3. लवषय सारणी
• सर्वे क
े बारे में, नमूना का वर्वर्वरण
• वर्वश्लेषण :
• बदलार्व 2010, 2015, 2020
• शौचालय और खुले में शौच क
े प्रवत अनुभूवत
• शौचालय क्यों चालू हालत में नहीों है
• सेविक टैंक शौचालय और टू -पीट शौचालय
• गोंदा पानी क
े वनष्पादन क
े बारे में जागरूकता
• सुखा क
ु डा का वनपटारा
• वनर्वासी सभा और स्र्वच्छता पहल
• अनुशोंसा
• अनुलग्नक – सुनई क
े बारे में
4. माता जी बयल रही हैं शौचालय का इस्तेमाल काहे करते हय जल्दी भर जायेगा,
शौचालय मवहलाओों क
े वलए बना है ו बाहर खुले खेत में जाओगे तय सैर सपाटा
भी हय जायेगा ו
रमेश जी बाहर खुले में शौच जाने का आनन्द ही क
ु छ और है ו
जय भीी हय पहले से बहुत सुधार आया है ו
ऐसे सामान्य लवचार आोंकड़े में पररललक्षत ह रहा है ו
सवेक्षण क
े बारे में (1/2)
5. सवेक्षण क
े बारे में (2/2)
अनौपचाररक चचााओों में हम पाते हैं लक ठ स कचरे क
े लनपटान और प्रबोंधन, अपलिष्ट जल, िौचालय, िौचालय कीचड़ आलि क
े प्रबोंधन पर लनवालसय ोंकी धारणा
और लविेषज् ोंक
े सुझाव क
े बीच एक बड़ा अोंतर है।
• इस अोंतर का जमीनी स्तर पर काययक्रम क
े वनष्पादन और कायाान्वयन पर महत्वपूणा प्रभाव पड़ सकता है।
• इस सोंदभय में सुनई ने शून्य क
ू ड़ा प्राप्ति सम्बोंवधत वनम्न वर्वषययों पर स्वच्छता क
े ऊपर ल ग ोंक
े द्वारा अपनाई जानी वाली पद्धलत, उनकी जानकारी और उनक
े चुनाव क
े
बारे में सरल सर्वालयों क
े साथ यह नमूना आधाररत लधु सर्वेक्षण वकया है।
• क
ू ड़ा प्रबोंधन, गन्दा पानी वनष्पादन, मानर्व मल कीचड़ का स्थानीय रखार्व एर्वों उपचार,
• सामुदावयक उपययग, सरकारी सहायता
• प्रश्यों कय तीन श्रेवणययों में रखा गया है:
• शौचालय का प्रययग एर्वों उत्तरदाताओों क
े द्वारा अपनाया जाने र्वाला स्वच्छता सोंबोंवधत व्यर्वहार (अभी 2020, 5 र्वषय पहले 2015, और 10 र्वषय पहले 2010 की
पररप्तस्थवत की तुलना क
े साथ)
• स्वच्छता क
े मुद्यों पर जागरूकता
• समुदाय की पहल
• यह अध्ययन सुनई क
े आोंतररक सोंसाधनयों से वकया गया है। यह अध्ययन सुनई की शून्य क
ू ड़ा लक्ष्य क
े कायय वनधायरण में मदद करेगा। आशा है वक यह ररपयटय कायायन्वयन
सोंस्था सवहत वर्ववभन्न वहत धारकयों क
े वलए भी उपययगी हयगा।
6. नमूना का लववरण
• 1042 उत्तरदाता
• वबहार क
े 13 वजले
• 8-50 व्यस्क उत्तरदाताओों क
े साथ 28 बसार्वट, और 1-5 उत्तरदाताओों क
े साथ
88 बसार्वट।
• सर्वेकताय अपने गाोंर्व क
े पास चयवनत दय बप्तस्तययों में 5र्वें घर क
े अोंतराल पर सर्वे
वकए। क
ु ल 33 सर्वेकताय कायय वकये।
7. उत्तरिाता का पृष्ठभूलम (1/2)
• 492 मवहला (47%) और 550 पुरुष (53%) उत्तरदाता ।
• एक कमरे क
े घर, दय कमरे क
े घर, तीन या ज्यादा कमरे क
े घर क्रमश: 20%, 34% और 46% है ।
• 67% पररर्वारयों क
