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टश धानमं ी-शि तयाँ एवं भू मका
https://www.straitstimes.com/sites/default/files/styles/article_pictrure_780x520_/public/articles/2
019/11/02/wh_boris_021120.jpg?itok=2Yd5eqTh&timestamp=1572684367
वारा -डॉ. ममता उपा याय
एसो. ो .,राजनी त व ान
कु . मायावती राजक य म हला नातको र महा व यालय ,बादलपुर , गौतमबु ध नगर ,
उ . .
यह साम ी वशेष प से श ण और सीखने को बढ़ाने के शै णक उ दे य के लए है।
आ थक / वा णि यक अथवा कसी अ य उ दे य के लए इसका उपयोग पूणत:
तबं धत है। साम ी के उपयोगकता इसे कसी और के साथ वत रत, सा रत या
साझा नह ं करगे और इसका उपयोग यि तगत ान क उ न त के लए ह करगे। इस
ई - कं टट म जो जानकार द गई है, वह ामा णक है और मेरे ान के अनुसार सव म
है।
​उ दे य - तुत ई - साम ी से न नां कत उ दे य क ाि त संभा वत है-
● टेन क संवैधा नक यव था म वा त वक कायपालक के प म धानमं ी क
ि थ त का ान
● संसद, स ाट और धानमं ी के पार प रक संबंध क जानकार
● टेन म धानमं ी पद के उदय और वकास का ान
● समसाम यक टश राजनी त म धानमं ी क शि तय क वैधा नक आधार
क जानकार
● धानमं ी क शि तय पर नयं ण क जानकार
● धानमं ी क भू मका के नधारक त व क जानकार
टेन क संसद य शासन यव था म धानमं ी वा त वक कायपा लका अथात
मं मंडल का धान है। वह समक मं य म थम है, क तु जैसा उसके पद से प ट
है, मं य म वह मुख या धान मं ी है। संसद का नेता एवं मं मंडल का अ य होने
के कारण टश राजनी तक यव था म उसक क य भू मका है।इस भू मका को यान
म रखते हुए ह कु छ व वान के वारा यह कहा जाने लगा है क टेन क मं मंडल य
शासन यव था ‘ धानमं ी शासन’ म प रव तत होती जा रह है।
​ धानमं ी पद का वकास-
टश राजनी तक यव था क अ य यव थाओं के समान वहाँ धानमं ी पद का भी
वकास हुआ है। कसी संसद य कानून के आधार पर उसके पद क थापना नह ं हुई है
,हालां क 1937के अ ध नयम वारा उसे वैधा नक मा यता अव य दान क गई । 18
वीं शता द म जब हनोवर वंश के राजा जॉज थम ने अं ेजी भाषा का ान न होने एवं
सावज नक जीवन जीवन म च न होने के कारण मं मंडल क बैठक क अ य ता
करनी बंद कर द तो कै बनेट क अ य ता के लए एक पदा धकार क आव यकता
अनुभव क गई। 1721 म रॉबट वालपोल को स ाट ने कै बनेट क अ य ता का दा य व
स पा और उसे धानमं ी के प म मा यता मल । रॉबट वालपोल टेन के थम
धानमं ी बने। इस पद का ल खत उ लेख 1878 म हुआ जब लॉड बीकं सफ ड ने ‘
ब लन सं ध’ पर ह ता र करते हुए अपने आप को ‘ राजक य कोष का थम लॉड’,
इं लड का धानमं ी’ लखा ता क वदेशी लोग ह ता रकता क पद ि थ त को समझ
सके । 1937 मे संसद वारा पा रत मं ी प र नयम म पहल बार ‘ धानमं ी और
राजक य कोष के थम लॉड’ के पद को वैधा नक प म वीकार कया गया और उस पद
के लए वेतन का नधारण कया
गया। इस कानून के अनुसार धानमं ी के काय और शि तय का उ लेख नह ं कया
गया। इस संबंध म लैड टन का यह कथन नतांत ासं गक तीत होता है क “ इतने
बड़े पदाथ क इतनी छोट छाया इतने बड़े संसार म कह ं देखने को नह ं
मलती, अ धकार और वशेष अ धकार के औपचा रक दखावे के बना इतना अ धक
शि तशाल यि त कह ं दखाई नह ं देता”।
​ नयुि त-
स धांत प म धानमं ी क नयुि त स ाट के वारा क जाती है। इस संबंध म
परंपरा यह है क कॉम स सभा म बहुमत ा त दल के नेता को स ाट के वारा
धानमं ी पद पर नयु त कया जाता है। कं तु य द कसी भी दल को बहुमत ा त नह ं
होता या बहुमत ा त दल का कोई सवमा य नेता नह ं उ दत होता, तो ऐसी ि थ त म
स ाट के वारा व ववेक का योग करते हुए धानमं ी पद पर ऐसे यि त को नयु त
कया जाता है िजसके वषय म आशा होती है क उसे लोक सदन का व वास मत हा सल
हो जाएगा। टश राजनी त म ऐसे अनेक अवसर उ दत हुए ह , जब स ाट ने
धानमं ी क नयुि त म व ववेक का योग कया है। जैसे 1963 म स ाट वारा
लॉड सभा के सद य सर एलेक ड लस होम क धानमं ी पद पर नयुि त क गई, कं तु
इस पर ती त या हुई और दोन दल के वारा यह तय कया गया क आम चुनाव के
बाद कॉमन सभा म दल के सद य वारा ह अपना नेता चुना जाएगा। इस परंपरा को
अपना लए जाने के बाद राजा वारा व ववेक के योग का अवसर लगभग समा त हो
गया है। धानमं ी का आ धका रक आवासीय पता 1732 से 10 डाउ नंग ट, लंदन है।
अ य मं य के समान धानमं ी के लए भी संसद का सद य होना आव यक
है । इस संबंध म यह परंपरा भी था पत हो गई है क धानमं ी कामन
सभा से ह होना चा हए, लॉड सभा से नह ं। क थ के श द म “ धानमं ी पद के लए
कसी कु ल न पु ष का चुना जाना अब एक असाधारण सी बात हो गई है”।
काय और शि तयां-
शि तय क ि ट से टश धानमं ी क गणना दु नया क सवा धक शि त संप न
कायपालक म से होती है। सर सडनी लो ने उसे अमे रक रा प त से भी यादा
शि तशाल बताया है। उ ह ने लखा है क “ संसद म नि चत बहुमत के रहते इं लड
का धानमं ी वह सब काय कर सकता है िजसको जमनी का स ाट और अमे रका का
रा प त भी नह ं कर सकता य क वह कानून म प रवतन कर सकता है, करारोपण कर
सकता और उसे समा त कर सकता है। वह रा य क सभी शि तय का नदशन कर
सकता है”। 2001 म संसद के वारा धानमं ी क शि तय और भू मका से संबं धत एक
अ ध नयम पा रत कया गया िजसके अनुसार धानमं ी को न नां कत शि तयाँ
ा त है -
● मं मंडल का नमाण,संचालन और अंत-
धानमं ी मं मंडल का अ य होता हैऔर उसका गठन उसी के वारा कया
जाता है। य य प सै धां तक प म मं य क नयुि त सा ा ी के वारा क
जाती है, कं तु मं य के नाम का सुझाव धानमं ी वारा ह दया जाता है, िजसे
सा ा ी वारा वीकार कर लया जाता है। मं य का चयन करते समय
धानमं ी को कु छ बात का यान रखना होता है। जैसे- टेन के व भ न
भौगो लक े और समुदाय का त न ध व हो जाए, दल के भावी सद य को
