Good Stuff Happens in 1:1 Meetings: Why you need them and how to do them well
1857_ki_karnti.pdf
1.
2.
3. 1856 भें अंग्रेजों ने ऩुयानी फंदूक ब्राऊन फैस क
े स्थान ऩय नई
एनपील्ड याइपर को प्रमोग कयने का ननर्णम लरमा। उसक
े लरए जो
कायतूस फनाए गए उन्हें याइपर भें बयने से ऩहरे भुह से खोरना
ऩडता था। इन कायतूसों भें गामा औय सुअय की चफी का प्रमोग ककमा
गमा था। मह चफी वारा कायतूस ही 1857 की क्ांनत का प्रभुख कायर्
फना।
In 1856, the British decided to use the newly infested rifle on the
installation of the old gun Brown Bas. The cartridges that were
made for him had to be opened before they were filled in rifle.
These cartridges were cow and pig fat was used. This fat cartridge
was the main reason for the Revolution of 1857.
4. 29 भाचण, 1857 ई. को भंगर ऩांडे नाभक एक सैननक ने
फैयकऩुय भें गाम की चफी लभरे कायतूसों को भुह से काटने से
स्ऩष्ट भना कय ददमा था, परस्वरूऩ उसे गगयफ्ताय कय 8
अप्रैर, 1857 ई. को पॉसी दे दी गई । भंगर ऩांडे का संफंध
34वॉ फगांर नेदटव इन्प
ै न्री (BNI) से था।
On March 29, 1857, a soldier named Mangal Pandey, who
had got cow fat in Barrackpore, had refused to cut the
cartridge from the mouth, he was arrested and was falsely
arrested on 8 April 1857. Mangal Pandey was concerned
with the 34th Waggan Native Infantery (BNI).
5. 10 भई, 1857 ई. क
े दिन भेयठ की ऩैिर टुकडी
20 N.I. से 1857 ई. की क्रॊति की शुरूआि
हुई।
On May 10, 1857 AD, the Meerut pedestrian
was set on 20 N.I. From the beginning of the
revolution of 1857 AD.
6. 1857 ई. भें क्ांनत क
े सभम
बायत का गवनणय जेनयर रॉडण
क
ै ननंग एवं इंग्रैड क
े प्रधानभंत्री
ऩाभणस्टेन (लरफयर) थे।
At the time of the Revolution in
1857 AD, Governor General of
India was Lord Canning and
Prime Minister of England,
Palmerston (Liberal).
रॉडण क
ै ननंग
ऩाभणस्टेन
7. 1857 की क्ांनत क
े असपरता क
े उऩयान्त सेना भें अंग्रेज
सैननकों औय ऩदागधकारयमों की संख्मा भें वृद्गध की गमी।
फंगार की सेना भें बायतीमों औय अंग्रेज सैननकों का अनुऩात 2
: 1 का यखा गमा, फम्फई औय भद्रास की सेनाओं भे मह
अनुऩात 5 : 2 का यखा गमा।
The number of British soldiers and office-bearers was
increased in the later army of the failure of the 1857
revolution. In the army of Bengal, the ratio of Indians and
British soldiers was kept at 2: 1, in the forces of Bombay and
Madras, this ratio was kept at 5: 2.
8. बफहाय, अवध तथा अन्म उन स्थानों क
े व्मक्ततमों को, क्जन्होंने 1857 ई.
क
े क्ांनत भें बाग लरमा था, गैय रडाक
ू घोषित ककमा गमा औय सेना भें
उनकी संख्मा कभ कय दी गई तथा लसख, गोयखा औय ऩठानों को
क्जन्होंने 1857 क
े क्ांनत को दफाने भें अंग्रेजों की भदद की थी, रडाक
ू
जानतमॉ घोषित की गमी औय उन्हें फडी संख्मा भे सेना भें बती ककमा
गमा ।
Individuals of Bihar, Awadh and others, who participated in the
Revolution of 1857, were declared non-combatants, and their
numbers were reduced in the army and the Sikhs, the Gorkha and the
Pathans who used to suppress the Revolution of 1857. The British
had helped, the Ladaku caste was declared and they were admitted to
the army in large numbers.
9. 1857 ई. की क्ांनत क
े फाये भें इनतहासकायें का भत
Historians' opinion of the Revolution of 1857 AD
10.
