1. मेरा भारत महान और एड्स में पुरे विश्ि में तीसरा स्थान
फिर भी मेरा भारत महान। एड्स के मामले मैं हमसे
ऊपर ससिफ दो ही देश है एक नाइजीररया और दूसरा
साउथ अफ्रीका। एक सिे के हहसाब से २.४० लाख
भारतीयों को एड्स एड्स है। भारत में ये बीमारी कु छ एक
राज्यो तक ही सीसमत है इन में से कु छ नाम है जैसे
(नागालैंड, समजोरम, मणिपुर, आंध्र प्रदेश और कनाफटक) मरीज
इन्ही राज्यो में समले है।
एड्स होने के कारि :-
कई कारको के कारि एड्स तेजी से भारत मैं बढ़ता जा
रहा है। अगर इससे रोका नहीं गया और लोगो को
जागरूक नहीं फकया गया तो समत्रो िो हदन भी दूर नहीं है
जब हम एड्स में विश्ि मैं पहले स्थान में होंगे .एड्स
होने के कु छ कारिों पे मैं आज प्रकाश डाल रहा हूूँ।
2. कारि एक :-
अशुरक्षित योन सम्बन्ध और कम कं डोम का इस्तेमाल
:- भारत देश में एड्स बढ़ने का मुख्य कारि है अशुरक्षित
योन सम्बन्ध और कम कं डोम का इस्तेमाल करना।
हमारे भारत में ज्यादातर मदफ कं डोम पहन कर सेक्स नहीं
करते है कहते है की कं डोम पहन कर सेक्स का मजा नहीं
आता। शायद इसी िगह से भारत का एड्स का गढ़ बनता
जा रहा है। और दूसरा कारि है सेक्स कमी ,सेक्स
कसमफयों में ज्यादातर िो लड़फकयां या औरते जो एक से
अधधक पुरुषो के साथ यौन सम्बन्ध बनाती है िो अतत
है।इनकी कु ल संख्या एक अनुमान के हहसाब से ८,६८,०००
है और इनमे से २.८ % एड्स से पीड़ड़त है। परुष
ज्यादातर नहीं सोचते है की इनके साथ सेक्स करने से
और बबना कं डोम के सेक्स करने से उन्हें एड्स भी हो
सकता है। हमारे देश का कानून भी इसके सलए
3. जजम्मेिार है क्यों की देश मैं िेश्यािृतत का दंधा जोरो से
चल रहा है पर कोई पकड़ नहीं है। इस धंधे मैं छोटी
छोटी जगहों से लड़फकयों को लाया जाता है और
जबरदस्ती उनसे ये धंधा करिाया जाता है।
मान लो आप ही कभी फकसी ऐसी जगह जाते हो जहा
इस प्रकार का काम फकया जाता है और आपको थोड़े पैसे
देकर लड़की समल जाती है सेक्स के सलए तो क्या आप
पहले उस लड़की का मेड़डकल करिाएंगे क्या की ये ठीक
तो है या नहीं ,सोधचये आप क्या कोई भी नही करिाता
और सेक्स करने लग जाते है पर थोड़े टाइम के बाद जब
आप अपने टेस्ट करिाते है तो आप एड्स पॉजजहटि
तनकलते हो और उस हदन को कोसते हो जब आप िह
गए थे पर इसमें सारी गलती उस लड़की की नहीं है परंतु
आपकी इच्छयो की भी है जो आपको िह लेकर गयी और
सबसे बड़ी गलती तो आपकी ही है। सो सेक्स करने से
4. पहले जान ले की आप शुरक्षित तो है िरना ये कहाित
सच हो जाएगी :-
थोड़े टाइम का मजा और जिन्दगी भर की सजा
दूसरा कारि :-
इजेक्शन और नशीली दिाओं के सेिन से :- भारत में
एड्स का दूसरा सबसे बड़ा कारि है इंजेक्शन और नसीली
दिाओं का सेिन। जहा तक बात रही इंजेक्शन से इसके
िलने की तो उसके ऊपर भारत ने ज्यादा तर कण्ट्रोल पा
सलया है। परंतु नशीली दिाओं का ियापार तेजी से बढ़ता
जा रहा है। और आज कल नशीली दिाओं के मामले में
पंजाब का नाम पहले नो पे सलया जाता है।
आज कल के बच्चे ये नहीं सोचते की इन दिाओं का