मं मंडल म थान मल जाए तथा मं मंडल म कु शल तथा समाज सेवा क
भावना से यु त यि तय को मं ी पद मले। कं तु मं मंडल के नमाण म
धानमं ी के ऊपर न तो संसद ने और न ह दल क
कायका रणी ने उस पर कोई दबाव डाला है। अथात अपने मं मंडल के गठन म
धानमं ी पूणतः वतं है। सामा यतया मं मंडल म एक ह राजनी तक दल के
सद य होते ह, कं तु धानमं ी अपनी इ छा के अनुसार रा हत म दल के बाहर
से भी यि तय को मं मंडल म शा मल कर सकता
है। मं मंडल क बैठक क अ य ता धानमं ी के वारा ह क जाती है और
उसक काय व ध पर उसका पूण नयं ण होता है।
धानमं ी अपनी इ छा अनुसार मं य को उनके पद से हटा भी सकता
है और उनके थान पर नए मं य क नयुि त क सफा रश कर सकता है। य द
धानमं ी वयं यागप दे देता है तो उसके यागप के साथ ह संपूण
मं प रषद भंग हो जाती है। अपनी इस शि त के आधार पर धानमं ी मं मंडल
पर नयं ण बनाए रखने म स म होता है। ला क के श द म, “ धानमं ी
मं मंडल का क बंदु है, वह उसके नमाण, उसके जीवन और उसके अंत म
क य ि थ त रखता है”।
● मं य के म य वभाग का वतरण-
​न के वल मं मंडल के गठन बि क मं य के म य वभाग के बंटवारे म भी
धानमं ी का नणय अं तम होता है। वह कसी कम अनुभवी यि त को भी
मह वपूण वभाग सौप सकता है य द उसक ि ट म वह उस पद के लए
सवा धक उपयु त हो। जैसे- धानमं ी बा ड वन ने 1924 म च चल को व
मं ी का पद दे दया, य य प उस समय च चल को दल म मह वपूण ि थ त
ा त नह ं थी। धानमं ी वारा आवं टत कसी पद को अ वीकार करने का
ता पय उसके राजनी तक जीवन क समाि त भी हो सकता है। रॉबट हॉन एक
सफल यापार मं ी रह चुके थे, 1924 म धानमं ी बा ड वन ने उ ह म स चव
का पद दान कया, तो उ ह ने उसे अ वीकार कर दया, िजसका प रणाम हुआ
क भ व य म कसी भी पद के लए उनके नाम का वचार नह ं कया गया।
● रा य नी त का नधारण और या वयन-
देश क आंत रक और वदेश नी त का नधारण मं मंडल क बैठक म होता है।
यवहार म येक मं ी कसी भी मु य ताव को तुत करने से पूव
धानमं ी क राय अव य देता है। मं मंडल क बैठक म वतं वचार वमश
क या को अपनाया जाता है और ववादा पद वषय पर मतदान क या
को भी अपनाया जा सकता है, क तु सभी वषय म धानमं ी का वचार ह
नणायक होता है और असहमत होने के बावजूद संपूण मं मंडल को उसे अपने
नणय के प म वीकार करना पड़ता है।
● बजट नमाण और या वयन का अ धकार-
व यव था शासन और शासन का ाण त व होती है। लोकतं म सावज नक
व पर संसद का नयं ण होता है और संसद बजट ताव के मा यम से
राजकोष के लए कर उगाहने एवं धन खच करने क अनुम त देती है। बजट
ताव य य प व मं ी के वारा तैयार कए जाते ह, कं तु इस संबंध म
धानमं ी का मागदशन सव मुख होता है। धानमं ी क इ छा अनुसार ह
बजट संसद म पेश कया जाता है और जब तक धानमं ी के दल
का संसद म बहुमत है, संसद उन ताव को उसी प म पा रत कर देती है, िजस
प म वे सरकार वारा रखे गए थे। यादातर बजट ताव ‘ गलो टन’ के प म
एक झटके म ह बना चचा के पास कर दए जाते ह। संसद वारा बजट पास होने
के बाद बजट के ावधान के या वयन को सु नि चत करना भी धानमं ी क
िज मेदार है। इसके लए मह वपूण अ धका रय और सं थान क नयुि त एवं
गठन धानमं ी के वारा कया जाता है। प ट है क देश क व ीय यव था
पर भी धानमं ी का पूण नयं ण होता है।
● ​ नयुि त संबंधी अ धकार -
धानमं ी को अपने काय म सहयोग के लए एक पृथक कायालय था पत करने
और पदा धका रय क नयुि त करने का अ धकार है।
● ​स ाट के वशेष अ धकार के योग का अ धकार -
शासन संबंधी अपने दा य व को संप न करने के लए धानमं ी ाउन के वशेष
अ धकार िजनका उ लेख 2001 के कानून के अनुसूची 1 मे कया गया है,का योग
करने हेतु सा ा ी को सलाह दे सकता है। इस अनुसूची म सा ा ी के न नां कत
वशेष अ धकार का उ लेख कया गया है-
1. सप रषद आदेश जार करने का अ धकार
2. यु ध क घोषणा करने या सश सेनाओं के योग का अ धकार
3. सेना को वैधा नक आदेश जाने जार करने का अ धकार
4. . कसी सश संघष या आपात क ि थ त म लोग को सै नक सेवाएं देने के लए
आ वान करने का अ धकार
5. सं ध, समझौत पर ह ता र करने का अ धकार
उ त कानून के अनुसार शासन काय म कसी भी तरह के संदेह क ि थ त से बचने के
लए धानमं ी कानून वारा नधा रत रा य स चव के अ धकार का योग कर सकता
है।
● कानून स मत प म यवहार का दा य व-
धानमं ी के अ धकार उसे इस बात क छू ट दान नह ं करते क वह
रा य-अंतररा य कानून का उ लंघन करते हुए कोई काय संप न कर। उसका यह
दा य व है क शासक य काय को संप न करते समय मानव अ धकार अ ध नयम, 1998
या अ य कसी अंतररा य सं ध वारा आरो पत दा य व का नवहन कर और
सावज नक जीवन म याय पूण, न प , ववेकपूण आचरण कर तथा टेन के सामा य
कानून एवं संसद य कानून का स मान कर।
● संसद के त जवाबदेह का दा य व-
धानमं ी ,मं ीगण एवं टश ॉउन के अंतगत काय करने वाले सभी पदा धकार
अपने काय के लए संसद के येक सदन के त संसद वारा नधा रत तर क से अपनी
जवाबदेह सु नि चत करगे। इस संबंध म संसद सद य वारा धानमं ी और मं य से
व भ न शासक य वभाग से संबं धत न पूछे जा सकते
ह, वाद- ववाद या चचा क जा सकती है या उनके काय क जांच कसी वशेष स म त
को स पी जा सकती है।
● शासन पर नयं ण था पत करना-
सै धां तक प म टश शासन यव था का अ य राजा है, कं तु यवहार म शासन
संबंधी सभी अ धकार का योग धानमं ी के वारा कया जाता है,अतः शासन पर
नयं ण था पत करने के लए धानमं ी के वारा शासन के व भ न वभाग के म य
सम वय था पत कया जाता है, उ ह आदेश - नदश दया जाता है। सम त मह वपूण
पदा धकार जैसे- वशप, राजदूत, यायाधीश, वभागीय अ य , उप नवेश के गवनर,
थाई आयोग और बोड के मु य अ धकार धानमं ी के कृ पा पा होते ह। कोष का
थम लॉड और कोष के सं थापक मंडल का अ य होने के कारण राजकोष के उ च
पदा धका रय के चयन म धानमं ी क सहम त ज र होती है।