े घर में शौचालय है (चालू हालत में) और 33% पररर्वारयों क
े घर में शौचालय नहीोंहै।
• 9% उत्तरदाताओों में दय-गड्ढे र्वाले शौचालय, 40% सेविक टैंक, 13% शोंकर बलराम शौचालय, 5% अन्य प्रकार क
े
शौचालय है।
• सभी सामावजक-आवथयक श्रेवणययों से प्रवतवनवधत्व।
• उत्तरदाताओों कय गैर-बाढ़ क्षेत्र से चुना गया, ऐसा वर्वश्लेषण कय सरल और आसान बनाए रखने क
े वलए चुना गया।
• वजला : अरर्वल - 101, औरोंगाबाद - 85, भयजपुर - 56, बक
् सर - 137, गया - 176, जमुई - 46, नालोंदा - 26, नर्वादा - 115, पटना -
132, सारण - 56, शेखपुरा - 28, वसर्वान - 41, र्वैशाली - 32, चोंपारण - 4, रयहतास - 7
8. उत्तरिाता का पृष्ठभूलम 2/2
53%
47%
Gender
पुरुष Male
मवहला Female
22%
45%
26%
7%
Age Group
18-25 Yrs
26-40 Yrs
41-60 Yrs
Above 60 Yrs
20%
34%
46%
Family House Size
एक कमरे का घर
दय कमरे का घर
तीन या ज्यादा कमरे का
घर
52%
32%
13%
3%
Family Income
1) रु. 50,000 से कम
5) रु. 50,000 से 1 लाख
2) रु. 1 लाख से 2 लाख तक
3) रु. 2 से 5 लाख + तक
General
31%
Backward
22%
Extreme
Backward
17%
Schedule
Caste
24%
Schedule
Tribe
6%
Caste Group
1. सेविक
40%
3. शोंकर
बलराम
13%
2. टू -वपट
9%
4. सोंडास /
र्वन-वपट /
कच्चा
शौचालय
5%
शौचालय
नहीों है
33%
Toilet facilities in the houses of
respondents
10. 77%
61%
25%
0%
40%
80%
120%
2010 2015 2021
िौचालय चालू हालत में नहीोंहै
(N = 304)
53%
90%
7% 6%
22%
81%
16%
6%
5%
50% 49%
25%
0%
20%
40%
60%
80%
100%
लगभग सभी लयग लगभग आधा या अवधक
लयग
लगभग एक चौथाई या कम
लयग
लगभग न क
े बराबर
उत्तरिाता का लवचार : पुरूष ज्यािातर बाहर खुले में िौच जाते हैं। (N = 304)
2010 2015 2021
%
लयगयों
का
वर्वचार
• वजनक
े घर में शौचालय चालू हाल में नहीोंहै, 2015 से
2021 में 26% की कमी (61% से 25%) आई, 2010 से
2015 में यह बदलार्व 15% की हुई (77% से 61%)।
नयट :- यह वर्वचार 304 उत्तरदाता (सभी 1042 उत्तरदाताओों
में से) से फयन पर ली गई है। हय सकता यह पूरी जनसोंख्या
की प्तस्थवत नहीों वदखाता है वफर भी बदलार्व कय सामने लाने
का एक महत्र्वपूणय पक्ष है।
स्वच्छता - तीन पड़ाव 2021, 2015 और 2010 की तुलना
• 2021 में मात्र 5% लयगयों का कहना है वक लगभग सभी लयग खुले में शौच जाते हैं
(जबवक 53% लयगयों क
े अनुसार 2010 में और 22% लयगयों क
े अनुसार 2015 में
लगभग सभी लयग खुले में शौच जाते थे)।
• 81% - 90% लयगयों क
े अनुसार 2015 - 2010 में आधे या अवधक लयग खुले में
शौच जाते थे 2021 में अब 50% प्रवतशत लयग ऐसा सयचते हैं।
• अभी 25% लयगयों का कहना है वक लगभग ना क
े बराबर लयग खुले में शौच जाते है,
2010 या 2015 में 6% लयगयों क
े अनुसार ही ऐसा था।