5. उनके शरीर के ऊपर क्या असर होगा िो तो इससे िै शन
मान कर करते है। पर एक ही इंजेक्शन को बार बार
इस्तेमाल करने से एड्स का खतरा सबसे ज्यादा हो जाता
है ये उन्हें नहीं मालूम होता और िो भी एड्स संस्रसमत
हो जाते है।
प्रिास और स्थांतरि :- आज कल भारत लोग पैसा
कमाने और कु छ करने के सलए बड़े शहरो की तरि जाते
है। ऐसे लोग अक्सर अपने पररिार को बड़ा ज्यादा समस
करते है और बड़े शहरो का जीिन देख कर और पररिार
से दूर रहने के कारि ज्यादातर ऐसे कामो में पढ़ जाते है
जो उनके सलए सही नहीं होता और कु छ लड़के िश्यो के
पास जाना शुरू कर देते है और अपनी थकन दूर करते है
और आगे चल कर एड्स पॉजजहटि हो जाते है।
महहला और पुरुष का सलंगानुपात :-
6. ये भी एक िजह हो सकती है मेरे हहसाब से मेरे भारत में
१००० पुरुषो पे ९४४ ( २०१६ के आकं ड़ो के अनुसार )
महहलाये ही है शायद ये भी कारि है मेरे देश मैं एड्स के
मरीजो के बढ़ने का।
सबसे बड़ा कारि :- मदो की सोच और पाश्चात्य सभयता
का प्रभाि :- भारत में आज भी पुरुष औरतो को िो स्थान
नहीं देते है आज भी औरत को इस्तेमाल करने की िस्तु
समझ जाता है। जब तक मेरे भारत मे पुरुषो की सोच
नहीं बदलती तब तक इस बीमारी से तनजात पाना
मुजश्कल होगा।
अब बात आती है पाश्चात्य सभ्यता का तो मेरे भारत मैं
आज कल बच्चे क्या बड़े भी पसशमी लोगो को देख कर
एक से ज्यादा गलफ फ्रें ड्स या बॉय फ्रें ड्स रखते है और
उनके साथ जजस्मानी ररश्ता भी रखते है। इसी कारि भी
देश में एड्स मरीजो की संख्या बढ़ती जा रही है।
7. एड्स को रोकने के उपाय :
१. सबसे पहले तो देश के कानून को सुधारना होगा और
उससे भी पहले यहाूँ की पुसलस को अपनी जजमेदारी लेनी
होगी की िो इस देश से िैश्यािृतत को खत्म करके ही
दम लेंगे। जरा सोधचये की अगर कल को आपकी बहहन
कहीं घूम हो जाती है तो आप पे क्या गुजरेगी और िही
बहहन जब आपका कोई समत्र िश्यो के पास जाता है
उससे िह समलती है और आकर आपको बताता है आप
क्या करोगे तब बताओ।
२. इस देश से नशीली दिाओं के रैके ट को खत्म करना
होगा और ये काम भी पुसलस को ही करना होगा पर हम
सब देश िाससयो की भी जजम्मेदारी है इसमें की हम जहा
कहीं भी ऐसा काम होते देखे या फकसी को करते देखे तो
तुरंत पुसलस को बातये न की मुूँह फ़े र कर िह से चले
जाये।
8. ३. अब बात आती है प्रिास और स्थांतरि की तो सरकार
को ससिफ बड़ी ससटीज को ही डेिेलोप नहीं करना चाहहए
अवपतु जजतना हो सके हमारे छोटे शहरो की तरिaur
गांि की तरि भी धयान देना होगा िह भी कु छ रोजगार
के अिसर देने होंगे ताफक लोग अपना घर छोड़ कर बाहर
न जाये।
४. अब बात आती है सलंगानुपात की तो हमारे देश की
सरकार इस तरि ध्यान दे रही है इसी िगह से
सलंगानुपात मैं बढ़ोतरी हुई है। मैं इस काम के सलए देश
की सरकार और जनता को धन्यिाद् देता हूूँ।
५. पुरुष प्रधान देश मेरा भारत पुरुष प्रधान देश है इससे
महहला प्रधान बनाने का िक़्त आ गया है अब सरकार
इसके सलए कोसशश कर रही है परंतु ये तब तक मुजश्कल
9. है जब तक देश में हर एक आदमी ऐसा नहीं सोचता अभी