● कॉमन सभा का नेतृ व-
धानमं ी कामन सभा के बहुमत ा त दल का नेता होता है और इस प म वह पूरे सदन
का नेतृ व करता है। रा य नी त का नधारण कर वह कानून बनाने के संबंध म लोक
सदन का नेतृ व करता है और संपूण यव थापन काय का संचालन करता है। सम त
सरकार वधेयक तथा सं वधान संशोधन संबंधी वधेयक उसके नर ण और नदशन म
ह तैयार कए जाते ह। संसद का अ धवेशन बुलाने क सलाह वह ं स ाट को देता है तथा
सदन के अ य और वरोधी दल के नेता क सलाह से व संसद का समय वभाजन और
काय म तैयार करता है। संसद म शासक य नी त से संबं धत अं तम घोषणा धानमं ी
के वारा क जाती है। यह नह ं,वह सदन को समय से पहले वघ टत करने क सलाह भी
स ाट को दे सकता है, िजसे सामा य स ाट अ वीकार नह ं करता। प ट है क टश
धानमं ी को वधायन पर पूण नयं ण व नदशन का अ धकार है िजसके कारण
उसक ि थ त
अमे रक रा प त से भी उ च हो जाती है य क अमे रका म अ य ा मक यव था
होने के कारण रा प त यव थापन काय से कोई संबंध नह ं रखता।
● मं मंडल और स ाट के म य संपक सू का काय -
धानमं ी येक मंगलवार को स ाट से मलकर मं मंडल के नणय और काय से उसे
अवगत कराता है और स ाट वारा शासन संबंधी काय के वषय म द गई सलाह को
मं मंडल के म य वचार के लए रखता है। 19वीं सद तक मं ी गण बना धानमं ी
क अनुम त के स ाट से मल सकते थे, कं तु अब यह परंपरा था पत हो गई है क अ य
मं ी धानमं ी क सहम त से ह स ाट से मल सकते ह। इस कार धानमं ी के
वारा स ाट और मं मंडल के म य संपक सू का काय कया जाता है जो यवहार म
पया त मह व रखता है।
● रा मंडल देश के साथ संबंध और अंतररा य स मेलन म टेन का
त न ध व-
धानमं ी का परंपरा अनुसार यह भी काय है क वह रा मंडल देश के साथ संबंध
था पत रख और मह वपूण वषय पर उनसे सलाह देता रहे। 1973 के आरंभ म टेन
ने ‘यूरोपीय आ थक समुदाय’ क सद यता ा त क और धानमं ी हेरा ड व सन एवं
एडवड ह थ के वारा रा मंडल देश से संपक था पत कया गया ता क आ थक
समुदाय क सद यता के साथ रा मंडल देश के हत क र ा भी क जा सके ।
रा मंडल देश से संपक था पत करने के लए टश धानमं ी वारा समय-समय पर
उनका स मेलन बुलाया जाता है िजसम मह वपूण वषय पर वचार- वमश कया जाता
है। व भ न अंतररा य स मेलन म टेन का त न ध व धानमं ी के वारा कया
जाता है। 1929 म धानमं ी मैकडॉन ड अमे रक रा प त के साथ बातचीत करके
इं लड और अमे रका के बीच संबंध था पत करने म योगदान कया था। हटलर से
बातचीत करके चे बलन ने ‘ यु नख समझौते’ पर ह ता र कराए थे।
● रा का नेतृ व-
धानमं ी के वल मं मंडल या कामन सभा का नेता ह नह ं होता, बि क उसके वारा पूरे
रा का नेतृ व कया जाता है। आम चुनाव धानमं ी का चुनाव ह माना जाता है,
य क मतदाता धानमं ी पद के आकां ी उ मीदवार को यान म रखकर
ह मत देते ह। धानमं ी पद के उ मीदवार का यि त व और उसके वारा कया गया
चार- सार मतदाताओं को सीधे अपील करता है। 1945 का आम चुनाव अनुदार दल
के वारा च चल के नाम पर लड़ा गया िजसम अनुदार दल के वारा यह नारा दया गया
था क “ उसको यु ध का अधूरा काम पूरा करने दो”। जे नं स का यह कथन नतांत
उ चत है क “ सामा य नवाचन धानमं ी का नवाचन है। ढुलमुल मतदाता जो चुनाव
प रणाम नि चत करते ह, वे न तो कसी दल का समथन करते ह और न कसी नी त का
ह , वरन वे एक नेता का समथन करते ह”।
​ या धानमं ी अ धनायक हो सकता है-
धानमं ी के यापक अ धकार और टश शासन यव था म उसक ि थ त को देखते
हुए कई बार यह न कया जाता है क या टश धानमं ी अ धनायक क तरह काय
करता है। राइमजे यूइर ने इस तरह का न वशेष प से उठाया है। कं तु ऐसा न
नराधार है य क धानमं ी को कु छ बात के संबंध म मं मंडल क बात वीकार करनी
पड़ती है भले ह अ धकांश बात म मं मंडल धानमं ी क बात वीकार करता है। उसके
ऊपर यवहार मे न नां कत नयं ण काय करते ह-
1. उसका अपना राजनी तक दल
2. लोक सदन क काय या
3. लोक सेवाएं
4. दबाव समूह
5. ेस
6. जाग क जनमत
7. व थ लोकतां क परंपराएं
डॉ टर फाइनर ने इस संबंध म लखा है, “ धानमं ी सीजर नह ं है, वह ऐसी देवी शि त
नह ं है िजसे चुनौती न द जा सके । उसके वचार भी अनुलंघनीय नह ं है। उसक स ा का
एकमा आधार यह है क व रा क कतनी सेवा कर सकता है।
कसी भी समय उसका त वंद उसका थान हण कर सकता है”। भूतपूव धानमं ी
हेरा ड व सन ने 1976 म का शत अपनी पु तक ‘गवनस इन इं लड’ मे अपने
अनुभव के आधार पर लखा है क धानमं ी अ धनायक क ि थ त से बहुत दूर है और
उसे कै बनेट म अपने सहयो गय , अपने राजनी तक दल और लोक सदन आ द मे
ि थ त को यान म रखकर ह आचरण करना होता है। पछले कु छ वष के घटना म ने
यह प ट कर दया है क धानमं ी अ धनायक नह ं हो सकता। य द धानमं ी अपने
दल के सद य को साथ लेकर नह ं चल सकता, तो संसद य दल अपने नेतृ व म प रवतन
कर लेता है। हाल ह म टेन के यूरोपीय यू नयन से अलग होने के नणय को लेकर
टश धानमं ी के पद म प रवतन हुए ह। अनुदार दल क धानमं ी टेरेजा म को इस
मु दे पर यागप देना पड़ा और दल ने अपना नया नेता बो रस जॉनसन को चुना जो
जुलाई 2019 से धानमं ी पद पर बने हुए ह। इ ह ं बात के आधार पर काटर ने भी
लखा है क “ धानमं ी कु छ अवसर पर अपनी शि तय का भले ह मनमाने प म
योग कर और आलोचना पर ु ध होने का भाव भी कट कर, कं तु मूलभूत प म यह
मा यता सदैव व यमान रहती है क वह जनता का सेवक है और जनता को उसक
आलोचना करने तथा उसे पद युत करने का अ धकार है। उसक यह ि थ त कसी भी
प म अ धनायक के अनु प नह ं कह जा सकती”। व तुतः टश राजनी त म
धानमं ी क भू मका का नधारण यवहार म न नां कत मुख त व के आधार पर
होता है-
● धानमं ी का यि त व- लॉड एसक वथ का मत है क “ धानमं ी का पद वैसा
ह बन जाता है जैसा क इस पद का अ धकार उसे बनाना चाहता है”। सर रॉबट
