब से, दजक्षण में उत्तर प्रदेश से और पूवष में
उत्तराखंड से सिरा है। कहमाचल शब्द का अर्ष
‘बफष का िर’ होता है। कहमाचल प्रदेश की
राजधानी सशमला है और राज्य का कु ल क्षेत्रफल
55,673 वगष ककमी. है। यह राज्य प्राकृ सतक
सुंदरता का खजाना है और ववश्व के सबसे
लोकवप्रय पयषटन स्र्लों में से एक है।
कहमाचल का ज्यादातर कहस्सा उंची पवषत
श्ृंखलाओं, गहरी िाकटयों, सुंदर झरनों और
हररयाली से भरा है। यहां का मौसम जगह के
कहसाब से बदलता रहता है। कु छ जगहों पर
भारी बरसात होती है और कु छ जगहों पर
वबलकु ल वर्ाष नहीं होती।
उंचाई पर जस्र्त होने के कारण इस राज्य
में बफष बारी आम बात है। राज्य में 12 जजले
हैं जो प्रशाससनक सुववधा के सलए मंडलों,
गांवों और कस्बों में बंटे है। कहमाचल प्रदेश,
देश का दूसरा सबसे कम भ्रष्ट राज्य है।
कहमाचल प्रदेश का इसतहास
कहमाचल प्रदेश का इसतहास बहुत समृद्ध है क्योंकक सभ्यता की शुरुआत से ही यहां
ववसभन्न कालों में कई वंश रहे हैं। सबसे पहले ससंधु िाटी सभ्यता के लोग यहां आकर
रहे। दूसरी या तीसरी सहस्त्राब्दी ईसा पूवष वह लोग गंगा के मैदानों से यहां शांसतपूणष
जीवन की खोज में आए र्े। जल्द ही मंगोसलयों ने क्षेत्र पर कब्जा कर सलया और कफर
आयष आए। भारतीय महाकाव्य के अनुसार, कहमाचल प्रदेश कई छोटे जनपदों और
गणराज्यों का समूह र्ा जजसके हर राज्य की एक सांस्कृ सतक इकाई र्ी। उसके बाद
मुगल आए जजसके राजा महमूद गजनवी, ससकं दर आकद र्े। इन लोगों ने इस क्षेत्र को
जीता और यहां अपना वचषस्व स्र्ावपत ककया।
जब उनके शासन का पतन होने लगा तब गोरखाओं ने इस भूसम पर कब्जा कर सलया।
जल्दी ही एंग्लो-गोरखा युद्ध के दौरान उन्होंने यह राज्य अंग्रेजों के हार्ों खो कदया।
अंग्रेज इस राज्य की खूबसूरती के कायल हो गए। उन्होंने इस जगह पर सन ् 1854 से
1914 तक राज ककया। आजादी के बाद सन ् 1948 में 30 ररयासतों को समलाकर
कहमाचल प्रदेश का गठन ककया गया। जब पंजाब का भौगोसलक तौर पर पुनगषठन हुआ
तो कु छ भाग इसमें चला गया। सन ् 1971 में कहमाचल प्रदेश भारतीय संि का 18वां
राज्य बनकर उभरा।
राज्य का दजाष (STATEHOOD)
25 जनवरी 1971 को कहमाचल प्रदेश को पूणष राज्य का दजाष समला।
कहमाचल प्रदेश के प्रर्म गवनषर एस चक्रवती र्े!