तक भी देश मैं ऐसे लोगो की कमी नहीं है जो औरतो को
कु छ नहीं समझते है। जब तक ऐसा नहीं होता तब तक
मेरा भारत एड्स मुक्त नहीं होगा।
एंटीरेरोिाइरल उपचार (एआरटी) भारत में
फ्री एंटीरेरोिायरल उपचार (एआरटी) 2004 के बाद से भारत में
उपलब्ध फकया गया है एआरटी क्लीतनक में एचआईिी के साथ
जी रहे लोगों को एचआईिी और अिसरिादीसंरमिोंके सलए
परीिि और परामशफ (HTC), पोषि सलाह और उपचार का
उपयोग कर सकते हैं। मरीजों को हर छह months.71 इसके
अलािा एक सीडी 4 धगनती परीिा लेने, देश अब बाहर
अनुस्मारकउनके परीिि तनयुजक्तयों के बारे में लोगों को
बढ़ती समग्र attendance.72 के उद्देश्यसे चल रहा है के सलए
आिश्यक हैं
10. हालांफक, 2013 में, कला के सलए पात्र ियस्कों के के िल 36%
उपचार प्राप्त फकया, children.73 के 30% के साथ िास्ति में,
एचआईिी के साथ जी कई लोगों को कहठनाई क्लीतनक में इस
तरह के सलंक श्रसमक योजना के सलए लोगों को जोड़ने के सलए
पहल के महत्ि पर बल तक पहुूँचने
नई 2013 जो उपचार के हदशा-तनदेशों का पररचय कई और
अधधक एआरटी के सलए पात्र लोगों को बनाया गया है, इलाज के
सलए उपयोग के सलए मजबूर एक प्राथसमकता एनएसीपी-चतुथफ
दूसरीलाइन कला मुक्त बनाने के उद्देश्यहो सकता है, हालांफक
दोनों पहली लाइन और दूसरे की कमी लाइन कला हाल में एक
विशेषता बन गया है
एड्स एड्स को अगर भारत में कम करना है या खत्म करना है तो
जो कदम सरकर की तरि से उठाये जा रहे है मैं मानता हूूँ कािी
नहीं है।
11. मेरे हहसाब से सरकार को ये कदम उठाने चहहये :-
१. सशिा :- सरकार को बच्चो को ८ िी किा से ही सेक्स की
सशिा देनी शुरू कर देनी चाहहए इसके सलए सरकार को अलग से
एक फकताब तनकालनी चाहहए जजसमे सेक्स के जुडी हुई साड़ी
बातें हो ताफक बच्चा शुरू से समझ जाये की इसके दुस्पररनाम
क्या है क्यों की कहते है न की बच्चपन में पड़ी हुई और सीखी
हुई बात हमेशा याद रहती है।
२. कं डोम :- आज भी मेरे देश में ज्यादातर लोग दुकानदारोसे
या फकसी से भी कं डोम मागने में शमफ महसूस करते है। तो
सरकार को कु छ ऐसा करना चाहहए जजससे हर एक आदमी के
पास कं डोम उपलब्ध हो जाये। इसके सलए सरकार को एटीएम
मशीन में ही कं डोम को खरीदने का कोई प्रबंध करना होगा पैसे
लेकर दीजजये आप अपनी एटीएम की जानकारी डालो और
कं डोम खरीद लो।
३. कानून :- सरकार को िैश्यािृतत के सलए भी सख्त कानून लाने
होंगे जो जजतने भी देश भर में िैश्यािृतत के अड्डे के जो की
12. पुसलस और सरकार की नजर के सामने चल रहे है उन्हें बंद
करिाना होगा और अगर फकसी भी लड़की को इस ियापार में
जबदफशी लाया जाता है तो उससे सीधे िांशी की सजा दीजजये।
५. स्थानातरि :- सरकार को छोटे शहरो मैं भी उद्योग लगने
चहहये और लोगो को शुभदा देनी होगी कीwo लोग अपने घर
छोड़ कर बाहर न जाये।
मेरे हहसाब से सरकार ये सब कदम उठा कर ही इस देश को हीि
मुक्त बना सकती है और सरकार से ज्यादा काम तो हम आम
आदमी को करना चहहये क्यों की हमारीिजह से ही िैश्यालय
चल रहे है और एड्स एड्स बढ़ रहा है।