खुले में शौच – open defecation
11. िौचालय और खुले में िौच क
े प्रलत अनुभूलत
• वजनक
े पास शौचालय है उनमे से 22% उत्तरदाता एक सिाह क
े वकसी न वकसी वदन बाहर शौच क
े वलए गए हैं। यह उत्तर पुरूष
और मवहला उत्तरदाता दयनयों में है। (नयट - इस सर्वे में 33% उत्तरदाताओों क
े पास चालू हालत में शौचालय नहीोंहै और 67% उत्तरदाता क
े पास
चालू हालत में शौचायल है)
• आम धारना सामने आई वक लयग खुले में शौच क
े वलए जाते हैं। वसफ
य 23% उत्तरदाता बयले वक लगभग ना क
े बराबर लयग खुले में
शौच क
े वलए जाते हैं।
• बड़े मकान र्वाले उत्तरदाताओों में से 14% उत्तरदाता क
े यहााँ चालू हालात में शौचालय नहीोंहै। एक या दय कमरे र्वाले मकान में 50%
घरयों में शौचालय नहीोंहैं।
• 95% लयग माने वक ‘मानर्व मल’ उनक
े घर में वकसी न वकसी माध्यम से आ जाता है – मक्खी, चप्पल, जानर्वर, गाड़ी का चक्का
इत्यावद।
• रु 12000 सहायता रावश क
े सोंबोंध में आधे क
े आसपास लयोंगय का या तय कयई मत नहीोंहै या र्वे चाहते हैं वक क
ु छ पैसे बचा लें।
12. 7.6%
26.0%
22.6% 20.7%
37.1%
46.3%
51.7%
46.9%
39.0%
43.2%
46.2%
43.8%
44.3%
20.3%
14.0%
22.3%
एक कमरे का घर {N = 210} दय कमरे का घर {N = 354} तीन या ज्यादा कमरे का घर
{N = 478}
सभी {N = 1042}
सरकारी सहायता (12000 रुपया वाला िौचालय) क
े बारे में उत्तरिाता की स च {घर में कमरे क
े
अनुसार}
1) वकसी भी तरीक
े से 12 हजार में से क
ु छ
या ज्यादा से ज्यादा पैसा बच जाये |
2) घर में उपययग लायक शौचालय बना
वलए |
3) बाहर शौच जानें से बच जाएाँ |
4) इनमें से कयई नही / हमे नहीों मालूम /
कभी सयचा ही नहीों ।
िौचालय और खुले में
िौच
हााँ
67%
नहीों
33%
घर ों में चालू हालत में िौचालय
(N = 1042)
हााँ
नहीों
45.7% 54.2%
86.2%
67.2%
54.3% 45.8%
13.8%
32.8%
एक कमरे का घर {N
= 210}
दय कमरे का घर {N =
354}
तीन या ज्यादा कमरे
का घर {N = 478}
सभी {N = 1042}
घर ों में चालू हालत में िौचालय है और घर में कमरे हााँ
नहीों
1) लगभग सभी
14%
2) लगभग आधे
से ज्यादा
31%
3) लगभग आधा
15%
4) लगभग न क
े
बराबर
21%
5) लगभग एक
चौथाई
17%
6) कयई नहीों
2%
उत्तरिाता का लवचार - लकतने पुरुष खुले में िौच जाते है। [N =
1042]
82.6%
69.5%
60.0%
50.1%
5.0% 3.8%
1) मक्खी क
े
द्वारा
2) जानर्वर क
े
खुर से
3) गाड़ी क
े
चक्क
े से
4) इनसानयों क
े
चप्पल / जूता से
5) हमारे घर में
मल र्वापस नहीों
आता है
6) कभी सयचा
ही नहीों / कह
नहीों सकते
उत्तरिाता का लवचार : खुले में फ
ै ला मल घर में वापस आने
का माध्यम {N = 1042}
3%
9%
10%
78%
लपछले एक सप्ताह में िौचालय का उपय ग यलि घर ों में िौचालय है (N = 700)
1) एक भी वदन नहीों
2) 1 से 3 वदन
3) 4 से 6 वदन
4) सातय वदन
13. िौचालय उपय ग में (टू पीट) िौचालय उपय ग में नहीों