पील, डजरायल , लॉयड जॉज, वं टन च चल जैसे धानमं य ने
इस पद को अपने यि त व के कारण नई ऊं चाइय दान क , वह वा ड वन और
एटल जैसे धानमं ी अपने सहयो गय पर भी अपना भाव था पत करने म वफल
रहे।
● कॉमन सभा म उसके दल क ि थ त- धानमं ी के दल को कॉमन सभा म बहुमत
ा त होने पर उसके वारा मह वपूण नणय लए जा सकते ह और अपने
अ धकार का भावी ढंग से योग कया जा सकता है, कं तु य द
धानमं ी अ पमत ा त दल का नेता है या गठबंधन सरकार का नेतृ व कर रहा
है, तो उसक ि थ त अपे ाकृ त कमजोर होती है य क गठबंधन सरकार म
शा मल अ य दल का भी दबाव उस पर होता है।
● त काल न प रि थ तयाँ ​- सामा य प रि थ तयां होने पर धानमं ी को अपने पद
क सीमाओं का यान रखना होता है, कं तु यु ध, आ थक संकट या गृह यु ध क
ि थ तय म वह बहुत हद तक अपने ववेक के आधार पर काय करता है और
ववेक का यह योग उसक ि थ त को शि तशाल बनाता है। लॉयड जॉज और
च चल को शि तशाल बनाने म यु ध काल न प रि थ तय का बहुत बड़ा
योगदान रहा है।
न कष -​उपयु त ववेचन के आधार पर टश धानमं ी के वषय म न नां कत
न कष दए जा सकते है-
● टश धानमं ी देश का वा त वक शासक है।
● उसक नयुि त स ाट के वारा परंपरा अनुसार क जाती है।
● धानमं ी पद का उदय संयोग का प रणाम है।
● 1937 के संसद य अ ध नयम के मा यम से धानमं ी पद को वैधा नक
मा यता दान क गई।
● धानमं ी क शि तयां मौ लक प से परंपराओं पर आधा रत है, हालां क
2001 के संसद य अ ध नयम के वारा उसक शि तय को प रभा षत
करने का यास कु छ हद तक कया गया है।
● मं मंडल के गठन से लेकर उसके संचालन, रा य नी त का नधारण
और या वयन स हत बैदे शक संबंध के संचालन का अ धकार धानमं ी
का है।
● धानमं ी संसद का कानून नमाण े म मागदशन करता है। बजट
नमाण पर उसका पूण नयं ण होता है।
● वह समूचे रा का नेतृ व करता है। आम चुनाव म मतदाता अपना मत
धानमं ी पद को यान म रखते हुए देता है।
● धानमं ी और मं मंडल कॉमन सभा के त सामू हक प से उ रदाई
होता है।
● शासन संबंधी मह वपूण शि तय का धारक होने के बावजूद धानमं ी
अ धनायक नह ं हो सकता, य क उस पर अपने दल का, जनमत का,
दबाव समूह और ेस का एवं संवैधा नक परंपराओं का तबंध होता है।
मु य श द-
● बहुमत
● व वास मत
● संवैधा नक परंपरा
● जनमत
● अ धनायक
● रा य नी त
● वदेश नी त
● सामू हक उ रदा य व
● बजट
● स ाट के वशेषा धकार
References And Suggested Readings
1. Finer, The Theory And Practice Of Modern Government
2. Harold wilson,The Government Of Britain
3. Jennings,Cabinet Government
4. Ogg&Zink,Modern Foreign Governments
5. Prime minister [office ,role and functions bill]
2001,​www.publication.parliament.uk
6. Prime minister-GOV.UK
7. Prime Minister-Variations In The Role And Power of The
Office,www.britannica.com
न-
नबंधा मक न-
1. टश धानमं ी वा त वक कायपालक है, ववेचना क िजए।
2. धानमं ी क नयुि त कै से होती है। उसके मुख अ धकार और दा य व या
है।
3. टश धानमं ी के पद के वकास क प रि थ तय क ववेचना करते हुए
बताइए क 2001 के संसद य अ ध नयम के मा यम से उसक कन शि तय को
प रभा षत कया गया है।
4. शासन यव था के संचालक और रा के नेता के प म धानमं ी क भू मका
का मू यांकन करते हुए बताइए क या वह अ धनायक हो सकता है।
व तु न ठ न-
1. ​ टश धानमं ी का पद कस राजवंश के शासनकाल म वक सत हुआ-
[अ] वंडसर वंश [ब] हनोवर वंश [स] टुअट वंश [द] याक वंश
2. टेन का थम धानमं ी कौन था।
1. [आ] व सन [ब] रॉबट वालपोल [स] हेनर मैन [द] ड लस होम
3. ‘ गवनस इन इं लड’ नामक पु तक के लेखक कौन है।
[अ] व सन [ब] ड लस होम [स] डायसी [द] जे नं ज
4. टेन का कौन सा धानमं ी लॉड सभा का सद य था ।
[अ] च चल [ब] एटल [स] डगलस हो ज़्[स] टेरेसा मे
5. धानमं ी को परंपरा अनुसार कस सदन का सद य होना चा हए।
[अ] लॉड सभा [ब] कॉमन सभा [स] दोन का [द] कसी का भी नह ं।
6. धानमं ी के अ धकार को वैधा नक प से प रभा षत करने वाला अ ध नयम
कस वष पा रत कया गया।
[अ ] 1999 [ब] 2000 [स] 2001 [द] 2011
7. धानमं ी के पद को वैधा नक मा यता कस अ ध नयम वारा दान क गई।
[अ] 1911 के अ ध नयम वारा [ब] 1937 के अ ध नयम वारा [स] 1949 के
अ ध नयम वारा [द] 2001 के अ ध नयम वारा।
8. परंपरा अनुसार धानमं ी का पद र त होने पर स ाट कसे धानमं ी पद के
लए आमं त करता है।
[अ] वरोधी दल के नेता को [ब] स ाधार दल के अ य नेता को [स] अपने
ववेक के अनुसार कसी को भी [द] कसी को आमं त न कर नवाचन क
घोषणा करता है।
9. धानमं ी का कायकाल या होता है।
[अ ] 5 वष [ब] 6 वष [स ] कॉमन सभा के व वास पयत [द] आजीवन
10. धानमं ी क शि तय पर कौन सा तबंध नह ं होता।
[अ] जनमत [ब] संवैधा नक परंपराएं [स] स ाट क शि तयां [द] अपना ह
राजनी तक दल
उ र-1. ब 2. ब 3. अ 4. स 5. ब 6. स 7. ब 8. अ 9. स 10. स
References and suggested readings
8. Harold wilson,The Government Of Britain
9. Finer, The Theory And Practice Of Modern Government
10. Prime minister [office ,role and functions bill]
2001,​www.publication.parliament.uk
11. Prime minister-GOV.UK
12. Prime Minister-Variations in the role and power of the
office,www.britannica.com

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  • 1. टश धानमं ी-शि तयाँ एवं भू मका https://www.straitstimes.com/sites/default/files/styles/article_pictrure_780x520_/public/articles/2 019/11/02/wh_boris_021120.jpg?itok=2Yd5eqTh&timestamp=1572684367 वारा -डॉ. ममता उपा याय एसो. ो .,राजनी त व ान कु . मायावती राजक य म हला नातको र महा व यालय ,बादलपुर , गौतमबु ध नगर , उ . .