कहमाचल प्रदेश की यात्रा
MAPS
Airport
India Tourism Office
National Highway
State Boundary
International Boundary
Major Road
River
मेरे प्रदेश का नाम
कहमाचल है,
ये मेरी कदल की
धडकनों में समाया है
कहमाचल प्रदेश पजिमी भारत में जस्र्त राज्य है। यह उत्तर में जम्मू और कश्मीर, पजिम तर्ा
दजक्षण-पजिम में दजक्षण में हररयाणा एवं उत्तर प्रदेश, दजक्षण-पूवष में उत्तराखंड तर्ा पूवष में
सतब्बत से सिरा है।
कहमाचल प्रदेश का शाजब्दक अर्ष "बर्फ़ीले पहाड़ों का प्रांत" है।
कहमाचल प्रदेश का क्षेञफल 55,673 वगष ककO मीO है
कहमाचल प्रदेश में जजलों की संख्या 12 है। यहॉ के सबसे बडे शहर सशमला, कु ल्लू, और कांगडा
है। यहॉ की प्रमुख फसलें गेहू, चावल, मक्का, दालें, चाय, व फल है।
कहमाचल प्रदेश का प्रमुख व्यवसाय कृ वर् है। कृ वर् राज्य की अर्षव्यवस्र्ा में महत्त्वपूणष भूसमका
सनभाती है। कहमाचल की प्रमुख भार्ाओं में कहन्दी, काँगड़ी, पहाड़ी, पंजाबी और मंकडयाली
शासमल हैं। कहमाचल प्रदेश में पांच नकदयॉ बहती हैं।
प्राकृ सतक सौंदयष से भरपूर कहमाचल प्रदेश दूर दूर तक फै ली कहमाच्छाकदत पवषत श्ंखलाओं, हरे-
भरे मैदानों, कल-कल करती नकदयों, झरनों इसकी शोभा बढ़ाते है !
मुझे मेरा कहमाचल जान से भी ज्यादा प्यारा है !

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हिमाचल प्रदेश

  • 1. WORLD POPULATION DAY Himachal Pradesh Anu Mehta 11/July/2018
  • 2. SYMBOLS OF [HIMACHAL PRADESH] THE STATE BIRD IS THE STATE FLOWER IS THE STATE ANIMAL IS
  • 3. STATE TREE देवदार (CEDAR) का वृक्ष काफी ऊँ चा और सीधा होता है इसकी ऊँ चाई साठ से सत्तर फीट की होती है. इसकी आयु सौ से दो सौ वर्ष की मणी जाती है. यह जजतना पुराना होता जाता है. इसकी लकड़ी उतनी ही मजबूत होती जाती है.,तकरीबन चालीस से पचास वर्ष के बाद इस पर फल लगते हैं. इसकी लकड़ी हल्की और मजबूत होती है. सामान्य उपयोग में आने बाली हर वस्तु जो हल्की होती है. इसी की लकड़ी से बनाई जाती है. प्राचीन काल में राजाओं के ससंहासन और शयनशय्या बनाने में इसका मुख्य प्रयोग ककया जाता है.
  • 4. STATE 1ST NICK NAME: APPLE STATE 2ND NICK NAME: ALL SEASONS’ STATE • It is called ‘Apple State’ of India because country’s first apples were cultivated here, also the first state to process potatoes.
  • 5. कहमाचल प्रदेश को देव भूसम भी कहा जाता है और यह उत्तर में जम्मू कश्मीर से, पजिम में पंजाब से, दजक्षण में उत्तर प्रदेश से और पूवष में उत्तराखंड से सिरा है। कहमाचल शब्द का अर्ष ‘बफष का िर’ होता है। कहमाचल प्रदेश की राजधानी सशमला है और राज्य का कु ल क्षेत्रफल 55,673 वगष ककमी. है। यह राज्य प्राकृ सतक सुंदरता का खजाना है और ववश्व के सबसे लोकवप्रय पयषटन स्र्लों में से एक है। कहमाचल का ज्यादातर कहस्सा उंची पवषत श्ृंखलाओं, गहरी िाकटयों, सुंदर झरनों और हररयाली से भरा है। यहां का मौसम जगह के कहसाब से बदलता रहता है। कु छ जगहों पर भारी बरसात होती है और कु छ जगहों पर वबलकु ल वर्ाष नहीं होती। उंचाई पर जस्र्त होने के कारण इस राज्य में बफष बारी आम बात है। राज्य में 12 जजले हैं जो प्रशाससनक सुववधा के सलए मंडलों, गांवों और कस्बों में बंटे है। कहमाचल प्रदेश, देश का दूसरा सबसे कम भ्रष्ट राज्य है।