14. सेलिक टैंक िौचालय और टू -पीट िौचालय
• लयगयों की धारणा है वक सबसे स्र्वच्छ शौचालय सेविक शौचालय हयता है, वजनक
े पास सेविक टैंक है 94% और वजनक
े पास टू –
पीट है र्वे 56% ऐसा बयलते हैं ।
• लेवकन वजनक
े पास टू – पीट शौचालय है उनमें 31% टू – पीट कय सबसे स्र्वच्छ शौचालय मानते हैं।
• वजनक
े पास टू – पीट शौचालय है, उनमें सबसे अवधक 19% मानते हैं वक टू – पीट शौचायल में कयई कमी नहीोंहै, अन्य 2-3% ही
ऐसा मानते हैं। वर्ववभन्न समूह र्वगय में लगभग 80% से 98% मानते हैं वक टू – पीट में क
ु छ न क
ु छ कमी या कविनाई है।
• वसफ
य 19% उत्तरदाता ने बताया वक सेविक टैंक से वनकला पानी बहुत हावनकारक है। वसफ
य 29% उत्तरदाता मानते हैं वक सेविक
टैंक से वनकला पानी सयख्ता में जाना चावहए।
• 71% (तीन चौथाई) क
े अनुसार सेविक टैंक का पानी खुले में या नाले में जा सकता है।
• जबवक 86% उत्तरदाता क
े अनुसार नाले क
े पानी से मच्छर पैदा हयता है।
• ज्यादातर लयगयों (50 – 65 %) का कहना है वक सेविक टैंक की गहराई 10 फीट या ज्यादा हयना चावहए, 20% कय नहीोंमालूम, और
25% क
े अनुसार गहराई 6-9 फीट हयनी चावहए।
लविेषज् ोंक
े अनुसार टू – पीट िौचालय वातावरण क
े ललए सबसे स्वच्छ िौचालय है ।
15. 94.8%
71.0%
55.8%
29.8%
59.4%
73.5%
1.9%
18.8%
34.7%
17.0%
2.3%
8.0%
0.7%
8.0% 3.2%
12.8%
14.9%
7.1%
2.6% 2.2% 6.3%
40.4%
23.4%
11.4%
1. सेविक {N = 420}
3. शोंकर बलराम {N = 138}
2. टू -वपट {N = 95}
4. सोंडास / र्वन-वपट / कच्चा शौचालय {N = 47}
शौचालय नहीों है {N = 342}
सभी {N = 1042}
उत्तरिाता का लवचार : सबसे ज्यािा स्वच्छ िौचालय या िौच सुलवधा
5) मालूम नहीों / कभी
सयचा ही नहीों
3) खुले में दू र खेत में
शौच करना
2) टू -वपट शौचालय
1) सेविक टैंक
शौचालय
23%
35%
19%
23%
उत्तरिाता का लवचार : सेलिक टैंक या िोंकर बलराम से लनकला पानी
आसपास क
े ल ग ों क
े ललए हालनकारक है {N = 1042}
1) सेविक टैंक में तय सड़ ही गया है वनकला
पानी कयई हावनकारक नहीों है।
2) थयड़ा बहुत हावनकारक है तय चलाना
पड़ेगा।
3) बहुत हावनकारक है क
् ययोंवक सेविक टैंक
से थयड़ा बहुत ही उपचार हय पाता है।
4) कभी ध्यान नहीों वदए / पता नहीों ।
44%
10%
29%
3% 14%
उत्तरिाता का लवचार : सेलिक टैंक या िोंकर बलराम िौचालय से लनकला
पानी का लनकास क्या ह नी चालहए {N = 1042}
1) नाले में
2) गडढे में
3) सयखते में
4) बाहर खुले में
5) मालूम नहीों / कभी सयचा ही नहीों
30.6%
37.3%
86.1%
77.0%
0.6%
0.0%
20.0%
40.0%
60.0%
80.0%
100.0%
1) सेविक टैंक से
वनकला पानी से।
2) बतयन-कपड़ा
धयने नहाने से
वनकला पानी से।
3) नाले में जमा
पानी से।
4) गढे में जमा पानी
से।
5) इनमें से कयई
नहीों।
उत्तरिाता का लवचार : आपक
