http://spiritualworld.co.in जीना झूठ व मरना सच: एक दिन श्री गुरु नानक देव जी ने मरदाने को एक टके का झूठ व सच्च खरीदने के लिए भेजा| मरदाना बहुत दुकानों पर गया पर उसे कहीं से भी सत्य और झूठ न मिला| अन्त में मूले किराड़ ने एक कागज पर "मरना सच" व दूसरे पर "जिउणा झूठ" लिखकर मरदाने को दिया| वह आप स्वयं भी उठकर मरदाने के साथ यह देखने के लिए आया कि यह सौदा खरीदने वाला कौन सा व्यापारी है| more on http://spiritualworld.co.in