  • 2. यह साम ी वशेष प से श ण और सीखने को बढ़ाने के शै णक उ दे य के लए है। आ थक / वा णि यक अथवा कसी अ य उ दे य के लए इसका उपयोग पूणत: तबं धत है। साम ी के उपयोगकता इसे कसी और के साथ वत रत, सा रत या साझा नह ं करगे और इसका उपयोग यि तगत ान क उ न त के लए ह करगे। इस ई - कं टट म जो जानकार द गई है, वह ामा णक है और मेरे ान के अनुसार सव म है। ​उ दे य - तुत ई - साम ी से न नां कत उ दे य क ाि त संभा वत है- ● टेन क संवैधा नक यव था म वा त वक कायपालक के प म धानमं ी क ि थ त का ान ● संसद, स ाट और धानमं ी के पार प रक संबंध क जानकार ● टेन म धानमं ी पद के उदय और वकास का ान ● समसाम यक टश राजनी त म धानमं ी क शि तय क वैधा नक आधार क जानकार ● धानमं ी क शि तय पर नयं ण क जानकार ● धानमं ी क भू मका के नधारक त व क जानकार
  • 3. टेन क संसद य शासन यव था म धानमं ी वा त वक कायपा लका अथात मं मंडल का धान है। वह समक मं य म थम है, क तु जैसा उसके पद से प ट है, मं य म वह मुख या धान मं ी है। संसद का नेता एवं मं मंडल का अ य होने के कारण टश राजनी तक यव था म उसक क य भू मका है।इस भू मका को यान म रखते हुए ह कु छ व वान के वारा यह कहा जाने लगा है क टेन क मं मंडल य शासन यव था ‘ धानमं ी शासन’ म प रव तत होती जा रह है। ​ धानमं ी पद का वकास- टश राजनी तक यव था क अ य यव थाओं के समान वहाँ धानमं ी पद का भी वकास हुआ है। कसी संसद य कानून के आधार पर उसके पद क थापना नह ं हुई है ,हालां क 1937के अ ध नयम वारा उसे वैधा नक मा यता अव य दान क गई । 18 वीं शता द म जब हनोवर वंश के राजा जॉज थम ने अं ेजी भाषा का ान न होने एवं सावज नक जीवन जीवन म च न होने के कारण मं मंडल क बैठक क अ य ता करनी बंद कर द तो कै बनेट क अ य ता के लए एक पदा धकार क आव यकता अनुभव क गई। 1721 म रॉबट वालपोल को स ाट ने कै बनेट क अ य ता का दा य व स पा और उसे धानमं ी के प म मा यता मल । रॉबट वालपोल टेन के थम धानमं ी बने। इस पद का ल खत उ लेख 1878 म हुआ जब लॉड बीकं सफ ड ने ‘ ब लन सं ध’ पर ह ता र करते हुए अपने आप को ‘ राजक य कोष का थम लॉड’, इं लड का धानमं ी’ लखा ता क वदेशी लोग ह ता रकता क पद ि थ त को समझ सके । 1937 मे संसद वारा पा रत मं ी प र नयम म पहल बार ‘ धानमं ी और राजक य कोष के थम लॉड’ के पद को वैधा नक प म वीकार कया गया और उस पद के लए वेतन का नधारण कया
  • 4. गया। इस कानून के अनुसार धानमं ी के काय और शि तय का उ लेख नह ं कया गया। इस संबंध म लैड टन का यह कथन नतांत ासं गक तीत होता है क “ इतने बड़े पदाथ क इतनी छोट छाया इतने बड़े संसार म कह ं देखने को नह ं मलती, अ धकार और वशेष अ धकार के औपचा रक दखावे के बना इतना अ धक शि तशाल यि त कह ं दखाई नह ं देता”। ​ नयुि त- स धांत प म धानमं ी क नयुि त स ाट के वारा क जाती है। इस संबंध म परंपरा यह है क कॉम स सभा म बहुमत ा त दल के नेता को स ाट के वारा धानमं ी पद पर नयु त कया जाता है। कं तु य द कसी भी दल को बहुमत ा त नह ं होता या बहुमत ा त दल का कोई सवमा य नेता नह ं उ दत होता, तो ऐसी ि थ त म स ाट के वारा व ववेक का योग करते हुए धानमं ी पद पर ऐसे यि त को नयु त कया जाता है िजसके वषय म आशा होती है क उसे लोक सदन का व वास मत हा सल हो जाएगा। टश राजनी त म ऐसे अनेक अवसर उ दत हुए ह , जब स ाट ने धानमं ी क नयुि त म व ववेक का योग कया है। जैसे 1963 म स ाट वारा लॉड सभा के सद य सर एलेक ड लस होम क धानमं ी पद पर नयुि त क गई, कं तु इस पर ती त या हुई और दोन दल के वारा यह तय कया गया क आम चुनाव के बाद कॉमन सभा म दल के सद य वारा ह अपना नेता चुना जाएगा। इस परंपरा को अपना लए जाने के बाद राजा वारा व ववेक के योग का अवसर लगभग समा त हो गया है। धानमं ी का आ धका रक आवासीय पता 1732 से 10 डाउ नंग ट, लंदन है। अ य मं य के समान धानमं ी के लए भी संसद का सद य होना आव यक है । इस संबंध म यह परंपरा भी था पत हो गई है क धानमं ी कामन
  • 5. सभा से ह होना चा हए, लॉड सभा से नह ं। क थ के श द म “ धानमं ी पद के लए कसी कु ल न पु ष का चुना जाना अब एक असाधारण सी बात हो गई है”। काय और शि तयां- शि तय क ि ट से टश धानमं ी क गणना दु नया क सवा धक शि त संप न कायपालक म से होती है। सर सडनी लो ने उसे अमे रक रा प त से भी यादा शि तशाल बताया है। उ ह ने लखा है क “ संसद म नि चत बहुमत के रहते इं लड का धानमं ी वह सब काय कर सकता है िजसको जमनी का स ाट और अमे रका का रा प त भी नह ं कर सकता य क वह कानून म प रवतन कर सकता है, करारोपण कर सकता और उसे समा त कर सकता है। वह रा य क सभी शि तय का नदशन कर सकता है”। 2001 म संसद के वारा धानमं ी क शि तय और भू मका से संबं धत एक अ ध नयम पा रत कया गया िजसके अनुसार धानमं ी को न नां कत शि तयाँ ा त है - ● मं मंडल का नमाण,संचालन और अंत- धानमं ी मं मंडल का अ य होता हैऔर उसका गठन उसी के वारा कया जाता है। य य प सै धां तक प म मं य क नयुि त सा ा ी के वारा क जाती है, कं तु मं य के नाम का सुझाव धानमं ी वारा ह दया जाता है, िजसे सा ा ी वारा वीकार कर लया जाता है। मं य का चयन करते समय धानमं ी को कु छ बात का यान रखना होता है। जैसे- टेन के व भ न भौगो लक े और समुदाय का त न ध व हो जाए, दल के भावी सद य को मं मंडल म थान मल जाए तथा मं मंडल म कु शल तथा समाज सेवा क भावना से यु त यि तय को मं ी पद मले। कं तु मं मंडल के नमाण म धानमं ी के ऊपर न तो संसद ने और न ह दल क