े गाोंव में मच्छर पैिा ह ने का कारण {N =
1042}
उत्तरदाता वजनक
े घर पर वदया गया शौचालय है
16. 69.0% 68.8%
45.3%
36.2%
52.6%
42.7%
71.0%
58.0%
50.5%
61.7%
49.4%
43.7%
48.8%
52.2%
43.2%
63.8%
36.5%
33.4%
35.0%
27.5%
21.1%
25.5%
33.3%
20.8%
24.5%
11.6%
15.8%
10.6%
15.5% 13.3%
6.7% 5.8% 5.3%
12.8%
32.7%
4.5%
2.9% 5.1%
18.9%
4.3% 6.1% 3.7%
1. सेविक {N = 420} 3. शोंकर बलराम {N =
138}
2. टू -वपट {N = 95} 4. सोंडास / र्वन-वपट /
कच्चा शौचालय {N = 47}
शौचालय नहीों है {N =
342}
सभी {N = 1042}
उत्तरिाता का लवचार : टू -लपट िौचालय क
े उपय ग में कलठनाइयााँ
1) बदबू देता है
2) बहुत जल्दी भर जाता है
3) चूहा गड्ढा भर देता है
4) यह अच्छा नही है
5) यह पीने क
े पानी कय प्रदू वषत
करता है
6) मालूम नहीों / कभी सयचा ही नहीों
7) टू -वपट शौचालय में कयई कमी नहीों
है
55.0%
65.2%
50.5%
14.9%
50.6% 52.7%
30.7%
26.8%
40.0%
14.9%
13.7%
24.8%
0.7%
5.8% 2.1%
12.8%
0.9%
2.1%
13.6%
2.2% 7.4%
57.4%
34.8%
20.4%
1. सेविक {N = 420} 2. शोंकर बलराम {N =
138}
3. टू -वपट {N = 95} 4. सोंडास / र्वन-वपट /
कच्चा शौचालय {N =
47}
शौचालय नहीों है {N =
342}
सभी {N = 1042}
उत्तरिाता का लवचार : सेलिक टैंक की गहराई लकतनी ह नी चालहए
5) मालूम नहीों / कभी सयचा ही नहीों
4) 5 फीट से कम
2) 6 – 9 फीट
1) 10 फीट या उससे ज्यादा
उत्तरदाता वजनक
े घर पर वदया गया शौचालय है
उत्तरदाता वजनक
े घर पर वदया गया शौचालय है
18. गोंिा पानी क
े लनष्पािन क
े बारे में जागरूकता
• गोंदे पानी क
े वनपटारा क
े सोंबोंध में 28% और 9% उत्तरदाता मानते हैं वक क्रमशः सयख्ता और गड्ढा गोंदे पानी का उपचार का
माध्यम है । जबवक 17% मानते हैं वक गन्दा पानी से आसपास पटर्वन वकया जा सकता है ।
• यहााँ 28% + 9% + 17% = 54%. उत्तरदाता क
े वर्वचार वर्वशेषज्यों क
े वर्वचार से मेल खाता है।
• 40% क
े अनुसार गन्दा पानी कय नाला से बहाना चाहते हैं।
• गोंदा पानी क
े उपचार क
े बाद पानी क
े उपययग क
े सोंबोंध में 57% मानते हैं वक इसका खेती में उपययग हयनी चावहए।
• 19% तय मछली पालन में सोंभार्वना देखते हैं।
19. 40%
28%
9%
17%
4%
2%
उत्तरिाता क
े लवचार : चापाकल का पानी या नहाने क
े बाि लनकला पानी का
स्थानीय स्तर पर लनिान {N = 1042}
1) नाला क
े माध्यम से दू र ले
जाकर।
2) सयखता बनाकर।
3) गड्ढा बनाकर।
4) आसपास में पटर्वन कर या
पौधा लगाकर।
5) कयई उपाय नहीोंहै।
7) नहीोंपता
52.5% 56.5%
18.9%
11.8%
0.0%
20.0%
40.0%
60.0%
80.0%
100.0%
1) नदी – नहर में बहा
देना चावहए ।
2) खेती क
े वलए
पटर्वन में करना चावहए
।
3) मछली पालन में
करना चावहए ।
4) हमे नहीोंमालूम /
कभी सयचा ही नहीों।
उत्तरिाता क