11. 1857 ई. की भहान क्ांनत क
े प्रभुख क
े न्द्र
The main center of the Great Revolution of 1857 AD
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16. यानी रक्ष्भी फाई
जन्भ: 19 नवम्फय 1828, वरयरणसी, उत्तय प्रिेश
भृत्मु: 18 जून 1858, कोटर की सयरम, ग्वरलरमय
कामणऺेत्र: झरॉसी की यरनी, 1857 क
े प्रथभ बरयिीम
स्विन्त्रिर सॊग्ररभ की वीयरॊगनर
यरनी रक्ष्भीफरई भयरठर शरलसि झरॉसी यरज्म की
यरनी थीॊ औय 1857 क
े प्रथभ बरयिीम स्विन्त्रिर
सॊग्ररभ भें अॊग्रेजी हुक
ु भि क
े ववरुद्ध बफगुर फजरने
वररे वीयों भें से एक थीॊ। वे ऐसी वीयरॊगनर थीॊ
जजन्त्होंने भरर 23 वषष की आमु भें ही बिदटश
सरम्ररज्म की सेनर से भोर्रष लरमर औय यणऺेर भें
वीयगति को प्ररप्ि हो गमीॊ ऩयन्त्िु जीिे जी अॊग्रेजों
को अऩने यरज्म झरॉसी ऩय कब्जर नहीॊ कयने दिमर।
17. सन 1858 क
े जनवयी भहीने भें अॊग्रेजी सेनर ने झरॉसी की ओय फढ़नर
शुरू कय दिमर औय भरर्ष भें शहय को घेय लरमर। रगबग िो हफ़्िों क
े
सॊघषष क
े फरि अॊग्रेजों ने शहय ऩय कब्जर कय लरमर ऩय यरनी रक्ष्भीफरई
अऩने ऩुर िरभोिय यरव क
े सरथ अॊग्रेजी सेनर से फर् कय बरग तनकरी।
झरॉसी से बरगकय यरनी रक्ष्भीफरई कररऩी ऩहुॉर्ी औय िरत्मर टोऩे से
लभरीॊ।
िरत्मर टोऩे औय रक्ष्भीफरई की सॊमुक्ि सेनर ने ग्वरलरमय क
े ववद्रोही
सैतनकों की भिि से ग्वरलरमय क
े एक ककरे ऩय कब्जर कय लरमर। यरनी
रक्ष्भीफरई ने जी-जरन से अॊग्रेजी सेनर कर भुकरफरर ककमर ऩय 17 जून
1858 को ग्वरलरमय क
े ऩरस कोटर की सयरम भें बिदटश सेनर से रड़िे-
रड़िे वीयगति को प्ररप्ि हो गमीॊ।
हूरयोज ने रक्ष्भीफरई की वीयिर से प्रबरववि होकय कहर थर कक
क्रॊतिकररयमों भें वह एक अक
े री भिष थी।
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20. 1857 की क्रॊति /Revolution of 1857
1857 की क्रॊति कर सम्ऩूणष नेिृत्व ककसने ककमर? -फहरिुय शरह जपय।
Who did the entire leadership of the Revolution of 1857? -Bahadur Shah Zafar
1857 की क्रॊति गवषनय जनयर थे- ररडष क
ै तनिंग।
The Revolution of 1857 was the Governor General - Lord Canning
क्रॊति की शुरूआि हुई – 10 भई 1857 भेयठ से।
Revolution started - 10 May 1857 from Meerut
1857 ई. की क्रॊति कर िरत्करलरक करयण थर – र्फी मुत्त्क करयिूस क
े इस्िेभरर
कयनर
The immediate reason for the revolution of 1857 was the use of fat cartridges.
21. •1857 की क्रॊति भें सवषप्रथभ पॉसी – भॊगर ऩरॊडे।
•Hanged first in the Revolution of 1857 - Mangal
Pandey
22. •नरनर सरहफ कर भूर नरभ थर – धोंिू ऩॊि
•The original name of Nana Sahib was - Dhondu
Pant
•ऩेशवर फरजीयरव द्वविीम क
े ित्तक ऩुर थे –
नरनर सरहफ
•Peshwa was the adoptive son of Bajirao II -
Nana Saheb
23. •फैयकऩुय छरवनी कर नेिृत्व ककमर- भॊगर ऩरॊडे।
•Lead the Bairakaput Cantonment - Mangal Pandey
भॊगर ऩरॊडे को कफ परॊसी िी गई?- 8 अप्रैर 1857
When was hanged Mangal Pandey? - 8 April 1857
भेयठ भें लसऩरदहमों ने कफ ववद्रोह ककमर ? -10 भई,
1857
When did sepoys rebel in Meerut?- May 10, 1857
24. •िरॊत्मर टोऩे कर वरस्िववक नरभ- यरभर्ॊद्र ऩरॊडुयॊग।
•The actual name of the Tatya Tope - Ramchandra Panduranga
•रखनऊ भें ववद्रोह की कभरन ककसने सॊबररी – फेगभ हजयि
भहर
•Who took control of the revolt in Lucknow - Begum Hazarat
Mahal
•जगिीशऩुय (बफहरय) भें ववद्रोह कर नरमक कौन – वीय क
ुॊ वयलसॊह
व अभय लसॊह
•Who is the hero of the revolt in Jagdishpur (Bihar) - Veer
Kunwar Singh and Amar Singh
25. झरॊसी भें ववद्रोह की नरतमकर – यरनी रक्ष्भीफरई।
The heroine of the rebellion in Jhansi - Rani Lakshmi-
Bai
1857 की क्रजन्त्ि कर प्रिीक क्मर थर -कभर औय
र्ऩरिी
The symbol of the 1857 revolution was- Kamal and
Chapati.