  • 6. कायका रणी ने उस पर कोई दबाव डाला है। अथात अपने मं मंडल के गठन म धानमं ी पूणतः वतं है। सामा यतया मं मंडल म एक ह राजनी तक दल के सद य होते ह, कं तु धानमं ी अपनी इ छा के अनुसार रा हत म दल के बाहर से भी यि तय को मं मंडल म शा मल कर सकता है। मं मंडल क बैठक क अ य ता धानमं ी के वारा ह क जाती है और उसक काय व ध पर उसका पूण नयं ण होता है। धानमं ी अपनी इ छा अनुसार मं य को उनके पद से हटा भी सकता है और उनके थान पर नए मं य क नयुि त क सफा रश कर सकता है। य द धानमं ी वयं यागप दे देता है तो उसके यागप के साथ ह संपूण मं प रषद भंग हो जाती है। अपनी इस शि त के आधार पर धानमं ी मं मंडल पर नयं ण बनाए रखने म स म होता है। ला क के श द म, “ धानमं ी मं मंडल का क बंदु है, वह उसके नमाण, उसके जीवन और उसके अंत म क य ि थ त रखता है”। ● मं य के म य वभाग का वतरण- ​न के वल मं मंडल के गठन बि क मं य के म य वभाग के बंटवारे म भी धानमं ी का नणय अं तम होता है। वह कसी कम अनुभवी यि त को भी मह वपूण वभाग सौप सकता है य द उसक ि ट म वह उस पद के लए सवा धक उपयु त हो। जैसे- धानमं ी बा ड वन ने 1924 म च चल को व मं ी का पद दे दया, य य प उस समय च चल को दल म मह वपूण ि थ त ा त नह ं थी। धानमं ी वारा आवं टत कसी पद को अ वीकार करने का ता पय उसके राजनी तक जीवन क समाि त भी हो सकता है। रॉबट हॉन एक सफल यापार मं ी रह चुके थे, 1924 म धानमं ी बा ड वन ने उ ह म स चव का पद दान कया, तो उ ह ने उसे अ वीकार कर दया, िजसका प रणाम हुआ क भ व य म कसी भी पद के लए उनके नाम का वचार नह ं कया गया। ● रा य नी त का नधारण और या वयन-
  • 7. देश क आंत रक और वदेश नी त का नधारण मं मंडल क बैठक म होता है। यवहार म येक मं ी कसी भी मु य ताव को तुत करने से पूव धानमं ी क राय अव य देता है। मं मंडल क बैठक म वतं वचार वमश क या को अपनाया जाता है और ववादा पद वषय पर मतदान क या को भी अपनाया जा सकता है, क तु सभी वषय म धानमं ी का वचार ह नणायक होता है और असहमत होने के बावजूद संपूण मं मंडल को उसे अपने नणय के प म वीकार करना पड़ता है। ● बजट नमाण और या वयन का अ धकार- व यव था शासन और शासन का ाण त व होती है। लोकतं म सावज नक व पर संसद का नयं ण होता है और संसद बजट ताव के मा यम से राजकोष के लए कर उगाहने एवं धन खच करने क अनुम त देती है। बजट ताव य य प व मं ी के वारा तैयार कए जाते ह, कं तु इस संबंध म धानमं ी का मागदशन सव मुख होता है। धानमं ी क इ छा अनुसार ह बजट संसद म पेश कया जाता है और जब तक धानमं ी के दल का संसद म बहुमत है, संसद उन ताव को उसी प म पा रत कर देती है, िजस प म वे सरकार वारा रखे गए थे। यादातर बजट ताव ‘ गलो टन’ के प म एक झटके म ह बना चचा के पास कर दए जाते ह। संसद वारा बजट पास होने के बाद बजट के ावधान के या वयन को सु नि चत करना भी धानमं ी क िज मेदार है। इसके लए मह वपूण अ धका रय और सं थान क नयुि त एवं गठन धानमं ी के वारा कया जाता है। प ट है क देश क व ीय यव था पर भी धानमं ी का पूण नयं ण होता है। ● ​ नयुि त संबंधी अ धकार - धानमं ी को अपने काय म सहयोग के लए एक पृथक कायालय था पत करने और पदा धका रय क नयुि त करने का अ धकार है। ● ​स ाट के वशेष अ धकार के योग का अ धकार -
  • 8. शासन संबंधी अपने दा य व को संप न करने के लए धानमं ी ाउन के वशेष अ धकार िजनका उ लेख 2001 के कानून के अनुसूची 1 मे कया गया है,का योग करने हेतु सा ा ी को सलाह दे सकता है। इस अनुसूची म सा ा ी के न नां कत वशेष अ धकार का उ लेख कया गया है- 1. सप रषद आदेश जार करने का अ धकार 2. यु ध क घोषणा करने या सश सेनाओं के योग का अ धकार 3. सेना को वैधा नक आदेश जाने जार करने का अ धकार 4. . कसी सश संघष या आपात क ि थ त म लोग को सै नक सेवाएं देने के लए आ वान करने का अ धकार 5. सं ध, समझौत पर ह ता र करने का अ धकार उ त कानून के अनुसार शासन काय म कसी भी तरह के संदेह क ि थ त से बचने के लए धानमं ी कानून वारा नधा रत रा य स चव के अ धकार का योग कर सकता है। ● कानून स मत प म यवहार का दा य व- धानमं ी के अ धकार उसे इस बात क छू ट दान नह ं करते क वह रा य-अंतररा य कानून का उ लंघन करते हुए कोई काय संप न कर। उसका यह दा य व है क शासक य काय को संप न करते समय मानव अ धकार अ ध नयम, 1998 या अ य कसी अंतररा य सं ध वारा आरो पत दा य व का नवहन कर और सावज नक जीवन म याय पूण, न प , ववेकपूण आचरण कर तथा टेन के सामा य कानून एवं संसद य कानून का स मान कर। ● संसद के त जवाबदेह का दा य व- धानमं ी ,मं ीगण एवं टश ॉउन के अंतगत काय करने वाले सभी पदा धकार अपने काय के लए संसद के येक सदन के त संसद वारा नधा रत तर क से अपनी जवाबदेह सु नि चत करगे। इस संबंध म संसद सद य वारा धानमं ी और मं य से व भ न शासक य वभाग से संबं धत न पूछे जा सकते