े लवचार : उपचार (Treatment) लकया गया गोंिा पानी का
उपय ग {N = 1042}
21. सुखा क
ू ड़ा का लनपटारा
78% लयग मानते हैं वक सुखा क
ू ड़ा खुले में जाने से रयका जा सकता है, परन्तु मात्र 14% उत्तरदाता
क
े अनुसार ररसाइकवलोंग या पुन: उपययग कर क
े क
ू ड़े कय खुले में जाने से रयका जा सकता है।
15% जलाकर और 35% क
ू ड़ा प्रबोंधन सेर्वाओों कय आधार मानते हैं। 13% गड्ढा क
े जररए और 8%
जागरूकता बढ़ा कर।
जय उत्तरदाता सयचते हैं वक सुखा क
ू ड़ा कय खुले में जाने से रयका जा सकता है, ज्यादातर लयगयों क
े
पास या क
ै से का जर्वाब नहीोंहै या बयलते है वक जागरूकता की कमी है।
22. Yes
78%
No
22%
सुखा क
ू ड़ा खुले में जाने से र का जा
सकता है (N = 1042)
15%
35%
13%
8%
14%
4%
11%
सुखा क
ू ड़ा खुले में जाने से क
ै से र का जा सकता है (N =
804)
जलाकर
क
ू ड़ा प्रबोंधन सेर्वा
गड्ढा खयदकर क
ु ड़ा डालना
सामूवहक मीवटोंग, जागरूकता
इत्यावद
दुबारा उपययग, ररसाइप्तलोंग
इत्यावद
पत्ता नही
अन्य
59%
13%
10%
9%
5%
3% 1%
सुखा क
ू ड़ा खुले में जाने से क्य ोंनहीोंर का जा सकता है (N =
233)
पता नही/जानकारी नही
जागरूकता की कमी - लयग नही मानते
है
अन्य
बेकार समान घर में नही रख सकते है
प्लाप्तिक का उपययग काफी ज्यादा है
गाोंर्व में क
ू ड़ादान न हयने क
े कारण
गड्ढा खयदकर क
ु ड़ा डालना
80.0% 75.0% 77.3% 76.3% 80.3% 77.3% 77.6%
20.0% 25.0% 22.7% 23.7% 19.7% 22.7% 22.4%
पुरुष
उत्तरदाता {N
= 550}
मवहला
उत्तरदाता {N
= 492}
18-25 Yrs {N
= 233}
26-40 Yrs {N
= 465}
41-60 Yrs {N
= 269}
Above 60 Yrs
{N = 75}
सभी {N =
1042}
सुखा क
ू ड़ा खुले में जाने से र का जा सकता है
नही
हााँ
23. सुखा क
ू ड़ा ही समस्या है –
गीला क
ू ड़ा खाि (गनौरा)
का रूप ले लेता है
24. वार्ा सभा और स्वच्छता पहल
• सर्वेक्षण sample में 9% उत्तरदाता र्वाडय सभा या वनर्वासी सभा में भाग लेते हैं।
• जय उत्तरदाता र्वाडय सभा में वहस्सा लेते हैं उनक
े अनुसार उनका बसार्वट कयई न कयई
स्र्वच्छता अवभयान चलाता है। (लगभग 91%)
• जबवक जय बयले हैं वक र्वाडय सभा हयता ही नहीोंहै या पता ही नहीोंचलता है वक र्वाडय सभा हुआ
भी है - 50% से 70% ही बयलते हैं वक उनका बसार्वट सफाई सोंबोंवधत काययक्रम चलाया गया
है।
• 60% उत्तरदाता आशाोंवर्वत हैं वक उनक
े बसार्वट में 1 – 2 र्वषय में पूणय स्र्वच्छता आ जाएगा।
उनक
े द्वारा पूणय स्र्वच्छता प्राप्ति का मुख्य आधार सफाई पर ध्यान देना और जागरूकता
बढ़ाना है।
25. 9%
22%
33%
14%
22%
लनवासी (वार्ा) सभा में भाग लेना {N = 1042}
1) हााँ, जब भी हयता है।
2) हााँ, कभी कभी।
3) नहीों, र्वाडय सभा हयता ही नही है।
4) नहीों, र्वाडय सभा हयता है पर भाग नही
लेते है।
5) नहीों, पता ही नही चलता है वक कब र्वाडय
