2. उपसर्ग की परिभाषा
दो शब्दों (उप + सर्ग ) के योर् से बनता है
उप का अर्ग समीप ननकट पास में है सर्ग
का अर्ग सृष्टट किना अर्ागत ननमागण
किना उपसर्ग का अर्ग है पास में बैठा कि
दूसिा नया अर्गवाला शब्द बनाना
3. उदाहरण
•हार " एक शब्द है जिसका अर्ग होता
है परािय
•"आ " उपसर्ग लर्ने से --आहार
•"प्र" उपसर्ग लर्ने से --प्रहार
4. हहिंदी बोलते समय हम सिंस्कृ त ,हहिंदी
,अिंग्रेिी और उददग -चारों भाषाओिं के उपसर्ग
का प्रयोर् करते हैं l
5. उपसर्ग की तीन विशेषताएँ होतीहैं :-
1)शब्द के अर्ग में नई विशेषता लाना
प्र+बल =प्रबल
अनु +शासन =अनुशासन
6. 2) शब्द के अर्ग को उल्ट देना िैसे :-
अ + सत्य = असत्य अप+यश = अपयश
3) शब्द के अर्ग में कोई खास पररितगन न करके मदलार्ग के
र् इदग –गर्दग अर्ग प्रदान करना :-
परर+ भ्रमण = पररभ्रमण
वि + शुद्ध = विशुद्ध
7. आइये अब हम उपसर्ग और मदलशब्द अलर् अलर् करके ललखखए
-
क) उनतीस –उन + तीस ख ) ननकम्मा – नन + कम्मा
र्)प्रर्नत – प्र +र्नत घ ) लापरिाह – ला+परिाह
ड़) विज्ञानिं- वि +ज्ञान च ) विशेष - वि +शेष
छ)सुयोर् –सु +योर् ि ) प्रत्यक्ष - प्रनत +अक्ष
9. • (शब्दों के आर्े उपसर्ग लर्ाकर दो – दो शब्द
बनाइए )
• देश - विदेश , प्रदेश
• ज्ञान -विज्ञानिं , अज्ञान
• मान - अपमान , ननमागण
• र्ुण- अिर्ुण , ननर्ुगण
• बल - प्रबल , ननबगल