  • 6. कहमाचल प्रदेश का इसतहास कहमाचल प्रदेश का इसतहास बहुत समृद्ध है क्योंकक सभ्यता की शुरुआत से ही यहां ववसभन्न कालों में कई वंश रहे हैं। सबसे पहले ससंधु िाटी सभ्यता के लोग यहां आकर रहे। दूसरी या तीसरी सहस्त्राब्दी ईसा पूवष वह लोग गंगा के मैदानों से यहां शांसतपूणष जीवन की खोज में आए र्े। जल्द ही मंगोसलयों ने क्षेत्र पर कब्जा कर सलया और कफर आयष आए। भारतीय महाकाव्य के अनुसार, कहमाचल प्रदेश कई छोटे जनपदों और गणराज्यों का समूह र्ा जजसके हर राज्य की एक सांस्कृ सतक इकाई र्ी। उसके बाद मुगल आए जजसके राजा महमूद गजनवी, ससकं दर आकद र्े। इन लोगों ने इस क्षेत्र को जीता और यहां अपना वचषस्व स्र्ावपत ककया। जब उनके शासन का पतन होने लगा तब गोरखाओं ने इस भूसम पर कब्जा कर सलया। जल्दी ही एंग्लो-गोरखा युद्ध के दौरान उन्होंने यह राज्य अंग्रेजों के हार्ों खो कदया। अंग्रेज इस राज्य की खूबसूरती के कायल हो गए। उन्होंने इस जगह पर सन ् 1854 से 1914 तक राज ककया। आजादी के बाद सन ् 1948 में 30 ररयासतों को समलाकर कहमाचल प्रदेश का गठन ककया गया। जब पंजाब का भौगोसलक तौर पर पुनगषठन हुआ तो कु छ भाग इसमें चला गया। सन ् 1971 में कहमाचल प्रदेश भारतीय संि का 18वां राज्य बनकर उभरा।
  • 7. राज्य का दजाष (STATEHOOD) 25 जनवरी 1971 को कहमाचल प्रदेश को पूणष राज्य का दजाष समला। कहमाचल प्रदेश के प्रर्म गवनषर एस चक्रवती र्े!
  • 8. कहमाचल प्रदेश की यात्रा MAPS Airport India Tourism Office National Highway State Boundary International Boundary Major Road River
  • 9. मेरे प्रदेश का नाम कहमाचल है, ये मेरी कदल की धडकनों में समाया है
  • 10. कहमाचल प्रदेश पजिमी भारत में जस्र्त राज्य है। यह उत्तर में जम्मू और कश्मीर, पजिम तर्ा दजक्षण-पजिम में दजक्षण में हररयाणा एवं उत्तर प्रदेश, दजक्षण-पूवष में उत्तराखंड तर्ा पूवष में सतब्बत से सिरा है। कहमाचल प्रदेश का शाजब्दक अर्ष "बर्फ़ीले पहाड़ों का प्रांत" है। कहमाचल प्रदेश का क्षेञफल 55,673 वगष ककO मीO है कहमाचल प्रदेश में जजलों की संख्या 12 है। यहॉ के सबसे बडे शहर सशमला, कु ल्लू, और कांगडा है। यहॉ की प्रमुख फसलें गेहू, चावल, मक्का, दालें, चाय, व फल है। कहमाचल प्रदेश का प्रमुख व्यवसाय कृ वर् है। कृ वर् राज्य की अर्षव्यवस्र्ा में महत्त्वपूणष भूसमका सनभाती है। कहमाचल की प्रमुख भार्ाओं में कहन्दी, काँगड़ी, पहाड़ी, पंजाबी और मंकडयाली शासमल हैं। कहमाचल प्रदेश में पांच नकदयॉ बहती हैं। प्राकृ सतक सौंदयष से भरपूर कहमाचल प्रदेश दूर दूर तक फै ली कहमाच्छाकदत पवषत श्ंखलाओं, हरे- भरे मैदानों, कल-कल करती नकदयों, झरनों इसकी शोभा बढ़ाते है ! मुझे मेरा कहमाचल जान से भी ज्यादा प्यारा है !