सभा हयता है।
73.2%
35.0%
26.0%
33.6%
18.3%
56.7%
20.1% 22.7%
29.4%
14.4%
39.2%
28.6%
21.8%
25.9%
7.0%
13.4%
26.1%
20.1% 17.5%
3.9%
24.7% 24.4%
21.2%
10.5%
6.6%
14.4%
4.7% 5.3%
17.5%
2.2%
9.3%
50.0%
59.3%
33.6%
72.5%
1) हााँ, जब भी हयता है। {N = 97} 2) हााँ, कभी कभी। {N = 234} 3) नहीों, र्वाडय सभा हयता ही नही है।
{N = 339}
4) नहीों, र्वाडय सभा हयता है पर भाग
नही लेते है। {N = 143}
5) नहीों, पता ही नही चलता है वक कब
र्वाडय सभा हयता है। {N = 229}
उत्तरिाता का लवचार : वार्ा सभा में ल ग ोंकी भागीिारी और समाज का प्रयास (स्वच्छता) 1) सफाई अवभयान
2) जागरूकता अवभयान
3) नाली सफाई
4) गली में झाड़ू देना
5) जहााँ तहाों क
ू ड़ा फ
े कने से मना करना
6) क
ू ड़ा दान की व्यर्वस्था
7) कयई कायय नहीों
32%
34%
14%
15%
5%
बसावट में पूणा स्वच्छता कब तक आ जाएगी। (N =
1042)
1) अगले 1-2 र्वषय में
2) 3 से 5 र्वषय में
3) 6 से 12 र्वषय में
4) 12 से अवधक र्वषय में
6) अभी पूणय स्र्वच्छ है।
उत्तरदाता जय र्वाडय सभा में वहस्सा वलए या वहस्सा नहीोंवलया
26. 25.5
8.9
3.1 4.1
13.0
25.2
49.7
69.0
71.4
47.0
24.6 23.6
7.8
11.6
19.8
19.5
3.4 4.7 4.8
9.3
4.3
8.6
14.0
8.2 7.7
0.9
5.2
1.6 0.0
2.4
0.0 0.6 0.8 1.4 0.5
0.0 0.6 0.0 0.0 0.2
0.0
10.0
20.0
30.0
40.0
50.0
60.0
70.0
80.0
1-2 Yrs.(N = 329) 3-5 Yrs.(N = 348) 6-12 Yrs.(N = 129) 12+ Yrs(N = 147) Overall(N = 958)
पूणा स्वच्छता प्राप्तप्त का मुख्य आधार (उत्तरिाता लकतने वषों में पूणा स्वच्छता प्राप्त कर लेने में आश्वस्त हैं, क
े अनुसार)
सफाई पर ध्यान देने पर
जागरूकता क
े द्वारा
सरकारी अवभयान क
े द्वारा
अन्य
पता नही /कभी सयचा नही
गाोंर्व में कचड़ा प्रबोंधन
खुले में शौच बोंद कर क
े
जलाकर
उत्तरदाता वकतने र्वषों में पूणय स्वच्छता प्राि कर लेने में आश्वस्त है
29. अनुिोंसा
सेलिक टैंक क
े स्थान पर टू -पीट शौचालय ज्यादा अच्छा है, ऐसा प्रचाररत करने की आर्वश्यकता है। दयनय शौचालययों की तुलनात्मक
वर्वषेशताओों का प्रचार प्रसार अलग से करने की आर्वश्यकता है।
सेविक टैंक क
े मूल कायय आोंवशक रूप में सड़ाना भर है और इससे वनकला गन्दा पानी खुले में जाना पररर्वार और अन्य क
े वलए सुरवक्षत नहीोंहै।
इसवलए लयगयों कय यह जानकारी देने की आर्वश्यकता है वक सेविक टैंक शौचालय या तय नहीोंबने और यवद बने तय सयक पीट अर्वश्य हय।
बसावट की पहचान करना है जहााँ शौचालय बड़ी सोंख्या में चालू हालात में नहीोंहै।
टू – पीट वनमायण क
े सही वर्ववध पर जयड़ देने की आर्वश्यकता है । प्रवशक्षण, गुणर्वत्तापूणय वनरीक्षण और प्रचार प्रकार (IEC) का एक साथ वमला
प्रयास चावहए।
गोंिा पानी क
े उपचार क
े बाि उपय ग क