  • 9. ह, वाद- ववाद या चचा क जा सकती है या उनके काय क जांच कसी वशेष स म त को स पी जा सकती है। ● शासन पर नयं ण था पत करना- सै धां तक प म टश शासन यव था का अ य राजा है, कं तु यवहार म शासन संबंधी सभी अ धकार का योग धानमं ी के वारा कया जाता है,अतः शासन पर नयं ण था पत करने के लए धानमं ी के वारा शासन के व भ न वभाग के म य सम वय था पत कया जाता है, उ ह आदेश - नदश दया जाता है। सम त मह वपूण पदा धकार जैसे- वशप, राजदूत, यायाधीश, वभागीय अ य , उप नवेश के गवनर, थाई आयोग और बोड के मु य अ धकार धानमं ी के कृ पा पा होते ह। कोष का थम लॉड और कोष के सं थापक मंडल का अ य होने के कारण राजकोष के उ च पदा धका रय के चयन म धानमं ी क सहम त ज र होती है। ● कॉमन सभा का नेतृ व- धानमं ी कामन सभा के बहुमत ा त दल का नेता होता है और इस प म वह पूरे सदन का नेतृ व करता है। रा य नी त का नधारण कर वह कानून बनाने के संबंध म लोक सदन का नेतृ व करता है और संपूण यव थापन काय का संचालन करता है। सम त सरकार वधेयक तथा सं वधान संशोधन संबंधी वधेयक उसके नर ण और नदशन म ह तैयार कए जाते ह। संसद का अ धवेशन बुलाने क सलाह वह ं स ाट को देता है तथा सदन के अ य और वरोधी दल के नेता क सलाह से व संसद का समय वभाजन और काय म तैयार करता है। संसद म शासक य नी त से संबं धत अं तम घोषणा धानमं ी के वारा क जाती है। यह नह ं,वह सदन को समय से पहले वघ टत करने क सलाह भी स ाट को दे सकता है, िजसे सामा य स ाट अ वीकार नह ं करता। प ट है क टश धानमं ी को वधायन पर पूण नयं ण व नदशन का अ धकार है िजसके कारण उसक ि थ त
  • 10. अमे रक रा प त से भी उ च हो जाती है य क अमे रका म अ य ा मक यव था होने के कारण रा प त यव थापन काय से कोई संबंध नह ं रखता। ● मं मंडल और स ाट के म य संपक सू का काय - धानमं ी येक मंगलवार को स ाट से मलकर मं मंडल के नणय और काय से उसे अवगत कराता है और स ाट वारा शासन संबंधी काय के वषय म द गई सलाह को मं मंडल के म य वचार के लए रखता है। 19वीं सद तक मं ी गण बना धानमं ी क अनुम त के स ाट से मल सकते थे, कं तु अब यह परंपरा था पत हो गई है क अ य मं ी धानमं ी क सहम त से ह स ाट से मल सकते ह। इस कार धानमं ी के वारा स ाट और मं मंडल के म य संपक सू का काय कया जाता है जो यवहार म पया त मह व रखता है। ● रा मंडल देश के साथ संबंध और अंतररा य स मेलन म टेन का त न ध व- धानमं ी का परंपरा अनुसार यह भी काय है क वह रा मंडल देश के साथ संबंध था पत रख और मह वपूण वषय पर उनसे सलाह देता रहे। 1973 के आरंभ म टेन ने ‘यूरोपीय आ थक समुदाय’ क सद यता ा त क और धानमं ी हेरा ड व सन एवं एडवड ह थ के वारा रा मंडल देश से संपक था पत कया गया ता क आ थक समुदाय क सद यता के साथ रा मंडल देश के हत क र ा भी क जा सके । रा मंडल देश से संपक था पत करने के लए टश धानमं ी वारा समय-समय पर उनका स मेलन बुलाया जाता है िजसम मह वपूण वषय पर वचार- वमश कया जाता है। व भ न अंतररा य स मेलन म टेन का त न ध व धानमं ी के वारा कया जाता है। 1929 म धानमं ी मैकडॉन ड अमे रक रा प त के साथ बातचीत करके इं लड और अमे रका के बीच संबंध था पत करने म योगदान कया था। हटलर से बातचीत करके चे बलन ने ‘ यु नख समझौते’ पर ह ता र कराए थे। ● रा का नेतृ व-
  • 11. धानमं ी के वल मं मंडल या कामन सभा का नेता ह नह ं होता, बि क उसके वारा पूरे रा का नेतृ व कया जाता है। आम चुनाव धानमं ी का चुनाव ह माना जाता है, य क मतदाता धानमं ी पद के आकां ी उ मीदवार को यान म रखकर ह मत देते ह। धानमं ी पद के उ मीदवार का यि त व और उसके वारा कया गया चार- सार मतदाताओं को सीधे अपील करता है। 1945 का आम चुनाव अनुदार दल के वारा च चल के नाम पर लड़ा गया िजसम अनुदार दल के वारा यह नारा दया गया था क “ उसको यु ध का अधूरा काम पूरा करने दो”। जे नं स का यह कथन नतांत उ चत है क “ सामा य नवाचन धानमं ी का नवाचन है। ढुलमुल मतदाता जो चुनाव प रणाम नि चत करते ह, वे न तो कसी दल का समथन करते ह और न कसी नी त का ह , वरन वे एक नेता का समथन करते ह”। ​ या धानमं ी अ धनायक हो सकता है- धानमं ी के यापक अ धकार और टश शासन यव था म उसक ि थ त को देखते हुए कई बार यह न कया जाता है क या टश धानमं ी अ धनायक क तरह काय करता है। राइमजे यूइर ने इस तरह का न वशेष प से उठाया है। कं तु ऐसा न नराधार है य क धानमं ी को कु छ बात के संबंध म मं मंडल क बात वीकार करनी पड़ती है भले ह अ धकांश बात म मं मंडल धानमं ी क बात वीकार करता है। उसके ऊपर यवहार मे न नां कत नयं ण काय करते ह- 1. उसका अपना राजनी तक दल 2. लोक सदन क काय या 3. लोक सेवाएं 4. दबाव समूह 5. ेस 6. जाग क जनमत 7. व थ लोकतां क परंपराएं
  • 12. डॉ टर फाइनर ने इस संबंध म लखा है, “ धानमं ी सीजर नह ं है, वह ऐसी देवी शि त नह ं है िजसे चुनौती न द जा सके । उसके वचार भी अनुलंघनीय नह ं है। उसक स ा का एकमा आधार यह है क व रा क कतनी सेवा कर सकता है। कसी भी समय उसका त वंद उसका थान हण कर सकता है”। भूतपूव धानमं ी हेरा ड व सन ने 1976 म का शत अपनी पु तक ‘गवनस इन इं लड’ मे अपने अनुभव के आधार पर लखा है क धानमं ी अ धनायक क ि थ त से बहुत दूर है और उसे कै बनेट म अपने सहयो गय , अपने राजनी तक दल और लोक सदन आ द मे ि थ त को यान म रखकर ह आचरण करना होता है। पछले कु छ वष के घटना म ने यह प ट कर दया है क धानमं ी अ धनायक नह ं हो सकता। य द धानमं ी अपने दल के सद य को साथ लेकर नह ं चल सकता, तो संसद य दल अपने नेतृ व म प रवतन कर लेता है। हाल ह म टेन के यूरोपीय यू नयन से अलग होने के नणय को लेकर टश धानमं ी के पद म प रवतन हुए ह। अनुदार दल क धानमं ी टेरेजा म को इस मु दे पर यागप देना पड़ा और दल ने अपना नया नेता बो रस जॉनसन को चुना जो जुलाई 2019 से धानमं ी पद पर बने हुए ह। इ ह ं बात के आधार पर काटर ने भी लखा है क “ धानमं ी कु छ अवसर पर अपनी शि तय का भले ह मनमाने प म योग कर और आलोचना पर ु ध होने का भाव भी कट कर, कं तु मूलभूत प म यह मा यता सदैव व यमान रहती है क वह जनता का सेवक है और जनता को उसक आलोचना करने तथा उसे पद युत करने का अ धकार है। उसक यह ि थ त कसी भी प म अ धनायक के अनु प नह ं कह जा सकती”। व तुतः टश राजनी त म धानमं ी क भू मका का नधारण यवहार म न नां कत मुख त व के आधार पर होता है- ● धानमं ी का यि त व- लॉड एसक वथ का मत है क “ धानमं ी का पद वैसा ह बन जाता है जैसा क इस पद का अ धकार उसे बनाना चाहता है”। सर रॉबट पील, डजरायल , लॉयड जॉज, वं टन च चल जैसे धानमं य ने