े बारे में काफी समझा है यानी वक उसका प्रबोंधन क
े प्रयास का ररजल्ट आसानी से आ सकता है।
ग्रामीण क्षेत्रयों में भी शहरी क्षेत्र की तरह सुखा क
ू ड़ा का प्रभार्व बढ़ा है। अत: सुखा क
ू ड़ा क
ें प्तित प्रयास की आर्वश्यकता है। महीने में एक बार
ग्रामीण घरयों से सूखा क
ू ड़ा उिार्व भी काफी हय सकता है।
र्वाडय सभा पर जयड़ स्वच्छता क
े लक्ष्य की प्राप्ति का क
ूों जी हय सकता है। अत: र्वाडय सभा पर जयड़ स्र्वच्छता अवभयान क
े क
े न्द्र वबन्दु हयनी
चावहए।
32. Greening the Urban Economy Solid Waste Management Provision
for Community Service and Research Purposes…Large research
study on clean green initiatives in India by Centre for Economic
Performance at the London School of Economics (LSE) - Principal
Investigator Dr. Swati Dhingra.
Sunai Consultancy is implementation partner in urban wards
comprising of about 10,000 households (or 45,000 individuals) for a
full year.
33. Sunai Initiatives
• Zero Waste information website in Hindi
• Application for resident : niwasi.in
• Status Report on Resident’s awareness on Sanitation practices
• Process documents and IEC tools
• Agenda driven Niwasi Sabha process
• मापन MAPAN (M - Measurable; A - Authentic; P - Plain; A - Appropriate;
N - Neutral). Survey and Evaluation services.
34. Estimate of resource for 1 block intervention
• Niwasi Sabha facilitation team : 1 person for the block for entire project period
(Note – no budgetary support needed for this.)
• Capacity building and awareness generation team : 2 persons team for every 4
Gram Panchayats for first 2 months; 2 persons afterwards for whole block.
• Solid waste team for collection of dry waste and running material recovery
facility : 1 person with 1 vehicle for every 4 Gram Panchayats. Fortnightly
collection of segregated dry waste. (Note – no budgetary support needed for this)
• Status report and gap analysis for sanitation:
a) Consultant team of 2 persons for analysis, report preparation and
consultation.
b) Data collection team of 6 persons for 2 Gram Panchayats. Sunai data
collection team will collect data for 2 gram panchayats but it will guide other
resources (from GP or Jeevika) to collect data from other gram panchayats of
the block using similar tools and processes.
c) Scope of the status report will be these aspects of sanitation : solid waste,
liquid waste (grey water and black water), toilets, faecal sludge.