  • 13. इस पद को अपने यि त व के कारण नई ऊं चाइय दान क , वह वा ड वन और एटल जैसे धानमं ी अपने सहयो गय पर भी अपना भाव था पत करने म वफल रहे। ● कॉमन सभा म उसके दल क ि थ त- धानमं ी के दल को कॉमन सभा म बहुमत ा त होने पर उसके वारा मह वपूण नणय लए जा सकते ह और अपने अ धकार का भावी ढंग से योग कया जा सकता है, कं तु य द धानमं ी अ पमत ा त दल का नेता है या गठबंधन सरकार का नेतृ व कर रहा है, तो उसक ि थ त अपे ाकृ त कमजोर होती है य क गठबंधन सरकार म शा मल अ य दल का भी दबाव उस पर होता है। ● त काल न प रि थ तयाँ ​- सामा य प रि थ तयां होने पर धानमं ी को अपने पद क सीमाओं का यान रखना होता है, कं तु यु ध, आ थक संकट या गृह यु ध क ि थ तय म वह बहुत हद तक अपने ववेक के आधार पर काय करता है और ववेक का यह योग उसक ि थ त को शि तशाल बनाता है। लॉयड जॉज और च चल को शि तशाल बनाने म यु ध काल न प रि थ तय का बहुत बड़ा योगदान रहा है। न कष -​उपयु त ववेचन के आधार पर टश धानमं ी के वषय म न नां कत न कष दए जा सकते है- ● टश धानमं ी देश का वा त वक शासक है। ● उसक नयुि त स ाट के वारा परंपरा अनुसार क जाती है। ● धानमं ी पद का उदय संयोग का प रणाम है। ● 1937 के संसद य अ ध नयम के मा यम से धानमं ी पद को वैधा नक मा यता दान क गई। ● धानमं ी क शि तयां मौ लक प से परंपराओं पर आधा रत है, हालां क 2001 के संसद य अ ध नयम के वारा उसक शि तय को प रभा षत करने का यास कु छ हद तक कया गया है।
  • 14. ● मं मंडल के गठन से लेकर उसके संचालन, रा य नी त का नधारण और या वयन स हत बैदे शक संबंध के संचालन का अ धकार धानमं ी का है। ● धानमं ी संसद का कानून नमाण े म मागदशन करता है। बजट नमाण पर उसका पूण नयं ण होता है। ● वह समूचे रा का नेतृ व करता है। आम चुनाव म मतदाता अपना मत धानमं ी पद को यान म रखते हुए देता है। ● धानमं ी और मं मंडल कॉमन सभा के त सामू हक प से उ रदाई होता है। ● शासन संबंधी मह वपूण शि तय का धारक होने के बावजूद धानमं ी अ धनायक नह ं हो सकता, य क उस पर अपने दल का, जनमत का, दबाव समूह और ेस का एवं संवैधा नक परंपराओं का तबंध होता है। मु य श द- ● बहुमत ● व वास मत ● संवैधा नक परंपरा ● जनमत ● अ धनायक ● रा य नी त ● वदेश नी त ● सामू हक उ रदा य व ● बजट ● स ाट के वशेषा धकार References And Suggested Readings 1. Finer, The Theory And Practice Of Modern Government
  • 15. 2. Harold wilson,The Government Of Britain 3. Jennings,Cabinet Government 4. Ogg&Zink,Modern Foreign Governments 5. Prime minister [office ,role and functions bill] 2001,​www.publication.parliament.uk 6. Prime minister-GOV.UK 7. Prime Minister-Variations In The Role And Power of The Office,www.britannica.com न- नबंधा मक न- 1. टश धानमं ी वा त वक कायपालक है, ववेचना क िजए। 2. धानमं ी क नयुि त कै से होती है। उसके मुख अ धकार और दा य व या है। 3. टश धानमं ी के पद के वकास क प रि थ तय क ववेचना करते हुए बताइए क 2001 के संसद य अ ध नयम के मा यम से उसक कन शि तय को प रभा षत कया गया है। 4. शासन यव था के संचालक और रा के नेता के प म धानमं ी क भू मका का मू यांकन करते हुए बताइए क या वह अ धनायक हो सकता है। व तु न ठ न- 1. ​ टश धानमं ी का पद कस राजवंश के शासनकाल म वक सत हुआ- [अ] वंडसर वंश [ब] हनोवर वंश [स] टुअट वंश [द] याक वंश 2. टेन का थम धानमं ी कौन था। 1. [आ] व सन [ब] रॉबट वालपोल [स] हेनर मैन [द] ड लस होम
  • 16. 3. ‘ गवनस इन इं लड’ नामक पु तक के लेखक कौन है। [अ] व सन [ब] ड लस होम [स] डायसी [द] जे नं ज 4. टेन का कौन सा धानमं ी लॉड सभा का सद य था । [अ] च चल [ब] एटल [स] डगलस हो ज़्[स] टेरेसा मे 5. धानमं ी को परंपरा अनुसार कस सदन का सद य होना चा हए। [अ] लॉड सभा [ब] कॉमन सभा [स] दोन का [द] कसी का भी नह ं। 6. धानमं ी के अ धकार को वैधा नक प से प रभा षत करने वाला अ ध नयम कस वष पा रत कया गया। [अ ] 1999 [ब] 2000 [स] 2001 [द] 2011 7. धानमं ी के पद को वैधा नक मा यता कस अ ध नयम वारा दान क गई। [अ] 1911 के अ ध नयम वारा [ब] 1937 के अ ध नयम वारा [स] 1949 के अ ध नयम वारा [द] 2001 के अ ध नयम वारा। 8. परंपरा अनुसार धानमं ी का पद र त होने पर स ाट कसे धानमं ी पद के लए आमं त करता है। [अ] वरोधी दल के नेता को [ब] स ाधार दल के अ य नेता को [स] अपने ववेक के अनुसार कसी को भी [द] कसी को आमं त न कर नवाचन क घोषणा करता है। 9. धानमं ी का कायकाल या होता है। [अ ] 5 वष [ब] 6 वष [स ] कॉमन सभा के व वास पयत [द] आजीवन 10. धानमं ी क शि तय पर कौन सा तबंध नह ं होता। [अ] जनमत [ब] संवैधा नक परंपराएं [स] स ाट क शि तयां [द] अपना ह राजनी तक दल उ र-1. ब 2. ब 3. अ 4. स 5. ब 6. स 7. ब 8. अ 9. स 10. स
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  • 20. References and suggested readings 8. Harold wilson,The Government Of Britain 9. Finer, The Theory And Practice Of Modern Government 10. Prime minister [office ,role and functions bill] 2001,​www.publication.parliament.uk 11. Prime minister-GOV.UK 12. Prime Minister-Variations in the role and power of the office,www.britannica.com